ट्रांसफर पोस्टिंग प्रक्रिया में देरी को लेकर विभाग के खिलाफ शिक्षकों का आक्रोश, कई के आवेदन अबतक पेंडिंग

पटना। बिहार के अलग-अलग सरकारी स्कूलों में पोस्टेड शिक्षक शिक्षा विभाग के तबादले की प्रक्रिया से नाखुश हैं। शिक्षकों ने अपनी नाराजगी जाहिर करने के लिए अब आंदोलन का रास्ता चुनने का फैसला किया है। दरअसल, ट्रांसफर पोस्टिंग की प्रक्रिया में हो रही देरी को लेकर शिक्षक शिक्षा विभाग के खिलाफ आक्रोश में हैं। शिक्षकों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर शिक्षा विभाग के खिलाफ अपनी नाराजगी जाहिर की। इस अभियान में प्रदेश भर के शिक्षक शामिल हुए, और यह दिनभर एक्स पर यह मामला टॉप ट्रेंडिंग में बना रहा। शिक्षा विभाग ने जनवरी के महीने में करीब 1.90 लाख शिक्षकों का तबादला उनके घर के पास करने की बात कही थी। लेकिन अब तक केवल 35 शिक्षकों की ही ट्रांसफर पोस्टिंग हो पाई है, जिससे शिक्षकों में भारी असंतोष है। बता दें कि शिक्षकों का तबदला 4 चरणों में शिक्षा विभाग के द्वारा किया जा रहा है। पहले चरण के तहत सिर्फ 35 शिक्षकों का तबादला हो पाया है। वहीं 3 शिक्षकों का आवेदन रद्द कर दिया गया था। 9 शिक्षकों के तबादले का आवेदन पेंडिंग है। बिहार शिक्षक संघ के सदस्य ने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया कि राज्य के शिक्षक मानसिक रूप से परेशान हैं और अपने ट्रांसफर का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन, अब तक उन्हें सिर्फ आश्वासन ही मिला है। कई शिक्षिकाओं ने अपनी कठिनाइयों का जिक्र करते हुए बताया कि उनकी पोस्टिंग उनके घर से 300 किमी दूर है। छोटे बच्चों के साथ इतनी दूर रहकर नौकरी करना बेहद कठिन हो रहा है। उनका कहना है कि अगर ट्रांसफर जल्द नहीं हुआ तो उन्हें नौकरी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ेगा। सरकार और शिक्षा विभाग को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर फरवरी महीने तक शिक्षकों के ट्रांसफर पोस्टिंग की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई, तो सभी शिक्षक संगठन एकजुट होकर आंदोलन करेंगे। उन्होंने सरकार से तुरंत हस्तक्षेप कर शिक्षकों को उनकी पसंदीदा जगह पर तबादला सुनिश्चित करने की मांग की है।
