BIHAR : निगरानी की टीम ने सिविल सर्जन के क्लर्क को रिश्वत लेते रंगेहाथ किया गिरफ्तार
पटना। बिहार के जहानाबाद जिले में निगरानी की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। निगरानी ने सिविल सर्जन के क्लर्क को 30 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। क्लर्क ने प्रभारी बनाने के लिए रिश्वत मांगी थी। इस बाबत पीड़ित डॉ. मोहम्मद इरफानुर रहमान ने निगरानी से शिकायत की, जिसके बाद अनिल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए निगरानी ने जाल बिछाया। निगरानी टीम के हत्थे चढ़े क्लर्क ने लिखित बयान में सिविल सर्जन पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है।
मिली जानकारी के अनुसार, जहानाबाद के सीएस कार्यालय में पदस्थापित क्लर्क अनिल कुमार सिंह सिकरिया पीएचसी के एक चिकित्सक डॉ. इरफान से पदस्थापना के लिए घूस मांग रहा था, जिसकी शिकायत पीड़ित चिकित्सक ने निगरानी विभाग से की थी। शुरूआती छानबीन में जब निगरानी विभाग को लगा कि चिकित्सक की शिकायत जायज है, तो निगरानी विभाग के डीएसपी विमलेंदु वर्मा के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई गई। टीम ने शनिवार को जहानाबाद में सिविल सर्जन कार्यालय के मुख्य क्लर्क के चारों ओर अपना जाल बिछाया। निगरानी विभाग के कहने पर डॉ. इरफान ने जैसे ही क्लर्क को रुपये दिये, निगरानी की टीम ने क्लर्क को रंगे हाथ धर दबोचा।
डीएसपी विमलेंदु वर्मा ने बताया कि चिकित्सक की शिकायत पर यह छापेमारी की गई है, जिसमें लिपिक अनिल कुमार को 30 हजार रुपए घूस लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। लिपिक से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि इसमें और किसकी-किसकी संलिप्तता है, यह पूछताछ और छानबीन के बाद ही पता चलेगा।


