आगामी 24 घंटों में प्रदेश के मौसम में बदलाव के संकेत,राज्य के कुछ हिस्सों में बारिश का अनुमान

पटना। मौसम विभाग ने आगामी 24 घंटों के दौरान बिहार में मौसम में बदलाव की संभावना जाहिर की है।प्रदेश में सप्ताह के आरंभ से ही मौसम शुष्क बना हुआ है। शुक्रवार की सुबह राजधानी पटना सहित कई जिलों में तेज धूप के साथ हल्की हवा चल रही है तो वहीं कुछ जिलों में बादलों छाये रहें। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में मौसम में बदलाव होगा। राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश देखने को मिलेगी।विभाग के अनुसार 10 से 11 अप्रैल के बीच बिहार में तापमान सामान्य के आसपास ही रहने की संभावना है। साथ ही हल्की से मध्यम हवाएं रुक-रुक कर चलती रहेंगी।मौसम विभाग के मुताबिक 10 अप्रैल से 11 अप्रैल के बीच बिहार के पूर्वी और उत्तरी हिस्सों, खासतौर पर भागलपुर, कटिहार, पुर्णिया, मधेपुरा, किशनगंज, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सीतामढ़ी में हल्की प्री-मॉनसून वर्षा हो सकती है। इस दौरान पटना-गया समेत दक्षिण-पश्चिमी बिहार में मौसम शुष्क रहेगा और हल्की हवा चलेगी।अगले कुछ दिनों में मौसम के शुष्क रहने के अनुमान को देखते हुए किसान साथी तैयार हो चुकी अरहर, चना, गेहूं तथा जौ फसलों की कटाई शीघ्रता से निपटाएं। संभव हो तो उन्नत कृषि यंत्रों से हीं कटाई-मड़ाई करें।जिन क्षेत्रों में महज़ गेहूं और धान की खेती होती है, वहाँ किसान खेत खाली होने पर गरमा मूंग की खेती कर अतिरिक्त लाभ ले सकते हैं।

उचित जल निकास वाली मिट्टी में, जिसका पी.एच. मान 6.2 से 7.2 के बीच है, वह खेत मूंग फसल के लिए उत्तम होता है। पी.डी.एम-139 (सम्राट), सोना किस्में 20 से 25 किग्रा प्रति हेक्टेयर की दर से इस्तेमाल करें।गन्ने की फसल में कलिका (स्मॉट) रोग का प्रकोप अप्रैल से प्रारंभ होता है। लंबे चाबुकनुमा मुड़े हुए डंठलों का उत्पन्न होना ही इसकी पहचान है। इसके अनगिनत बीजाणु फटकर हवा के जरिए स्वस्थ पौधों को संक्रमित करते हैं, इसके नियंत्रण के लिए रोग लगे पौधों को काटकर जला देना चाहिए।