पटना में बालू-ईंट से जुड़े 10 कारोबारी पर 46 करोड़ रुपये से अधिक कर बकाया, पैसा वसूली का काम शुरू

पटना। पटना में बालू और ईंट से जुड़े 10 ऐसे कारोबारी हैं, जिन पर 46 करोड़ रुपये से अधिक कर बकाया है। इन व्यवसायियों पर प्रशासन ने नीलाम पत्र वाद दायर कर पैसा वसूली का काम शुरू कर दिया है। इसमें एक व्यवसायी पर 36 लाख बकाया है। 81 ऐसे व्यवसायी हैं, जिनके विरुद्ध वारंट जारी किया गया है। मंगलवार को डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने खनन से संबंधित नीलाम पत्र वाद की समीक्षा की, जिसमें यह बात सामने आई।
डीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि जिन व्यवसायियों पर राशि बकाया है, उनसे वसूली करें। यदि राशि नहीं देते हैं तो उनकी संपत्ति कुर्क करने के लिए प्रक्रिया शुरू करें। समीक्षा में पाया गया कि खनन से संबंधित नीलाम पत्र के कुल 316 मामले लंबित हैं, जिसकी राशि 46 करोड़ 34 लाख 81 हजार 295 रुपये है। 25 मामलों का निष्पादन किया गया है, जिसकी राशि 38 लाख दो हजार 185 रुपये है। 10 बड़े बकायेदारों को चिह्नित किया गया है। इसमें ब्रॉडसन सबसे बड़े बकायेदार के रूप में चिह्नित किया गया, जिसके पास अब भी 36 करोड़ रुपये का बकाया है। वर्ष 2021 के लिए ब्राडसन को 96 करोड़ में बंदोबस्ती की गई थी। जिसमें प्रथम किस्त के रूप में ब्रॉडसन द्वारा 15 करोड़ रुपये जमा किया गया। द्वितीय एवं तृतीय किस्त जमा नहीं करने के कारण जिला प्रशासन द्वारा बालू जब्त किया गया। बालू की बिक्री कर 45 करोड़ की वसूली की गई। इस प्रकार ब्रॉडसन से कुल 60 करोड़ की वसूली की गई। शेष 36 करोड़ की वसूली के लिए नीलाम पत्र वाद दायर कर कार्रवाई की जा रही है। 10 करोड़ की राशि ईंट भट्ठा से वसूली की जानी है। इसके लिए डीएम ने तेजी लाने का निर्देश दिया। इसके अतिरिक्त 81 बकायेदारों के विरुद्ध वारंट निर्गत किया है। डीएम ने इसकी सूची वरीय पुलिस अधीक्षक पटना को भेजने का निर्देश दिया ताकि राशि की वसूली तथा नीलाम पत्रवाद का निष्पादन किया जा सके।

You may have missed