वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में बाघ के हमले से महिला की मौत, इलाके में दहशत का माहौल
बगहा। वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में शुक्रवार को बाघ ने महिला पर हमला कर दिया। हमले में महिला की मौत हो गई। वाल्मिकी टाइगर रिजर्व में 7 दिनों के अंदर दूसरी बार बाघ ने हमला किया है। महिला पुरैना कटहा गांव की रहने वाली है। उसका नाम पार्वती देवी (40) है। हमले की सूचना के बाद डर से करीब 1 घंटे तक वन विभाग के कर्मचारी भी शव के आसपास नहीं जा रहे थे। वही स्थानीय लोगों ने बताया कि पार्वती देवी 3 महिलाओं के साथ पूर्णापानी सरेह में बकरी चराने गई थी। इसी दौरान बाघ ने महिला पर पीछे से हमला कर दिया। साथ में गई बाकी महिलाओं ने जैसे ही बाघ के हमले को देखा, भागती हुई गांव में पहुंच गई। जहां लोगों को इस बारे में बताया। सूचना मिलते ही ग्रामीण महिला को ढूंढने चले गए। साथ ही ग्रामीणों ने वन विभाग को भी सूचित किया।
महिला बकरी चराने गई थी महिला, इलाके में दहशत का माहौल
मिली सूचना के आधार पर चिउटाहा रेंज के रेंजर महेश प्रसाद अपनी टीम के साथ जंगल में पहुंचकर महिला की तलाश में लग गए। घंटों मेहनत करने के बाद वन विभाग की टीम ने महिला को कब्जे में ले लिया है। वन संरक्षक डॉक्टर नेशामनी ने बताया कि महिला बकरी चराने गई थी। बकरी चराते वक्त जंगल के काफी नजदीक पहुंच गई थी। इसी दौरान बाघ का हमला हुआ। वही बाघ अपने नेचर के अनुसार शिकार कर उसे कई दिनों में खाता है। जैसे ही वन विभाग की इसकी सूचना मिली वन विभाग के लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। लेकिन डर की वजह से पास नहीं जा पा रहे थे। काफी शोर-शराबा करने के बाद धीरे-धीरे ग्रामीण और वन विभाग के लोग महिला के पास पहुंचे। महिला की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी।
पहले से ही वन विभाग की टीम कर रही है सतर्क
जंगल में गर्मी के दिनों में पानी के अभाव के कारण जंगली जानवर जंगल के बाहर के दिशा में आते हैं। जिसे देखते हुए वन विभाग पहले से ही लोगों को जंगल के अंदर जाने से मना कर रहा है। वन संरक्षक ने बताया कि पहले भी इस क्षेत्र में लगभग घटनास्थल से 12 किलोमीटर दूरी पर 14 मई को भी बाघ के हमले से एक युवक की मौत हुई थी। इसके बाद लगातार लोगों को सचेत किया जा रहा था। इस क्षेत्र में तीन टाइगरों का मूवमेंट देखा जा रहा है। इसे देखते हुए लगातार लोगों को जंगल के पास जाने से सचेत किया जा रहा है।