पटना सिटी के थाना प्रभारी किए गए सस्पेंड, प्रकाश पर्व में महिला से लूटपाट का मामला, अधिकारियों ने लिया एक्शन
पटना। पटना सिटी में प्रकाश पर्व के दौरान एक महिला श्रद्धालु के साथ हुई लूटपाट और चाकू से हमले की घटना ने पुलिस व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस मामले में वरीय अधिकारियों ने सख्त रुख अपनाते हुए चौक थाना प्रभारी मंजीत कुमार ठाकुर को निलंबित कर दिया है। उनकी जगह पुलिस निरीक्षक राज किशोर कुमार को नया थाना प्रभारी नियुक्त किया गया है। यह कार्रवाई घटना के बाद पुलिस की कार्यप्रणाली और सुरक्षा इंतजामों में लापरवाही को देखते हुए की गई है।
पंजाब से आई महिला श्रद्धालु बनी शिकार
जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह पंजाब के गुरदासपुर निवासी उत्तम प्रीत कौर अपनी चाची सर्वजीत कौर के साथ तख्त श्री हरमंदिर साहिब, पटना साहिब से बाल लीला गुरुद्वारा जा रही थीं। इसी दौरान दो अज्ञात अपराधियों ने रास्ते में उन्हें घेर लिया। विरोध करने पर अपराधियों ने उत्तम प्रीत कौर पर चाकू से हमला कर दिया और उनके पास से करीब आठ हजार रुपये नकद और मोबाइल फोन लूटकर फरार हो गए। अचानक हुई इस वारदात से मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
इलाज के बाद पंजाब लौटीं पीड़िता
घटना के बाद घायल उत्तम प्रीत कौर को तुरंत पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां डॉक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद उनकी हालत स्थिर बताई और उन्हें छुट्टी दे दी गई। इलाज के बाद उत्तम प्रीत कौर अपने परिवार के साथ पंजाब लौट गई हैं। हालांकि घटना का डर और मानसिक आघात उनके साथ बना हुआ है। इस वारदात ने देश-विदेश से पटना साहिब आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे गंभीर प्रश्न
प्रकाश पर्व को लेकर पटना प्रशासन और पुलिस ने पहले से ही सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होने का दावा किया था। वरीय आरक्षी अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा और जिलाधिकारी डॉ. त्याग राजन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे। बावजूद इसके, पुलिस की कड़ी सुरक्षा के बीच इस तरह की घटना का होना प्रशासन के दावों पर सवाल खड़े करता है। श्रद्धालुओं का कहना है कि जब इतने बड़े धार्मिक आयोजन में भी सुरक्षा में चूक हो रही है, तो आम दिनों में स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है।
थाना प्रभारी पर गिरी गाज
घटना के दो दिन बीत जाने के बाद भी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। इसी को लेकर वरीय पुलिस अधिकारियों ने कड़ा रुख अपनाया और चौक थाना प्रभारी मंजीत कुमार ठाकुर को कार्य में लापरवाही बरतने के आरोप में तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। सिटी एसपी पूर्वी परिचय कुमार ने इस निलंबन की पुष्टि की है। अधिकारियों का मानना है कि थाना स्तर पर सतर्कता और निगरानी में कमी रही, जिसका खामियाजा श्रद्धालु को भुगतना पड़ा।
नए थाना प्रभारी को सौंपी जिम्मेदारी
निलंबन के बाद पुलिस निरीक्षक राज किशोर कुमार को चौक थाना का नया प्रभारी बनाया गया है। उनसे उम्मीद की जा रही है कि वे क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को दुरुस्त करेंगे और अपराधियों की गिरफ्तारी में तेजी लाएंगे। नए प्रभारी के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है कि जल्द से जल्द आरोपियों को पकड़कर लोगों में सुरक्षा का भरोसा बहाल किया जाए।
अपराधियों की तलाश में पुलिस
पुलिस ने इस मामले में विशेष जांच टीम का गठन किया है। घटनास्थल और उसके आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फुटेज के आधार पर अपराधियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इसके अलावा स्थानीय लोगों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि किसी तरह की अहम जानकारी मिल सके।
श्रद्धालुओं में डर और नाराजगी
घटना के बाद पटना साहिब और आसपास के इलाकों में श्रद्धालुओं के बीच डर का माहौल है। कई श्रद्धालुओं ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि प्रकाश पर्व जैसे पवित्र अवसर पर दूर-दराज से आए लोगों के साथ इस तरह की घटना होना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। सिख समुदाय के लोगों ने प्रशासन से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और भविष्य में बेहतर सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है।
प्रशासन के लिए सख्त संदेश
थाना प्रभारी का निलंबन प्रशासन की ओर से यह संदेश देता है कि इस तरह की घटनाओं में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। वरीय अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि धार्मिक आयोजनों और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर चूक पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी।
आगे की राह
अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि पुलिस कितनी जल्दी अपराधियों को गिरफ्तार कर पाती है और क्या भविष्य में ऐसे आयोजनों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा। यह घटना न सिर्फ पटना पुलिस के लिए एक चुनौती है, बल्कि पूरे प्रशासन के लिए एक चेतावनी भी है कि बड़े धार्मिक आयोजनों में जमीनी स्तर पर सुरक्षा को और पुख्ता करने की जरूरत है। पटना सिटी में प्रकाश पर्व के दौरान हुई लूटपाट और हमले की घटना ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। थाना प्रभारी का निलंबन यह दर्शाता है कि प्रशासन मामले को गंभीरता से ले रहा है। अब उम्मीद यही है कि जल्द ही अपराधियों को पकड़कर पीड़िता को न्याय मिलेगा और भविष्य में ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।


