समुद्री तूफान दाना को लेकर बिहार में अलर्ट जारी, 24 से भारी बारिश की संभावना, चलेगी तेज हवाएं
पटना। बंगाल की खाड़ी से उठने वाला चक्रवाती तूफान ‘दाना’ 24 से 25 अक्टूबर के बीच ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटवर्ती इलाकों से टकराने वाला है। इस तूफान का असर बिहार के कई हिस्सों पर भी पड़ेगा। मौसम विभाग ने इसको लेकर राज्य में अलर्ट जारी किया है, जिसमें खासतौर से पूर्वी और दक्षिण बिहार के जिलों में भारी बारिश और तेज हवाओं की चेतावनी दी गई है। 24 अक्टूबर की रात से तूफान का प्रभाव प्रदेश में दिखने लगेगा, जिससे 26 अक्टूबर तक मौसम खराब रहने की संभावना है।
किन जिलों में होगा असर
मौसम विज्ञान केंद्र, पटना के अनुसार, चक्रवात ‘दाना’ से बिहार के पूर्वी और दक्षिणी जिलों में तेज हवाओं और भारी बारिश की संभावना है। जिन जिलों में इसका सबसे ज्यादा असर हो सकता है, उनमें भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर, शेखपुरा, नालंदा, जहानाबाद, लखीसराय, नवादा, गया, कटिहार, पूर्णिया और किशनगंज शामिल हैं। इन जिलों में 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने और मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। 24 अक्टूबर से शुरू होकर 26 अक्टूबर तक यह स्थिति बनी रहेगी। इस दौरान, पूर्वी और दक्षिण बिहार के अधिकांश हिस्सों में बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। कुछ इलाकों में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हो सकता है, साथ ही किसानों और स्थानीय निवासियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
मौसम विभाग की चेतावनी और सुझाव
मौसम विभाग ने इस चक्रवाती तूफान को देखते हुए कई एहतियातन कदम उठाने की सलाह दी है। विभाग ने चेताया है कि तेज हवाओं और भारी बारिश के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं। इसलिए, लोगों को बिजली की चमक या गरज सुनते ही तुरंत सुरक्षित स्थान पर शरण लेनी चाहिए। खासतौर से लोगों को खुले स्थानों, पेड़ों के नीचे, या अलग-अलग पेड़ों के पास खड़े होने से बचना चाहिए, क्योंकि ये बिजली के सुचालक होते हैं और इन पर बिजली गिरने का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा, मौसम वैज्ञानिकों ने किसानों को सलाह दी है कि वे इस अवधि में अपने कृषि कार्य को रोक दें, क्योंकि खराब मौसम और तेज हवाओं से फसल को नुकसान पहुंच सकता है। साथ ही, खराब मौसम के दौरान खेतों में काम करना जोखिम भरा हो सकता है।
रेल यातायात पर असर
चक्रवाती तूफान ‘दाना’ का असर रेल यातायात पर भी पड़ा है। साउथ-ईस्ट रेलवे जोन, जो पश्चिम बंगाल, ओडिशा और झारखंड को कवर करता है, ने इस स्थिति को देखते हुए 150 से अधिक एक्सप्रेस और पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया है। ये ट्रेनें 23 से 25 अक्टूबर के बीच चलने वाली थीं। अधिकारियों ने बताया है कि हालात को देखते हुए और भी ट्रेनों को रद्द किया जा सकता है, जिससे यात्री यातायात पर व्यापक असर पड़ सकता है। रेलवे विभाग ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले ट्रेनों की स्थिति की जांच कर लें और जरूरत पड़ने पर वैकल्पिक यात्रा योजना बनाएं। तूफान के कारण कई प्रमुख मार्गों पर ट्रेन सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं, जिससे यात्रियों को असुविधा हो सकती है।
तैयारियों की समीक्षा
प्रदेश में संभावित आपात स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन ने भी तैयारियां तेज कर दी हैं। जिला प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है और आपात सेवाओं को सक्रिय कर दिया गया है। इसके साथ ही, विभिन्न जिलों में अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी आपदा की स्थिति में राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू किया जा सके। मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे चक्रवाती तूफान के बारे में जागरूक रहें और सरकारी निर्देशों का पालन करें। बिजली गिरने, तेज हवाओं और भारी बारिश के दौरान सुरक्षित स्थानों पर शरण लें और अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें। प्रशासन ने भी लोगों से आग्रह किया है कि वे मौसम संबंधी जानकारी पर ध्यान दें और आपात स्थिति में संबंधित हेल्पलाइन नंबरों पर संपर्क करें। बिहार में चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के मद्देनजर मौसम विभाग और प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। 24 से 26 अक्टूबर के बीच राज्य के पूर्वी और दक्षिणी हिस्सों में भारी बारिश और तेज हवाएं चलने की संभावना है। खासकर भागलपुर, मुंगेर, नवादा, गया जैसे जिलों में इसका ज्यादा असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने की अपील की है। किसानों और यात्रियों को भी विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।


