दो दिवसीय सीमांचल दौरे पर पूर्णिया पहुंचे अमित शाह : मखाने की माला पहनाकर हुआ स्वागत, बिहार बीजेपी के कई दिग्गज मंच पर मौजूद

- सीमांचल में आया तो लालू-नीतीश के पेट में दर्द हो रहा : अमित शाह
- लालू-नीतीश से डरना मत, ऊपर मोदी सरकार है : अमित शाह
पूर्णिया। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को सीमांचल के दो दिवसीय दौरे पर हैं। अमित शाह पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में पहुंच गये है। वही उनके आने पर स्थानीय बीजेपी नेताओं ने अमित शाह को मखाने की माला पहनाई। जब शाह मंच पर पहुंचे तो पारंपरिक वाद्ययंत्र सिंघा फूंककर उनका स्वागत किया गया। अमित शाह अब पूर्णिया में जनभावना रैली को संबोधित करेंगे। रैली के बाद किशनगंज पहुंचेंगे। शाम में बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद किशनगंज के लाइनपाड़ा स्थित बूढ़ी काली मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद नेपाल-भारत सीमा का जायजा लेंगे। इसके बाद अमित शाह सीमा सुरक्षा को लेकर बीएसफ और एसएसबी के वरिष्ठ अफसरों के साथ भी बैठक भी करेंगे। वही पूर्णिया के रंगभूमि मैदान में बीजेपी की जनभावना रैली शुरू हो गई है। मंच पर सुशील मोदी, गिरिराज सिंह, रविशंकर प्रसाद, राधा मोहन सिंह, रेणु देवी, विजय सिन्हा समेत अन्य बीजेपी नेता मौजूद हैं। सुशील मोदी ने अपने संबोधन में पीएफआई पर बैन लगाने की मांग की और सीमांचल में बढ़ती मुस्लिम आबादी पर चिंता जाहिर की। पूर्णिया में रैली को संबोधित करने के बाद वे शाम में किशनगंज में बीजेपी कोर कमेटी की बैठक लेंगे, जिसमें सीमांचल के नेता मौजूद रहेंगे। बिहार में सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार बीजेपी का बड़ा कार्यक्रम होने जा रहा है। अमित शाह सीमांचल की धरती से लोकसभा चुनाव 2024 का शंखनाद करेंगे।
अमित शाह ने दिनकर को किया नमन
अमित शाह ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की जयंती पर नमन किया। उन्होंने कहा कि दिनकर की कविताओं ने न केवल आजादी के आंदोलन को धार दी, बल्कि भारतीय संस्कृति को भी मजबूती प्रदान करने का काम किया। उन्होंने कबीरपंथी धर्मगुरु सद्गुरु धर्मस्वरूप को श्रद्धांजलि दी। मां पूरण देवी को नमन किया। वही अमित शाह का संबोधन में उन्होंने भारत माता की जय के साथ अपना भाषण शुरू किया।
संजय जासवाल बोले- नीतीश भले ही आश्रम जाएं, बिहार को अनाथालय न बनाएं
बिहार बीजेपी के अध्यक्ष संजय जायसवाल ने अपने संबोधन में कहा कि किशनगंज में थाना अध्यक्ष की बांग्लादेशी मुसलमान हत्या करते हैं और नीतीश कुमार को कहते हैं तो उन्हें बुरा लगता है। इसलिए नीतीश ऐसे गठबंधन में गए जहां कोई अपराध के बारे में नहीं पूछेगा। नीतीश को भले ही आश्रम जाएं लेकिन बिहार को अनाथालाय नहीं बनने देंगे। 2024 में सीमांचल की सभी लोकसभा बीजेपी जीतेगी और 2025 में बिहार में बीजेपी का मुख्यमंत्री बनेगा।
सीमांचल में आया तो लालू-नीतीश के पेट में दर्द हो रहा : अमित शाह
अमित शाह ने कहा कि मैं सीमांत जिलों में आया हूं तो लालू-नीतीश के पेट में दर्द हो रहा है। कह रहे हैं कि मैं यहां झगड़ा लगाने आया हूं। ये काम लालू परिवार का है। नीतीश लालू की गोदी में बैठे हुए हैं। यहां डर का माहौल है। ये सीमावर्ती जिले हिंदुस्तान का हिस्सा है, किसी को डरने की जरूरत नहीं है। क्योंकि यहां नरेंद्र मोदी सरकार है। वही प्रधानमंत्री बनने के लिए नीतीश बाबू, जो कांग्रेस विरोधी राजनीति से पैदा हुए, वो नीतीश बाबू आरजेडी और कांग्रेस की गोद में बैठ गए हैं। इस तरह सत्ता के स्वार्थ में दल-बदल करके नीतीश बाबू प्रधानमंत्री बन सकते हैं क्या, बिहार में सरकार चल सकती है क्या? लालू जी सुनिए, नीतीश कल आपको धोखा दे देंगे।
नीतीश ने जॉर्ज फर्नांडिस, मांझी को भी धोखा दिया : शाह
नीतीश सबसे पहले देवी लाल गुट के साथ गए, फिर लालू के साथ कपट किया, सबसे बड़ा धोखा जॉर्ज फर्नांडीस को दिया, जॉर्ज के कंधे पर बैठकर समता पार्टी बनाई, जॉर्ज की तबीयत खराब हुई तो हटा दिया, शरद यादव को धोखा दिया, फिर भाजपा को पहली बार दोखा दिया, फिर जीतनराम मांझी को धोखा दिया, रामविलास पासवान को धोखा दिया, फिर से बीजेपी को प्रधानमंत्री बनने की लालसा में धोखा देकर लालू के साथ चले गए हैं।
लालू-नीतीश से डरना मत, ऊपर मोदी सरकार है : अमित शाह
अमित शाह ने सीमांचल की जनता से कहा कि सीमावर्ती जिलों में कोई डरिएगा नहीं। लालू-नीतीश की जोड़ी भले ही आ गई है। ऊपर नरेंद्र मोदी सरकार है। किसी की हिम्मत नहीं है डरा सके। वही अमित शाह ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में लालू-नीतीश का जनता सूपड़ा साफ कर देगी। साथ ही 2025 के विधानसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनने जा रही है। नीतीश कुमार को बस कुर्सी प्यारी है। वो किसी भी पार्टी से गठबंधन कर लेते हैं।
