भागलपुर में बंद होगी ऑटो चालकों की मनमानी, पांच रूटों पर प्रशासन ने तय किया किराया, अधिक वसूली पर कठिन करवाई
भागलपुर। शहर में लंबे समय से ऑटो चालकों की मनमानी को लेकर यात्रियों में नाराजगी देखी जा रही थी। खासकर बस स्टैंड और प्रमुख मार्गों पर आने-जाने वाले लोगों से मनमाने ढंग से किराया वसूला जा रहा था। अब जिला प्रशासन ने इस समस्या पर गंभीरता से संज्ञान लेते हुए ठोस कदम उठाया है। प्रशासन ने शहर के पांच प्रमुख रूटों पर ऑटो का निश्चित किराया तय कर दिया है, जिससे आम यात्रियों को राहत मिलने की उम्मीद है।
निरीक्षण के दौरान सामने आई यात्रियों की परेशानी
बीते दिनों खिरीबांध पंचायत अंतर्गत फोरलेन किनारे रिक्शाडीह स्थित अस्थायी बस स्टैंड का निरीक्षण उप विकास आयुक्त सह प्रभारी जिलाधिकारी प्रदीप कुमार सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शुभांक मिश्रा ने किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मौके पर मौजूद यात्रियों से बातचीत की और उनकी समस्याएं सुनीं। यात्रियों ने बताया कि ऑटो चालक छोटी दूरी के लिए भी अधिक किराया मांगते हैं और मोलभाव करने पर विवाद की स्थिति बन जाती है।
ऑटो चालकों की मनमानी पर प्रशासन की नाराजगी
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों के सामने यह स्पष्ट हो गया कि बस स्टैंड से शहर के विभिन्न हिस्सों में जाने के लिए ऑटो चालकों द्वारा तय दर से कहीं अधिक किराया वसूला जा रहा है। यह स्थिति न केवल आम जनता के लिए परेशानी का कारण बन रही थी, बल्कि शहर की यातायात व्यवस्था पर भी नकारात्मक असर डाल रही थी। इसी को देखते हुए प्रशासन ने तुरंत इस पर कार्रवाई का फैसला लिया।
बायपास थाना में हुई महत्वपूर्ण बैठक
निरीक्षण के बाद बायपास थाना परिसर में एक अहम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिला प्रशासन, पुलिस विभाग, जनप्रतिनिधि और ऑटो चालक संघ के प्रतिनिधि शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ऑटो किराए का निर्धारण करना और व्यवस्था को पारदर्शी बनाना था। सभी पक्षों की राय सुनने के बाद सर्वसम्मति से किराया तय किया गया।
पांच प्रमुख रूटों पर तय हुआ किराया
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बायपास थाना से रेलवे स्टेशन, बायपास थाना से जगदीशपुर, बायपास थाना से जीरो माइल जिच्छो, बायपास थाना से पनसल्ला चौक और एक अन्य प्रमुख रूट पर ऑटो का किराया प्रति सवारी 10 रुपये निर्धारित किया जाएगा। इस निर्णय के बाद ऑटो चालकों को स्पष्ट निर्देश दिए गए कि वे तय दर से अधिक किराया नहीं लेंगे।
अधिक किराया वसूलने पर सख्त कार्रवाई
प्रशासन ने साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि यदि कोई ऑटो चालक निर्धारित किराए से अधिक वसूली करता पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसमें जुर्माना, वाहन जब्ती और लाइसेंस रद्द करने जैसी कार्रवाई भी शामिल हो सकती है। नगर पुलिस और परिवहन विभाग को नियमित जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है, ताकि तय नियमों का सख्ती से पालन हो सके।
यातायात व्यवस्था सुधारने पर जोर
बैठक में केवल किराए की समस्या ही नहीं, बल्कि बस स्टैंड क्षेत्र में यातायात अव्यवस्था पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों ने छोटे वाहनों की अनियंत्रित आवाजाही पर सख्त नियंत्रण के निर्देश दिए। निर्धारित स्टैंड से ही ऑटो और अन्य वाहन चलें, इस पर विशेष जोर दिया गया, ताकि जाम की समस्या से भी निजात मिल सके।
प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी
इस बैठक में डीआरडीए निदेशक, बीडीओ अमित कुमार, अंचल अधिकारी सतीश कुमार, राजस्व कर्मचारी, बायपास थाना अध्यक्ष प्रभात कुमार, खिरीबांध पंचायत के मुखिया अजय राय, जमनी पंचायत के मुखिया मोहम्मद चांद आलम सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद रहे। सभी ने यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देने पर सहमति जताई।
यात्रियों के लिए अतिरिक्त सुविधाएं
प्रशासन ने बस स्टैंड परिसर में यात्रियों की मूलभूत सुविधाओं पर भी ध्यान दिया है। नगर निगम की ओर से अस्थायी बस स्टैंड क्षेत्र में चलंत शौचालय की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि स्थायी शौचालय का निर्माण कार्य एक माह के भीतर पूरा कर लिया जाएगा। इससे यात्रियों को काफी सहूलियत मिलेगी।
बिजली व्यवस्था में भी सुधार
निरीक्षण के दौरान यह भी सामने आया कि बस स्टैंड क्षेत्र में हाईटेंशन तार नीचे होने के कारण खतरे की स्थिति बनी रहती है। इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए बिजली विभाग ने नया पोल लगाकर तार को ऊंचा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे भविष्य में किसी भी दुर्घटना की आशंका कम होगी।
यात्रियों को मिलेगी राहत
प्रशासन का दावा है कि ऑटो किराया निर्धारण और अन्य व्यवस्थागत सुधारों से यात्रियों को बड़ी राहत मिलेगी। तय किराए से जहां आम लोगों की जेब पर बोझ कम होगा, वहीं शहर की यातायात व्यवस्था भी अधिक सुव्यवस्थित होगी। प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि यदि कहीं नियमों का उल्लंघन हो तो तुरंत इसकी सूचना पुलिस या प्रशासन को दें। इस तरह भागलपुर में ऑटो चालकों की मनमानी पर लगाम लगाने की दिशा में यह कदम एक अहम पहल माना जा रहा है, जिसका असर आने वाले दिनों में स्पष्ट रूप से देखने को मिलेगा।


