जमुई में स्कूल से अटैंडेंस बनाकर गायब रहने वाले 35 सरकारी शिक्षकों पर हुई कार्रवाई, सैलरी रुका

जमुई। बिहार के जमुई जिलें में संचालित सरकारी विद्यालयों में व्यापक स्तर पर चलाए जा रहे जांच अभियान का प्रभाव विद्यालय के संचालन के साथ साथ छात्र-छात्राओं और शिक्षकों की उपस्थिति पर दिखने लगा है। सभी सरकारी विद्यालयों के मौलिक सुविधाओं के साथ-साथ शिक्षकों, छात्रों की उपस्थिति की जमीनी पड़ताल की जा रही है। एक और तीन जुलाई को चले अभियान में 35 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। सभी की सैलरी काटने का आदेश दिया है। डीएम अवनीश कुमार सिंह द्वारा शिक्षा विभाग सहित अन्य विभागों के 250 से अधिक अधिकारियों एवं कर्मियों का विशेष टीम का गठन करते हुए रोस्टर के अनुसार प्रत्येक दिन विद्यालयों का निरीक्षण किया जा रहा है। जिला शिक्षा कार्यालय के रिपोर्ट के अनुसार निरीक्षण के पहले दिन यानी एक जुलाई और दूसरे दिन तीन जुलाई को सभी प्रखंडों में 35 से अधिक स्कूलों से गायब रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ डीईओ कपिल देव तिवारी ने आवश्यक कार्रवाई करते हुए निरीक्षण की डेट के वेतन की कटौती का निर्देश दिया है। वहीं, एक और तीन तारीख को गायब रहने वाले 35 शिक्षकों की रिपोर्ट जांच टीम ने चार जुलाई को शिक्षा पदाधिकारी को सौंपी है। शिक्षा विभाग के अनुसार विद्यालयों के जांच अभियान के दौरान अब तक प्रखंड लक्ष्मीपुर में सात, बरहट में पांच, जमुई में दो, झाझा से 11, खैरा से सात, चकाई में एक एवं सिकंदरा से एक विद्यालयों के शिक्षकों के विरुद्ध अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने को लेकर कार्रवाई की गई है। जबकि सोनो प्रखंड का आंकड़ा शिक्षा विभाग द्वारा अप्राप्त बताया जा रहा है। एक जुलाई से शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारी के निर्देश पर टीम बनाकर चेकिंग अभियान चलाया गया था। इसमें 35 शिक्षकों के गायब रहने पर कार्रवाई की गई है, जिसमें लक्ष्मीपुर प्रखंड के 7, बरहट से 5, जमुई से 2, झाझा से 11, खैरा से 7, चकाई से 1, सिकंदरा से 1, विद्यालय के शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।

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