BIHAR BOARD : गरीब परिवार से आते हैं टॉपर्स, कुछ ऐसी है इनकी कहानी
पटना। काफी प्रतिक्षा के बाद आखिरकार बिहार बोर्ड ने मैट्रिक का रिजल्ट घोषित कर दिया है। मंगलवार को जारी किए गए रिजल्ट में कुल 80.59% छात्र पास हुए हैं। इस बार परीक्षा में लड़कों का दबदबा रहा है। इस बार सिमुलतला अवासीय विद्यालय का डंका नहीं बज पाया है। हमेशा सबसे ज्यादा टॉपर्स देने वाला सिमुलतला अवासीय विद्यालय से मात्र इस बार 3 छात्र ही टॉप 10 में जगह बनाने में सफल हुए हैं। टॉप-5 में उक्त विद्यालय के एक भी छात्र शामिल नहीं हुए। अधिकतर टॉपर्स गरीब परिवार से आते हैं। कोई सब्जी बिक्रेता के बेटा हैं, तो कोई मजदूर के, तो किसी के पिता किसान हैं। रोहतास जिले के हिमांशु राज स्टेट टॉपर रहे तो टॉप 10 स्थानों पर कुल 41 विद्यार्थियों ने कब्जा जमाया है।
स्टेट टॉपर हिमांशु राज के पिता हैं सब्जी बिक्रेता
बिहार बोर्ड के स्टेट टॉपर हिमांशु राज रोहतास जिले के दिनारा प्रखंड के तेनुअज पंचायत के नटवार कला गांव वार्ड नं 10 के निवासी हैं। हिमांशु राज के पिता सुभाष सिंह सब्जी बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। जबकि माता मंजू देवी कुशल गृहिणी है। हिमांशु से बड़ी एक बहन है जो इंटर में पढ़ती है। हिमांशु की इच्छा तो ऊंची उड़ान भरने की है लेकिन परिवार की आर्थिक परेशानी को देखते हुए उन्होंने सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने की बात कही।
दूसरे स्थान पर रहे दुर्गेश
वहीं दूसरे स्थान पर रहे दुर्गेश कुमार उजियारपुर थाना क्षेत्र के मालती के समीप स्थित बिदुलिया गांव के रहने वाले हैं। उन्होंने समस्तीपुर के जितवारपुर स्थित श्रीकृष्णा हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा दी थी। किसान जयकिशोर सिंह के बेटे दुर्गेश ने कहा कि उनकी सफलता के पीछे उसके माता-पिता का योगदान महत्वपूर्ण है। दुर्गेश चार भाई बहनों में सबसे छोटे हैं। दुर्गेश ने बताया कि आईआईटी कर एक कुशल इंजीनियर बन देश की सेवा करना उनका लक्ष्य है।
तीन छात्र रहे टॉप-3 में
बिहार के टॉप-3 टॉपरों की सूची में एक छात्रा ने कब्जा जमाया है। बिहार के अरवल जिले की रहने वाली जूली ने बालिका हाई स्कूल से पढ़ाई की है। छात्रा जूली कुमारी को 478 अंक हासिल हुए हैं, वहीं भोजपुर जिले के हरखेन कुमार जैन के शुभम कुमार को भी 478 अंक ही मिले हैं। इसके अलावा औरंगाबाद के रहने वाले राजवीर सिंह को भी 478 अंक ही मिले। राजवीर पटेल हाई स्कूल के छात्र हैं।
मजदूर के बेटे को चौथा स्थान
दाउदनगर पटवा टोली निवासी गोपाल प्रसाद के पुत्र मुन्ना कुमार ने मैट्रिक परीक्षा में राज्य भर में चौथा स्थान प्राप्त किया है। मुन्ना को कुल 477 अंक मिले हैं। मुन्ना बेहद गरीब परिवार से हैं और इनके पिता मजदूरी करते हैं। मुन्ना चार भाइयों में सबसे छोटा है। इनकी दो बहनें हैं। अपने घर मे पढ़ाई करने वाला मुन्ना एकलौता है। इनके सभी भाई मात्रा 5वीं तक ही पढ़े किए हैं। भाई मनोज, योगेंद्र और विनय तीनों मजदूरी करते हैं। बहन चंद्रावती और मलती घर का काम संभालती है। मां नगवा देवी भी मजदूरी करती हैं। मुन्ना ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, भाई बहन के अलावा शिक्षकों को दिया है।
