December 17, 2025

मुजफ्फरपुर में गिट्टी लदे ट्रैक्टर ने छात्रा को कुचला, पैर टूटा, इलाके में मचा हडकंप

मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के मुसहरी थाना क्षेत्र अंतर्गत रजवाड़ा इलाके में मंगलवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। इस हादसे में सातवीं कक्षा की एक छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। स्कूल से छुट्टी के बाद घर लौट रही छात्रा को गिट्टी लदे तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने कुचल दिया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बच्ची का पैर बुरी तरह टूट गया। घटना के तुरंत बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में वहां जुट गए।
घायल छात्रा की पहचान और परिवार का दर्द
घायल छात्रा की पहचान रजवाड़ा स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ने वाली अंजलि कुमारी के रूप में हुई है। अंजलि रोज की तरह मंगलवार को भी स्कूल गई थी। छुट्टी के बाद जैसे ही वह स्कूल परिसर से बाहर निकली, उसी समय सड़क से गुजर रहे एक अनियंत्रित ट्रैक्टर ने उसे जोरदार टक्कर मार दी। अंजलि के पिता श्रवण सहनी ने बताया कि उनकी बेटी अचानक सड़क पर गिर पड़ी और ट्रैक्टर का पहिया उसके पैर पर चढ़ गया। उन्होंने कहा कि यह हादसा उनकी बेटी के लिए ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार के लिए गहरा सदमा है।
हादसे के बाद स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
दुर्घटना के बाद इलाके में आक्रोश का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने तत्परता दिखाते हुए ट्रैक्टर को घेर लिया, लेकिन चालक मौके का फायदा उठाकर फरार हो गया। कुछ देर के लिए हालात इतने तनावपूर्ण हो गए कि लोग सड़क पर जमा होकर हंगामा करने लगे। स्कूल के पास भारी भीड़ इकट्ठा हो गई। लोगों का कहना था कि इस इलाके में भारी वाहनों की आवाजाही लगातार बढ़ रही है, जिससे आए दिन दुर्घटनाओं का खतरा बना रहता है।
अस्पताल में चल रहा इलाज
स्थानीय लोगों और परिजनों की मदद से घायल छात्रा को तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि अंजलि के पैर में गंभीर फ्रैक्चर हुआ है और उसे लंबे इलाज की जरूरत पड़ेगी। फिलहाल बच्ची का इलाज जारी है और उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। परिजन लगातार अस्पताल में मौजूद हैं और बच्ची के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना कर रहे हैं।
ट्रैक्टर मालिक का आश्वासन
घटना के बाद जब मामला तूल पकड़ने लगा, तो स्थानीय लोगों ने ट्रैक्टर मालिक की पहचान कर उस पर दबाव बनाया। बताया जा रहा है कि ट्रैक्टर मालिक उसी इलाके का रहने वाला है। लोगों के समझाने-बुझाने और दबाव के बाद ट्रैक्टर मालिक ने घायल बच्ची के इलाज का पूरा खर्च उठाने का आश्वासन दिया है। हालांकि, चालक के फरार होने को लेकर लोगों में नाराजगी बनी हुई है।
अवैध खनन की ओर इशारा करती घटना
यह हादसा केवल एक सड़क दुर्घटना तक सीमित नहीं है, बल्कि इसने मुसहरी इलाके में चल रहे अवैध खनन के खेल को भी उजागर कर दिया है। स्थानीय सूत्रों के अनुसार, राजवाड़ा क्षेत्र, खासकर बांध के आसपास का इलाका, अवैध रूप से मिट्टी और सफेद बालू के खनन के लिए जाना जाता है। यहां से रोजाना ओवरलोड ट्रैक्टर और ट्रक गुजरते हैं, जो तेज रफ्तार में चलते हैं और आम लोगों के लिए खतरा बने रहते हैं।
प्रशासनिक दावों पर उठते सवाल
जिला प्रशासन की ओर से शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध खनन पर रोक लगाने के दावे किए जाते रहे हैं। समय-समय पर कार्रवाई की बातें भी सामने आती हैं, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि जमीनी हकीकत कुछ और ही है। उनके अनुसार, मुसहरी और कांटी इलाके में अवैध खनन का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। चाहे राजवाड़ा बांध हो या अहियापुर का संगम घाट, हर जगह खनन माफिया सक्रिय हैं। इन्हीं अवैध गतिविधियों में लगे तेज रफ्तार वाहन अक्सर हादसों की वजह बनते हैं।
पुलिस का पक्ष और आगे की कार्रवाई
मामले को लेकर मुसहरी थानाध्यक्ष सुबोध कुमार मेहता ने बताया कि सड़क दुर्घटना में एक बच्ची घायल हुई है। उनके अनुसार गाड़ी मालिक द्वारा ही बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है। उन्होंने कहा कि परिजनों से लिखित शिकायत मिलने के बाद आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल पुलिस चालक की तलाश और घटना से जुड़े तथ्यों की जांच कर रही है।
सुरक्षा और नियंत्रण की जरूरत
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर कब तक अवैध खनन और तेज रफ्तार वाहनों से आम लोग, खासकर बच्चे, घायल होते रहेंगे। स्कूलों के आसपास भारी वाहनों की आवाजाही पर सख्त नियंत्रण की जरूरत महसूस की जा रही है। स्थानीय लोग प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि इलाके में अवैध खनन पर ठोस कार्रवाई की जाए और सड़क सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। मुजफ्फरपुर के रजवाड़ा इलाके में हुई यह दुर्घटना न सिर्फ एक मासूम छात्रा के दर्द की कहानी है, बल्कि यह प्रशासनिक लापरवाही और अवैध गतिविधियों की गंभीरता को भी उजागर करती है। जरूरत है कि प्रशासन इस घटना को चेतावनी के रूप में लेते हुए ठोस कदम उठाए, ताकि बच्चों और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

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