कोरोना महामारी को लेकर मुख्य बाजार की स्थिति देख व्यापारियों में जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध पनप रहा है गुस्सा
भागलपुर। वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदारी यदि किसी की बनती है तो वह जनता के बाद नगर निगम की है। प्रदेश की छोटी से छोटी निकाय और जिनकी तिजोरी में धन नहीं है, वह भी इस संकट के समय सक्रिय होकर काम कर रही है, लेकिन कोरोना को लेकर काम बड़े स्तर पर नहीं किया जा रहा है। परिणाम स्वरुप भागलपुर में न केवल कोरोना वायरस काफी तेजी से पांव फैला रहा है, बल्कि नगर निगम की मनमानी और लापरवाही की वजह से कोरोना महामारी ने यहां 4 सतक से ऊपर का आंकड़ा बना लिया है। स्वास्थ विभाग के हर अपडेट में जिले से कोरोना के नए मरीजों में वृद्धि हो रही है। इतना ही नहीं भागलपुर जिला कोरोना के मामले में बिहार में फिलहाल दूसरे स्थान पर है। हालांकि राहत की बात यह है कि मरीज जल्दी स्वस्थ होकर घर को जा रहे हैं।
नगर निगम की लापरवाही और मनमानी के कारण अब तो यह कोरोना महामारी भागलपुर शहर के हृदय स्थल पर आक्रमण कर मुख्य बाजार में अपने प्रकोप का दस्तक दे दिया है, बावजूद इसके नगर निगम प्रशासन अब तक सुस्त बैठी है, निगम के वार्ड पार्षद फोटो चिपकाने की राजनीति में व्यस्त हैं। उक्त आरोप वार्ड नंबर 38, वार्ड नंबर 19 और वार्ड नंबर 20 के पार्षदों पर बाजार के व्यापारियों ने लगाया है। व्यापारियों ने इन पार्षदों से कहा है कि यह सत्य है कि चुनाव की घोषणा हो गई है और आप लोग विधायक बनने की जुगाड़ में जी-जान से लग गए हैं परंतु प्रथम घर यानी कि आपका वार्ड बद से बदहाल हो रहा है,गंदगी की बढ़त शहर में लगातार उच्च स्तर पर बरकरार रहने के कारण शहर अपनी सुंदरता के साथ मृत्यु की ओर बढ़ रहा है, यातायात की व्यवस्था चरमरा गई है, अतिक्रमण के कारण सड़कें छोटी हो गई है, गंदगी फैलते-फैलते लोगों के दुकान व घरों को नाश कर रही है। व्यापारी वर्गों ने इसका कारण पूछते हुए कहा कि ऐसे में आपके विधायकी बनने का सपना क्या पूरा हो पाएगा ? आखिर क्या कारण है कि आप ऐसे जिम्मेदार वर्गों को कुछ दिखाई नहीं दे रहा है? ईस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के उपाध्यक्ष संजीव कुमार उर्फ लाालू शर्मा ने वार्ड पार्षदों को व्यापारी वर्गों ने स्मरण दिलाते हुए कहा कि वार्ड की जनता भी विधायकी चुनावों के समय वोटर होते हैं।अगर आपका घर ही आपको वोट न दें तो दूसरी जगह से क्या आप कल्पना भी कर सकते हैं क्या? व्यापारी वर्गों में कहा कि वार्ड पार्षद और निगम अधिकारी तब जागेंगे,जब महामारी लोगों का जीवन छीनने लगेगी, चारों तरफ हाहाकार मचने लगेगा और जनता त्राहिमाम-त्राहिमाम करते हुए विद्रोह पर उतर आने को विवश हो जाएगी। नगर निगम प्रशासन सहित शहर के माननीय पार्षदगण महोदय से शहर के व्यापारी वर्गों ने गुहार लगाई है कि आपलोग आलस्य व फोटो खिंचवाकर सुर्खियों में बने रहने की राजनीति छोड़ दें और महामारी के समय धरातल पर भी कुछ काम करते या काम करवाते नजर आवें! व्यापारियों ने आगाह करते हुए काकी वक्त आ रहा है महासंग्राम और लोगों के इंतहान का! अब देखना यह है कि आप मेहनत पर अंक लाते हैं या फिर जुगाड़ गाड़ी से जुगाड़ी व्यवस्था बनाकर पुन: माननीय बन जाते हैं।
इस बाबत शहर के प्रमुख जिम्मेदार व्यापारिक संगठन ईस्टर्न बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष गोविंद अग्रवाल ने नगर विधायक एवं वार्ड पार्षद से अनुरोध किया कि वे लोग आपसी मनमुटाव को दरकिनार कर राजनीतिक रंजिशों से जनता को दूर रख मुख्य बाजार सहित आसपास के तमाम इलाकों में शीघ्रता शीघ्र एक बड़ा सफाई अभियान चलाएं। इसी एसोसिएशन के उपाध्यक्ष सुनील कुमार साह एवं सचिव प्रकाश डोकानिया ने संयुक्त रूप से यह कहा कि वार्ड 19, 20 एवं 38 की दशा दयनीय है। इन वार्डों में तुरंत कार्रवाई करते हुए पूरे वार्डों को अच्छी तरह से स्टैंडर्ड मापदंड से सेनेट्राइज करते हुए फॉगिंग एवं साथ-साथ ब्लीचिंग पाउडर का भी छिड़काव करवाएं। संगठन के महासचिव आलोक अग्रवाल ने कहा कि निगम व जिला प्रशासन महामारी फैलने का इंतजार न करते हुए महामारी के बढ़ते कदम को रोकने के ठोस उपाय एवं कारगर रणनीति बनाकर मुख्य शहर को सुरक्षित रखने की दिशा में सकारात्मक पहल करें। रोष व्यक्त करने वाले लोगों में सौरभ पारीक,मुन्ना गांधी, अजय कनोडिया, श्याम सुंदर शर्मा, डॉक्टर शैलेंद्र मंडल, एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष रूपेश बैद्य, पीआरओ राकेश रंजन केसरी जैसे दर्जनों लोग शामिल है। जनता को उम्मीद ही नहीं अपूर्ति भरा विश्वास है कि दस्तक देते संकट एवं समस्या को आहट की सुन-समझकर पार्षद एवं निगम जिम्मेदारी के साथ जागृत होंगे।


