बिहटा में चला अतिक्रमण हटाओ अभियान, अवैध निर्माण पर चलाया गया प्रशासन का बुलडोजर
पटना। पटना जिले में हाल ही में नई सरकार के गठन के बाद अवैध कब्जों के खिलाफ एक सख्त और व्यापक अभियान शुरू किया गया है। इसी क्रम में मंगलवार को पटना के बिहटा नगर परिषद क्षेत्र में अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया गया। यह कार्रवाई पटना जिलाधिकारी के निर्देश पर दानापुर की एसडीएम दिव्या शक्ति के नेतृत्व में की गई, जिसमें बड़े पैमाने पर सड़क किनारे बने अवैध निर्माण को प्रशासन के बुलडोजर से ध्वस्त किया गया।
अभियान की शुरुआत और मुख्य क्षेत्र
अभियान की शुरुआत बिहटा चौक से की गई। यहां से लेकर डोमनिया पुल बाजार तक सड़क के दोनों किनारों पर फैले अवैध निर्माणों को हटाया गया। यह पूरा मार्ग अत्यंत व्यस्त इलाकों में आता है, जहां रोजाना भारी जाम की समस्या देखी जाती है। प्रशासन के अनुसार यही अवैध कब्जे जाम का प्रमुख कारण बने हुए थे। एसडीएम दिव्या शक्ति के साथ स्थानीय अंचल अधिकारी राकेश कुमार सिंह, नगर परिषद कर्मी और भारी पुलिस बल मौजूद था। सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत रखते हुए बुलडोजर ने सड़क को कब्जा मुक्त करने का काम शुरू किया।
स्थानीय लोगों की मिश्रित प्रतिक्रिया
अभियान के दौरान स्थानीय निवासियों की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रहीं। कुछ लोगों ने इस कार्रवाई का समर्थन किया और कहा कि इससे जाम की समस्या कम होगी तथा सड़कें चौड़ी और सुगम होंगी। हालांकि, कई गरीब दुकानदारों ने चिंता भी व्यक्त की। उनका कहना है कि प्रशासन को अतिक्रमण हटाने से पहले वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित करनी चाहिए थी। बिहटा नगर परिषद क्षेत्र में अभी तक न तो वेडिंग ज़ोन बनाया गया है और न ही पार्किंग की व्यवस्थित व्यवस्था है। स्थानीय दुकानदारों ने मांग की कि नगर परिषद जल्द से जल्द वेडिंग ज़ोन का निर्माण करे, ताकि इधर–उधर सड़क किनारे दुकानें लगाने की मजबूरी खत्म हो और व्यापार भी बाधित न हो।
चार साल बाद भी अधूरा ढांचा
स्थानीय लोगों ने इस बात पर नाराजगी जताई कि बिहटा नगर परिषद क्षेत्र बने चार वर्ष हो चुके हैं, लेकिन अभी तक पारंपरिक व्यापारियों के लिए कोई स्थायी स्थान उपलब्ध नहीं कराया गया है। वेडिंग ज़ोन की अनुपस्थिति के कारण दुकानें सड़क पर फैल जाती हैं और जाम की स्थिति गंभीर होती जाती है। इसी कारण प्रशासन को बार-बार ऐसे अभियान चलाने पड़ते हैं।
प्रशासन का पक्ष और आगे की कार्रवाई
अंचल अधिकारी राकेश कुमार सिंह ने बताया कि बिहटा क्षेत्र में लगातार जाम की शिकायतें मिल रही थीं। सड़क के दोनों किनारों पर अतिक्रमण के कारण यातायात बाधित था और लोगों को घंटों जाम में फंसना पड़ता था। उन्होंने कहा कि पटना जिला प्रशासन और दानापुर अनुमंडल प्रशासन के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई है और आगे भी इसी प्रकार अवैध कब्जों को हटाया जाएगा। अभियान से पहले दुकानदारों को जानकारी दी गई थी और 24 घंटे का समय भी दिया गया था। कई लोगों ने पहले ही स्वेच्छा से अपना अतिक्रमण हटा लिया था, लेकिन कुछ लोगों ने ऐसा नहीं किया, जिसके कारण प्रशासन को बुलडोजर चलाना पड़ा। राकेश कुमार सिंह ने यह भी कहा कि यह केवल शुरुआत है और आने वाले दिनों में पूरे बिहटा नगर परिषद क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त बनाने की कोशिश जारी रहेगी।
जाम की समस्या के समाधान की उम्मीद
इस कार्रवाई से स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि अब बिहटा चौक से लेकर डोमनिया पुल तक ट्रैफिक का दबाव कम होगा। यह मार्ग कई प्रमुख इलाकों को जोड़ता है, इसलिए इसकी सुगमता आवश्यक है। सड़क साफ़ होने से एंबुलेंस, स्कूली वाहनों और आम लोगों को राहत मिलने की संभावना है। बिहटा में चला अतिक्रमण हटाओ अभियान एक महत्वपूर्ण कदम है, जो प्रशासन की दृढ़ता और व्यवस्था सुधारने के इरादे को दर्शाता है। हालांकि गरीब दुकानदारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था की मांग भी उचित है और प्रशासन को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है। यह अभियान दिखाता है कि नई सरकार अवैध निर्माणों और यातायात अव्यवस्था के खिलाफ गंभीर है। यदि आगे वेडिंग ज़ोन, पार्किंग और व्यवस्थित सड़क प्रबंधन की योजनाएं लागू की जाती हैं, तो बिहटा की बदलती तस्वीर साफ़ दिखाई देगी।


