विभिन्न संगठनों ने मनाया काला दिवस, मोदी सरकार का किया पुतला दहन

पटना। अखिल भारतीय किसान संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर केन्द्र की कारपोरेट परस्त, तानाशाही, साम्प्रदायिक सत्ता के 7 वर्ष पूरा होने और केंद्र सरकार द्वारा कृषि विरोधी तीन काले कानूनों को पारित करने, बिजली कानून में संशोधन के जरिए बिजली आपूर्तिकर्त्ताओं को लूट की छूट देने, न्यूनतम समर्थन मूल्य को कानूनी दर्जा देने से इंकार करने, कारपोरेट परस्त श्रम संहिता के जरिए मजदूरों को गुलाम बनाने एवं साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के जरिए आम लोगों को विभाजित करने और पिछले 6 महीनों से जारी किसान आंदोलन की पूर्ण उपेक्षा के खिलाफ आज पूरे राज्य भर में काला दिवस मनाया गया तथा मोदी सरकार का पुतला दहन तमाम जिलों में किया गया। सभी संगठन के कार्यकर्ता और समर्थक अपने- अपने दरवाजे, गली, सड़क पर उतर कर विभिन्न मांगों की तख्ती लेकर प्रदर्शन किया और मोदी सरकार का पुतला फूंका।
पटना स्थित राज्य कार्यालय के पास कार्यक्रम में सीटू के राज्य महासचिव गणेश शंकर सिंह, एडवा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रामपरी, खेतिहर मजदूर यूनियन के राज्य अध्यक्ष देवेन्द्र चौरसिया, किसान सभा के राज्य उपाध्यक्ष अवधेश कुमार, डीवाईएफआई के राज्य अध्यक्ष मनोज कुमार चंद्रवशी, एसएफआई के दीपक कुमार के अलावा अरुण कुमार मिश्रा, सोने लाल प्रसाद, सुनीता सिन्हा, प्रवीण कुमार प्रदर्शन में काला पट्टी बांध कर मांग पत्र के साथ काला दिवस मानते हुए प्रदर्शन किया।

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