September 18, 2025

दूसरे राज्यों में फंसे बिहारियों से सुमो ने कहा- किसी के बहकावे व फेक न्यूज के झांसें में नहीं आएं

पटना। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने दूसरे राज्यों में रुके बिहारियों से अपील की है कि वे जहां है, सारी कठिनाइयों के बावजूद वहीं धैर्य के साथ रुके रहें। दूसरे राज्यों की स्थानीय सरकारों से समन्वय बना कर बिहार सरकार हर संभव मदद की यथासंभव कोशिश में जुटी हुई है। बिहार में रह रहे उनके परिवार वालों से भी अपील की है कि वे अपने परिजनों को मोबाइल से संपर्क कर लॉकडाउन के दौरान घर आने की जगह जहां हैं, वहीं सुरक्षित रहने के लिए मानसिक तौर पर प्रेरित करें।
मोदी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण दूसरे राज्यों में फंसे बिहारियों को आर्थिक मदद देने वाला बिहार देश का पहला राज्य है। अंडमान, सिक्किम से लेकर दिल्ली, महाराष्ट्र, गुजरात तक में रुके 6.67 लाख प्रवासी बिहारियों के खाते में आपदा राहत कोष से 1-1 हजार रुपये भेजा जा चुका है। सर्वाधिक दिल्ली में 1.30 लाख, हरियाणा में 95,999, महाराष्ट्र में 72,243, गुजरात 61,944, पंजाब, 37,771, राजस्थान 26,849, तमिलनाडु 26,312, पश्चिम बंगाल 25,181 व अंडमान निकोबार में 265 प्रवासी बिहारियों के खाते में राशि भेजी गयी है। प्राप्त कुल आवेदन 13.26 लाख में से शेष बचे 6.59 लाख बिहारी प्रवासियों को भी शीघ्र राशि भेजी जा रही है।
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि इसके अलावा 60 हजार से ज्यादा लोगों ने फोन कर बिहार सरकार से मदद मांगी हैं, ऐसे सभी लोगों से दुबारा संपर्क कर उन्हें एसएमएस भेज कर उनके बिहार स्थित बैंक खाता व आधार संख्या मांगी जा रही है। अन्य किसी को भी मदद की जरूरत है तो वे लिंक डाउनलोड कर आवेदन करें, बिहार सरकार यथासंभव मदद के लिए तत्पर है। मोदी ने कहा कि दूसरे राज्यों में रुके बिहारी किसी के बहकावे व फेक न्यूज के झांसें में नहीं आएं। लॉकडाउन के दौरान किसी भी तरह से यातायात की व्यवस्था संभव नहीं है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद केंद्र व राज्य सरकार स्वत: रेल व बस सेवाएं शुरू करने के साथ उनकी आवाजाही की सुविधा सुनिश्चित करेगी।

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