पटना के बाढ में स्कूल संचालकों ने नीतीश सरकार के आदेश को दिखाया ठेंगा, खुले स्कूल
बाढ (अखिलेश्वर सिन्हा)। कोरोना वायरस को लेकर जहां पूरे विश्व में दहशत का माहौल है। यहां तक की बिहार को अलर्ट मोड पर रखा गया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए हाई लेवल मीटिंग कर बिहार के तमाम शिक्षण संस्थान, सिनेमाघर, चिड़िया घर को 31 मार्च तक बंद रखने का आदेश जारी किया था। वहीं उक्त आदेश का पटना जिला में ही प्रशासन के नाक के नीचे धज्जियां उड़ती हुई नजर आयी। पटना से लगभग 65 किलोमीटर दूर बाढ़ अनुमंडल में स्कूल संचालकों ने नीतीश सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाते हुए अपने-अपने स्कूलों को खोलें रखा। जहां अन्य दिनों की तरह पठन-पाठन कार्य जारी रहा।
बाढ़ से मिल रही प्रारंभिक सूचना के अनुसार अनुमंडल के ज्ञानस्थली हाई स्कूल, शिक्षा निकेतन और यहां तक की बच्चों का किड्जी स्कूल भी खुला रहा और बच्चे स्कूल के शिक्षण कार्य में सम्मिलित भी हुए। सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ाते इन खुले हुए स्कूलों को लेकर अनुमंडल में चर्चा बहुत जोरों पर है। लोग कहते सुने जा रहे हैं कि स्कूल संचालकों में सरकार और प्रशासन का अब तनिक भी खौफ नहीं रह गया है। यही वजह है कि जहां शुक्रवार को नीतीश सरकार ने स्कूल, कॉलेज, सिनेमाघर और चिड़िया घर बंद करने का आदेश था, वही ठीक एक दिन बाद ही स्कूल संचालकों ने नीतीश सरकार के आदेश को ठेंगा दिखाने का काम किया है।
बहरहाल जिस तरह से पूरे देश में कोरोना वायरस को लेकर लोग दहशतजदा हैं। सभी सरकारें इस वायरस से निपटने के लिए पूरी मुस्तैदी से जुटी हुई है। वहीं दूसरी ओर ऐसे शिक्षण संस्थान बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करने से भी नहीं चूक रहे हैं। अब देखना है कि सरकार एवं प्रशासन ऐसे स्कूलों पर कार्रवाई करती है या फिर यह स्कूल संचालक इसी तरीके से मनमानी करते रहेंगे।
बता दें कोरोना से भारत देश में अब तक 2 लोगों की मौत हो चुकी है। वही कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 83 हो गई है।


