December 24, 2025

पटना के अब्दुल कलाम साइंस सिटी में आज से लोगों की एंट्री, पोर्टल से ऑनलाइन बुक करना होगा टिकट

पटना। राजधानी पटना के लोगों के लिए आज का दिन खास है। आधुनिक डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी को आज से आम जनता के लिए खोल दिया गया है। उद्घाटन के करीब तीन महीने बाद अब लोग इस अत्याधुनिक साइंस सिटी का प्रत्यक्ष अनुभव कर सकेंगे। विज्ञान, तकनीक और नवाचार को एक ही परिसर में देखने का यह अवसर खास तौर पर छात्रों, युवाओं और विज्ञान में रुचि रखने वाले लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
केवल ऑनलाइन टिकट से मिलेगी एंट्री
साइंस सिटी में प्रवेश के लिए पूरी तरह से ऑनलाइन व्यवस्था लागू की गई है। यहां ऑन स्पॉट यानी मौके पर टिकट काउंटर की कोई सुविधा नहीं होगी। इसके लिए विशेष ई-टिकटिंग पोर्टल लॉन्च किया गया है, जिसके माध्यम से दर्शकों को पहले से टिकट बुक करना अनिवार्य होगा। लोग घर बैठे वेबसाइट पर जाकर अपनी विजिट की तारीख, समय स्लॉट और विजिटर्स की श्रेणी का चयन कर ऑनलाइन भुगतान कर सकेंगे। भुगतान के बाद ई-टिकट मिलेगा, जिसे मोबाइल में दिखाकर या प्रिंट निकालकर प्रवेश किया जा सकेगा।
तय समय और सीमित दर्शक
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक खुली रहेगी। भीड़ को नियंत्रित रखने और दर्शकों को बेहतर अनुभव देने के लिए हर घंटे अधिकतम 50 लोगों को ही प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। इस व्यवस्था से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि सभी दर्शक आराम से गैलरियों और मॉडलों को देख सकें और साइंस सिटी में अव्यवस्था न हो।
प्रवेश शुल्क की जानकारी
प्रवेश शुल्क को भी आम लोगों और छात्रों को ध्यान में रखते हुए किफायती रखा गया है। 12 वर्ष से अधिक आयु के दर्शकों के लिए टिकट शुल्क 50 रुपये तय किया गया है। वहीं 5 से 12 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए टिकट मात्र 10 रुपये का होगा। खास बात यह है कि स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय के छात्रों के समूह अगर किसी संस्था के माध्यम से 25 या उससे अधिक की संख्या में आते हैं, तो उन्हें मुफ्त प्रवेश की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा दिव्यांगजन और 70 वर्ष से अधिक आयु के वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी एंट्री पूरी तरह निशुल्क रखी गई है।
उद्घाटन के बाद अब खुला आम जनता के लिए
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी का उद्घाटन इसी साल 21 सितंबर को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने किया था। हालांकि उद्घाटन के बाद इसे आम लोगों के लिए तत्काल नहीं खोला गया था। तकनीकी तैयारियों, व्यवस्थाओं और ऑनलाइन सिस्टम को दुरुस्त करने के बाद अब इसे जनता के लिए खोल दिया गया है। लंबे समय से लोग इसके खुलने का इंतजार कर रहे थे।
डॉ. कलाम की स्मृति को समर्पित परिसर
यह साइंस सिटी महान वैज्ञानिक और भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की स्मृति में बनाई गई है। डॉ. कलाम न सिर्फ एक वैज्ञानिक थे, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत भी रहे हैं। उन्हीं के नाम पर बनी यह साइंस सिटी विज्ञान के प्रति जिज्ञासा और नवाचार की भावना को बढ़ावा देने के उद्देश्य से विकसित की गई है।
विशाल परिसर और आधुनिक संरचना
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी लगभग 20.5 एकड़ क्षेत्रफल में फैली हुई है। इसका डिजाइन आधुनिक तकनीक और शैक्षणिक जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। परिसर में कुल पांच विज्ञान आधारित गैलरियां बनाई जानी हैं, जिनमें से फिलहाल दो गैलरियां दर्शकों के लिए खोल दी गई हैं। इनमें बीए साइंटिस्ट्स गैलरी और बेसिक साइंस गैलरी शामिल हैं।
विज्ञान को रोचक तरीके से समझाने की कोशिश
इन गैलरियों में विज्ञान के विभिन्न पहलुओं को आसान और रोचक तरीके से प्रस्तुत किया गया है। यहां कुल 269 साइंस मॉडल लगाए गए हैं, जो भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीवविज्ञान और अन्य विज्ञान विषयों को समझाने में मदद करते हैं। बच्चों और छात्रों के लिए यह अनुभव किताबों से बाहर निकलकर विज्ञान को महसूस करने जैसा होगा।
4D थिएटर और ऑडिटोरियम की सुविधा
साइंस सिटी में 4D थिएटर की भी सुविधा है, जहां विज्ञान और अंतरिक्ष से जुड़े विषयों को विशेष तकनीक के साथ दिखाया जाएगा। इसके अलावा 500 सीटों वाला एक आधुनिक ऑडिटोरियम भी बनाया गया है, जहां सेमिनार, कार्यशालाएं और विज्ञान से जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए जा सकेंगे। यह स्थान शैक्षणिक गतिविधियों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन सकता है।
छात्रों के लिए डॉरमेट्री की व्यवस्था
दूर-दराज से आने वाले छात्रों और शोधकर्ताओं के लिए साइंस सिटी परिसर में स्टूडेंट डॉरमेट्री की सुविधा भी उपलब्ध है। इससे बाहर के जिलों या राज्यों से आने वाले विद्यार्थियों को यहां रुकने में आसानी होगी और वे लंबे समय तक साइंस सिटी की गतिविधियों से जुड़ सकेंगे।
शिक्षा और पर्यटन दोनों को मिलेगा बढ़ावा
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी के खुलने से पटना को न केवल शैक्षणिक दृष्टि से एक नई पहचान मिलेगी, बल्कि यह एक प्रमुख शैक्षणिक पर्यटन स्थल के रूप में भी उभरेगी। इससे छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ेगी और आम लोगों को भी आधुनिक विज्ञान को समझने का अवसर मिलेगा। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम साइंस सिटी का आम जनता के लिए खुलना पटना और बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। ऑनलाइन टिकट व्यवस्था, किफायती शुल्क और आधुनिक सुविधाओं के साथ यह साइंस सिटी आने वाले समय में ज्ञान, नवाचार और प्रेरणा का बड़ा केंद्र बनने की पूरी संभावना रखती है।

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