December 7, 2025

आभासी रैली नहीं, रोजगार और कोरोना से बचाव की गारंटी करे सरकार, वामदल ने मनाया विश्वासघात-धिक्कार दिवस

पटना। वाम दलों ने जनशक्ति भवन के बाहर परिसर में अमित शाह के वर्जुअल रैली के खिलाफ विश्वासघात-धिक्कार दिवस मनाते हुए सरकार के समक्ष के कई मांगों को रखी। वाम नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने पूरे देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया है और कोरोना को लेकर अपनायी गई अफरा-तफरी की नीति ने देश को अराजकता के माहौल में धकेल दिया है। भारत के मजदूर वर्ग ने जो अकथनीय पीड़ा झेली है, उसे लोग कभी नहीं भूलेंगे और मोदी सरकार को कत्तई माफ नहीं करेंगे।
नेताओं ने कहा कि 7 जून को अमित शाह की वर्चुअल रैली जले पर नमक छिड़कने के जैसा है, इसलिए वाम दल विश्वासघात-धिक्कार दिवस मनाते हुए और वर्चुअल रैली के प्रतिवाद में फिजिलकल प्रोटेस्ट का आयोजन पूरे राज्य में किया गया और आभासी रैली नहीं बल्कि भोजन, रोजगार की मांग की गई। नेताओं ने कहा कि दिल्ली-पटना की डबल इंजन की सरकार पूरी तरह विफल है।
कार्यक्रम में सीपीआई (एम) के राज्य सचिव मंडल सदस्य अरुण कुमार मिश्रा, रामपरी, पटना जिला सचिव मनोज कुमार चंद्रवंशी, विश्वनाथ सिंह, कुशवाहा नंदन, सीपीआई के विजय नारायण मिश्र, रामलाला सिंह, गजनफर नवाब, भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल, धीरेन्द्र झा, सरोज चोबे, रणविजय कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

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