राजद सुप्रीमो लालू यादव के पैतृक गांव में शुरू हुई पूजा अर्चना, ग्रामीण बोले- हमारे नेता को भगवान सजा से दे मुक्ति
गोपालगंज, बिहार। गोपालगंज में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को रांची CBI के विशेष अदालत द्वारा सोमवार डोरंडा मामले में सजा सुनाई जानी है। इसको लेकर लालू यादव के पैतृक गांव फुलवरिया में मायूसी छायी हुई है। आज सुबह से ही फुलवरिया के पंच मंदिर में लालू यादव के परिजन और समर्थकों ने सजा से मुक्ति के लिए विशेष पूजा-अर्चना और हवन किया। फुलवरिया में पंच मंदिर को लालू प्रसाद ने बनवाया था और जब भी फुलवरिया आते हैं, यहां विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। आज सुबह से आरती और हवन का दौर मंदिर में चल रहा है। मां दुर्गा की आरती कर लालू प्रसाद के परिजन और राजद समर्थक उनके स्वस्थ होने और कम से कम सजा मिले, इसकी कामना कर रहे हैं।

मंदिर के पुजारी दयाशंकर पांडेय के देखरेख में वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन संपन्न हुआ। समर्थकों के ने मंदिर में मां दुर्गा के साथ-साथ हनुमान जी, प्रभु श्रीराम, भगवान शंकर की पूजा अर्चना की इसके बाद हवन किया। परिजन उमेश यादव ने बताया कि हमें न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है कि उन्हें कम से कम सजा सुनाया जाएगा। लालू यादव के पोता सुदीश कुमार यादव ने कहा कि गरीबों के मसीहा लालू प्रसाद यादव की स्वास्थ्य काफी बिगड़ी हुई है। ऐसे में केंद्र सरकार व राज्य सरकार ने षड्यंत्र रच कर उन्हें जेल भेजना चाहती है।

