केंद्र सरकार में मंत्रीमंडल में जब कोई वैकेंसी ही नहीं है, तो चिराग मंत्री कहां से बनेंगे : पशुपति पारस

पटना। बिहार में चाचा-भतीजे यानी चिराग पासवान और पशुपति कुमार पारस के रिश्ते की चर्चा तेज़ हो गई है। जब से चिराग पासवान के एनडीए में शामिल होने और केंद्रीय मंत्री बनने की चर्चा शुरू हुई है तब से सभी के मन में यही सवाल आ रहा है कि चाचा-भतीजे में 36 का आंकड़ा होने के बावजूद ये दोनों एक पार्टी में कैसे रहेंगे। लेकिन अब इसका जवाब खुद पशुपति पारस ने ही दे दिया है। बता दे की केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस ने सोमवार को पटना में स्पष्ट कर दिया है कि केंद्र सरकार में मंत्री पद के लिए कोई वैकेंसी नहीं है। अगले एक साल केंद्र में मंत्री मंडल का विस्तार नहीं हो रहा है। ऐसे में भतीजे व जमुई सांसद चिराग पासवान मंत्री कहां से बनेंगे।
चिराग और हमारी पार्टी अलग हैं, उनके एनडीए में होने से हमें कोई आपत्ति नहीं : पारस
पशुपति कुमार पारस के अनुसार, मीडिया में आई बात गलत है। जहां तक बात एनडीए में काम करने की है तो उनकी अपनी पार्टी है और हमारी पार्टी अलग है। चिराग पासवान की पार्टी के एनडीए में शामिल होने से कोई आपत्ति नहीं है। पशुपति कुमार पारस से जब सवाल पूछा गया कि चिराग पासवान एनडीए में शामिल हो रहे हैं तो जवाब में उन्होंने कहा कि जंगल में शेर और भालू दोनों रहता है। चाचा पारस ने कहा है कि अगर चिराग पासवान एनडीए में शामिल होते हैं तो मैं उनका स्वागत करूंगा। इसपर उनसे तुरंत ये सवाल भी पूछ लिया गया कि क्या चाचा भतीजे की जोड़ी एक साथ देखने को मिलेगी। पशुपति पारस ने कहा कि चाचा भतीजा मिलेंगे नहीं। व्यक्ति बलवान नहीं है समय बलवान है। जो होगा अच्छा होगा। 2024 के लोकसभा चुनाव में आप और चिराग साथ लड़ेंगे या अलग? इसका जवाब देते हुए पशुपति पारस ने कहा कि जंगल में शेर और भालू दोनों रहता है। पर्यावरण को संतुलित रखने के लिए सभी का रहना जरुरी है। चिराग एनडीए में आते हैं तो मुझे कोई दिक्क्त नहीं होगी।

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