शिक्षक के बेटे को छठा स्थान
औरंगाबाद जिले के दाउदनगर प्रखंड के मिश्र बिगहा निवासी शिक्षक अशोक मिश्रा के बेटे अंकित कुमार ने राज्य में छठा स्थान प्राप्त किया है। अंकित को मैट्रिक परीक्षा में 475 अंक मिले हैं। अंकित पटेल हाई स्कूल दाउदनगर का छात्र है। वह पढ़ाई कर सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहता है। अंकित ने सेल्फ स्टडी और स्कूल की पढ़ाई के बदौलत यह सफलता हासिल की है। अंकित ने बताया कि वह किसी कोचिंग में पढ़ाई करने नहीं जाता था। पिता ही घर पर पढ़ाते थे। वह रोजाना 7 घंटा सेल्फ स्टडी करता था। अंकित की मां माया देवी गृहणी हैं। अंकित दो भाई और एक बहन है।
छात्रा दीपांशु प्रिया भी छठे स्थान पर
किसान उच्च विद्यालय, मोरसंड की छात्रा और समस्तीपुर प्रखंड के चकहाजी (रूप नारायणपुर बेला पंचायत) निवासी संजीव कुमार राम व विनीता कुमारी की पुत्री दीपांशु प्रिया ने मैट्रिक की परीक्षा में राज्य में छठा रैंक पाकर जिले का नाम रौशन किया है। मां-पिता समेत बड़े भाई प्रियांशु अमन व छोटे भाई आयुष अमन की दुलारी बहन दीपांशु ने प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल से पूरी की। दीपांशु भविष्य में आईएएस अफसर बनना चाहती है। वर्तमान में पिता गांव में ही किराना की छोटी सी दुकान चलाते हैं तो मां जीविका में सीएनआरसी के पद पर कार्यरत है।
शिक्षक पिता का बेटा-आंगनबाड़ी सेविका का बेटा भी नौवां स्थान पर
शिक्षक पिता के मार्गदर्शन में हुलासगंज प्रखंड के सूरजपुर गांव के हेमंत ने मैट्रिक परीक्षा की गंभीरता से तैयारी की और उसे इसका सुखद परिणाम भी प्राप्त हुआ। परीक्षा में 472 अंक लाकर सूबे में 9वीं रैंक हासिल करने पर हेमंत के घर में मंगलवार को काफी खुशी का माहौल दिखा। पिता अरुण कुमार और आंगनवाड़ी सेविका के रूप में कार्यरत माता बबली कुमारी का चेहरा गर्व से भरा हुआ था। हुलासगंज उच्च विद्यालय के छात्र हेमंत ने कहा कि उसे शुरू से ही उम्मीद थी कि परीक्षा में 95 फीसदी के करीब अंक आएंगे। मेडिकल संस्थान में प्रवेश के इच्छुक उक्त होनहार छात्र ने परीक्षा की अपनी तैयारी के बारे में बताया कि पिता के एक दोस्त से भी उसे तैयारी में काफी मदद मिली।
वहीं संग्रामपुर प्रखंड के दक्षिणी भवानीपुर पंचायत के पकड़ी गांव निवासी शुभम कुमार ने बिहार बोर्ड में राज्य में नौवां स्थान प्राप्त कर उसने जिले का नाम रोशन किया है। शुभम श्री महावीर उच्च माध्यमिक विद्यालय ठिकहा भवानीपुर का छात्र है। उसे परीक्षा में 472 अंक मिले हैं। शुभम की मां शोभा देवी आंगनबाड़ी सेविका और पिता शत्रुध्न सहनी छोटे किसान हैं। उसकी परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। इसके बावजूद पिता ने उसे पढ़ाई में कोई कमी नहीं होने दी। उसने गांव में ही रहकर पढ़ाई की। यहीं ट्यूशन किया। शुभम ने बताया कि आगे चल कर वह आईएएस बनकर समाज का सेवा करना चाहता है। वह अपनी सफलता का श्रेय माता पिता व ट्यूशन पढ़ाने वाले शिक्षक अनिल कुमार साह को देता है।


