December 17, 2025

पटना में लगेंगे एआई स्मार्ट कैमरे, 24 घंटे होगी निगरानी, अपराध पर लगेगी लगाम

पटना। बिहार में पिछले कुछ समय से लगातार आपराधिक घटनाएँ सामने आ रही हैं, जिससे आम लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ी है। इन परिस्थितियों को देखते हुए राज्य सरकार कानून-व्यवस्था को और अधिक मजबूत करने की दिशा में लगातार कदम उठा रही है। इसी क्रम में राजधानी पटना में अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लेते हुए एआई आधारित स्मार्ट कैमरे लगाने की योजना पर तेजी से काम किया जा रहा है। सरकार का मानना है कि तकनीक के माध्यम से अपराध नियंत्रण को अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।
गृह मंत्री का सख्त संदेश
उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री सम्राट चौधरी ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था से किसी भी तरह का समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि अपराध पर नियंत्रण सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल है। अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के साथ-साथ अब निगरानी तंत्र को भी आधुनिक बनाया जा रहा है, ताकि अपराध होने से पहले ही उस पर नजर रखी जा सके और समय रहते कार्रवाई संभव हो।
एआई स्मार्ट कैमरों की तैनाती
पटना के कई प्रमुख चौक-चौराहों और संवेदनशील इलाकों में एआई जेनरेटेड स्मार्ट कैमरे लगाए जा रहे हैं। ये कैमरे सामान्य सीसीटीवी कैमरों से कहीं अधिक उन्नत हैं। इनमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जिससे संदिग्ध गतिविधियों की पहचान स्वतः हो सकेगी। इन कैमरों की मदद से अपराधियों की पहचान करना आसान होगा और आपराधिक गतिविधियों पर प्रभावी अंकुश लगाया जा सकेगा।
600 से अधिक कैमरे पहले ही लगाए गए
फिलहाल पटना शहर में 600 से अधिक अत्याधुनिक कैमरे विभिन्न इलाकों में लगाए जा चुके हैं। इसके अलावा कई अन्य चौक-चौराहों पर कैमरे लगाने का काम तेजी से जारी है। खासतौर पर भीड़भाड़ वाले क्षेत्र, बाजार, मुख्य सड़कें और ट्रैफिक जंक्शन इस योजना के अंतर्गत शामिल किए गए हैं। आने वाले समय में कैमरों की संख्या और बढ़ाई जाने की संभावना है।
रियल टाइम निगरानी की व्यवस्था
इन एआई स्मार्ट कैमरों की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वे रियल टाइम मॉनिटरिंग करने में सक्षम हैं। शहर के प्रमुख इलाकों में कैमरे चौबीसों घंटे सक्रिय रहेंगे। इसके लिए एक आधुनिक कमांड एंड कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है, जहां से पूरे शहर की निगरानी की जाएगी। किसी भी संदिग्ध या असामान्य गतिविधि की जानकारी तुरंत संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाई जा सकेगी।
एआई सिस्टम देगा तुरंत अलर्ट
एआई तकनीक से लैस यह सिस्टम संदिग्ध और संवेदनशील गतिविधियों को खुद पहचानने में सक्षम होगा। जैसे ही कोई संदिग्ध हरकत या संभावित आपराधिक गतिविधि कैमरे की नजर में आएगी, सिस्टम स्वतः अलर्ट जारी कर देगा। इससे पुलिस को तुरंत मौके पर पहुंचने और स्थिति को संभालने में मदद मिलेगी। यह व्यवस्था अपराध को रोकने में एक अहम भूमिका निभा सकती है।
ट्रैफिक व्यवस्था में भी होगा सुधार
एआई स्मार्ट कैमरे केवल अपराध नियंत्रण तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने में भी सहायक होंगे। ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों की पहचान आसानी से की जा सकेगी। कई बार अपराधी वारदात के बाद तेज रफ्तार में ट्रैफिक नियम तोड़ते हुए फरार हो जाते हैं। ऐसे मामलों में इन कैमरों के जरिए वाहनों की पहचान और अपराधियों की ट्रैकिंग तेजी से की जा सकेगी।
परियोजना की सतत निगरानी के निर्देश
सरकार ने संबंधित अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस पूरे प्रोजेक्ट की निरंतर मॉनिटरिंग की जाए। किसी भी स्तर पर लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कैमरों की कार्यक्षमता, डेटा की सुरक्षा और समय पर अलर्ट सिस्टम के संचालन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, ताकि यह व्यवस्था पूरी तरह प्रभावी साबित हो सके।
चुनावी पृष्ठभूमि और बढ़ी जिम्मेदारी
हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में एनडीए को प्रचंड जीत मिली और नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बने। हालांकि चुनाव से पहले बढ़ते अपराध को लेकर सरकार पर कई सवाल भी उठे थे। अब गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी सम्राट चौधरी को मिलने के बाद सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि वे बिहार को अपराध मुक्त बनाने में कितने सफल होते हैं।
आम लोगों को मिलेगा सीधा लाभ
यह एआई स्मार्ट कैमरा योजना पूरी तरह से लागू होती है, तो पटना की सुरक्षा व्यवस्था में बड़ा सुधार देखने को मिल सकता है। अपराध पर नियंत्रण के साथ-साथ आम नागरिकों में सुरक्षा की भावना मजबूत होगी। बेहतर निगरानी, त्वरित कार्रवाई और तकनीक आधारित व्यवस्था से न केवल अपराधियों में डर बनेगा, बल्कि शहर में रहने वाले लोगों को भी राहत और भरोसा मिलेगा। इस तरह यह पहल पटना को एक सुरक्षित और सुव्यवस्थित शहर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकती है।

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