December 31, 2025

प्रदेश में अगले 7 दिनों तक भीषण ठंड का अलर्ट: पटना सबसे ठंडा, धूप न निकलने से लोग परेशान

पटना। बिहार इस समय भीषण ठंड की चपेट में है और आने वाले दिनों में लोगों को इससे राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। मौसम विभाग ने साफ कर दिया है कि अगले सात दिनों तक प्रदेश में ठंड का प्रकोप बना रहेगा। खासकर राजधानी पटना समेत कई जिलों में हालात और ज्यादा कठिन हो सकते हैं। घने कोहरे, ठंडी पछुआ हवाओं और धूप के अभाव ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। सुबह से लेकर देर रात तक ठिठुरन बनी हुई है और लोग घरों में दुबकने को मजबूर हैं।
सात दिन का अलर्ट, कोहरे की चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र ने राज्य के लिए अगले सात दिनों तक भीषण ठंड का अलर्ट जारी किया है। मंगलवार को पटना समेत 29 जिलों में घने कोहरे का ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की जा सकती है। इससे ठंड का असर और बढ़ेगा। खास बात यह है कि अगले पांच दिनों तक पटना समेत आठ जिलों में धूप निकलने की संभावना बेहद कम है, जिससे कोल्ड डे की स्थिति बनी रह सकती है।
पटना बना राज्य का सबसे ठंडा शहर
राजधानी पटना बीते चार दिनों से लगातार कोल्ड डे की चपेट में है। सोमवार को पटना में पूरे दिन धूप नहीं निकली। कोहरे और बादलों के साथ-साथ तेज पछुआ हवा ने ठंड को और तीखा बना दिया। हालात ऐसे रहे कि अधिकतम और न्यूनतम तापमान में केवल 2.1 डिग्री सेल्सियस का अंतर रह गया। इसी कारण पटना राज्य का सबसे ठंडा शहर बन गया। सोमवार को पटना का न्यूनतम तापमान 12.6 डिग्री और अधिकतम तापमान 14.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
जिलों में तापमान की स्थिति
प्रदेश के अन्य जिलों में भी ठंड का असर साफ दिख रहा है। नालंदा के राजगीर में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 7.7 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जो राज्य में सबसे कम रहा। गयाजी में तापमान 7.8 डिग्री दर्ज किया गया। फारबिसगंज में न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री और अधिकतम 16.2 डिग्री सेल्सियस रहा। नालंदा में न्यूनतम तापमान 9.1 और अधिकतम 15.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं विक्रमगंज में राज्य का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 17.7 डिग्री सेल्सियस रहा।
ठंडी पछुआ हवा ने बढ़ाई परेशानी
मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में इस समय 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से ठंडी पछुआ हवा चल रही है। यही वजह है कि दिन और रात दोनों समय ठंड का असर बना हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब तक इन हवाओं की रफ्तार कम नहीं होती और पश्चिमी विक्षोभ कमजोर नहीं पड़ता, तब तक ठंड से राहत की उम्मीद कम है। सुबह और देर रात के समय हालात और ज्यादा कठिन हो सकते हैं।
घने कोहरे से दृश्यता बेहद कम
घने कोहरे ने प्रदेश के कई इलाकों में दृश्यता को बेहद कम कर दिया है। खुले इलाकों में विजिबिलिटी 50 से 100 मीटर तक सिमटने की संभावना जताई जा रही है। सोमवार को पूर्णिया में दृश्यता महज 600 मीटर तक रह गई थी। कोहरे की वजह से सड़क, रेल और हवाई यातायात पर भी व्यापक असर पड़ा है। वाहन चालकों को दिन में भी हेडलाइट जलाकर चलना पड़ रहा है।
हवाई और रेल यातायात पर असर
कोहरे का सबसे ज्यादा असर हवाई सेवाओं पर पड़ा है। सोमवार को पटना एयरपोर्ट से 10 फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं, जबकि 16 फ्लाइट्स देरी से संचालित हुईं। इंडिगो एयरलाइंस की 8 और एयर इंडिया की 2 फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा। इसके अलावा इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट और एयर इंडिया एक्सप्रेस की कई उड़ानें तय समय से काफी देर से आईं और गईं। रेल यातायात की स्थिति भी बेहतर नहीं है। तेजस राजधानी ट्रेन सोमवार को 17 घंटे से अधिक देरी से पहुंची। मिजोरम राजधानी और संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस करीब 16-16 घंटे लेट रहीं। दिल्ली अमृत भारत, कुंभ एक्सप्रेस और मगध एक्सप्रेस जैसी कई ट्रेनें 12 से 13 घंटे की देरी से गंतव्य पर पहुंचीं। ठंड और कोहरे के कारण यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
नए साल की शुरुआत में भी राहत नहीं
मौसम विभाग का अनुमान है कि नए साल की शुरुआत में भी ठंड का असर कम नहीं होगा। अगले सात दिनों तक राज्य में घना कुहासा, बादल और भीषण ठंड बनी रह सकती है। अगले चार से पांच दिनों तक कई इलाकों में मध्यम से घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। न्यूनतम तापमान में गिरावट जारी रहने से कोल्ड डे की स्थिति और लंबी हो सकती है।
मौसम के पीछे की वजह
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, मध्य क्षोभ मंडल में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और पछुआ हवाओं के कारण बिहार में ठंड बढ़ी है। उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के ऊपर बना साइक्लोनिक सर्कुलेशन अब उत्तरी बांग्लादेश तक फैल चुका है। इसके अलावा पूर्वोत्तर असम और आसपास के क्षेत्रों में ऊपरी हवा का चक्रवाती परिसंचरण भी सक्रिय है। इन सभी मौसम प्रणालियों के चलते उत्तर भारत से लगातार ठंडी हवाएं बिहार की ओर आ रही हैं।
लोगों को बरतनी होगी सावधानी
लगातार बढ़ती ठंड को देखते हुए डॉक्टर और प्रशासन लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। खासकर बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को अतिरिक्त सतर्कता रखने की जरूरत है। सुबह और देर रात घर से बाहर निकलने से बचने, गर्म कपड़े पहनने और कोहरे में वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतने की अपील की जा रही है। बिहार में अगले सात दिन ठंड के लिहाज से बेहद चुनौतीपूर्ण रहने वाले हैं। पटना समेत कई जिलों में धूप के अभाव और घने कोहरे ने हालात और कठिन बना दिए हैं। मौसम विभाग के अलर्ट को देखते हुए लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है, क्योंकि फिलहाल ठंड से राहत की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है।

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