सुपौल में अज्ञात वाहन ने बाइक में मारी टक्कर, दो की दर्दनाक मौत, एक की हालत गंभीर
सुपौल। सुपौल जिले में सोमवार को एक दर्दनाक सड़क हादसे ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। गौरवगढ़ स्थित गंगा पेट्रोल पंप के सामने हुए इस हादसे में बाइक सवार तीन लोगों में से दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। यह घटना न सिर्फ एक परिवार के लिए अपूरणीय क्षति बनकर सामने आई, बल्कि सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहनों की लापरवाही पर भी गंभीर सवाल खड़े कर गई।
कैसे हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सोमवार की सुबह एक ही बाइक पर सवार तीन लोग सुपौल की ओर जा रहे थे। जैसे ही वे गंगा पेट्रोल पंप के पास पहुंचे, सामने से आ रहे एक अज्ञात वाहन ने तेज रफ्तार में उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि बाइक पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई और सड़क पर दूर तक उसके हिस्से बिखर गए। हादसे के तुरंत बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई और राहगीरों में चीख-पुकार सुनाई देने लगी।
मृतकों और घायल की पहचान
इस हादसे में जिन दो लोगों की जान चली गई, उनकी पहचान पिपरा थाना क्षेत्र के जोलनहिया गांव निवासी शंभू गोस्वामी और उनके बेटे राहुल गोस्वामी के रूप में हुई है। तीसरा व्यक्ति, रोहित गोस्वामी, जो शंभू गोस्वामी का दूसरा पुत्र है, इस दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गया। परिवार के अनुसार, शंभू गोस्वामी अपने दोनों बेटों को ट्रेन पकड़वाने के लिए सुपौल ले जा रहे थे। किसी ने यह नहीं सोचा था कि एक सामान्य यात्रा इतनी बड़ी त्रासदी में बदल जाएगी।
मौके पर ही दो की मौत
हादसे की तीव्रता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शंभू गोस्वामी और उनके बेटे राहुल गोस्वामी की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर के बाद दोनों सड़क पर गिर पड़े और उन्हें संभलने का मौका तक नहीं मिला। आसपास मौजूद लोगों ने तुरंत मदद की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। इस दृश्य को देखकर वहां मौजूद लोग स्तब्ध रह गए।
घायल की हालत नाजुक
हादसे की सूचना मिलते ही डायल 112 की पुलिस टीम मौके पर पहुंची। गंभीर रूप से घायल रोहित गोस्वामी को तत्काल एंबुलेंस के माध्यम से सदर अस्पताल, सुपौल ले जाया गया। चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसकी हालत नाजुक बताई है। डॉक्टरों के अनुसार, उसे गंभीर चोटें आई हैं और उसकी स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है।
आक्रोश में सड़क जाम
इस दर्दनाक घटना के बाद मृतकों के परिजन और स्थानीय ग्रामीणों में भारी आक्रोश फैल गया। लोगों ने पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने और अज्ञात वाहन चालक की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क जाम कर दिया। जाम के कारण उस मार्ग पर करीब चार घंटे तक यातायात पूरी तरह ठप रहा। सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा
सूचना मिलने पर प्रशासनिक अधिकारी और स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने आक्रोशित लोगों से बातचीत कर उन्हें समझाने का प्रयास किया। परिजन और ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे और कहा कि जब तक मुआवजे और कार्रवाई का आश्वासन नहीं मिलेगा, जाम नहीं हटाया जाएगा। काफी देर की बातचीत के बाद अधिकारियों द्वारा उचित कार्रवाई और सहायता का भरोसा दिए जाने पर करीब चार घंटे बाद सड़क जाम हटाया गया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही अज्ञात वाहन की पहचान और उसके चालक की गिरफ्तारी के लिए जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस आसपास के इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने और प्रत्यक्षदर्शियों से पूछताछ करने में जुटी है, ताकि यह पता चल सके कि हादसा किस वाहन से हुआ और चालक कहां फरार हो गया।
गांव और इलाके में शोक का माहौल
इस हादसे की खबर जैसे ही जोलनहिया गांव पहुंची, पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। शंभू गोस्वामी और राहुल गोस्वामी की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव के लोग पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने पहुंचे और हर कोई इस घटना को याद कर भावुक नजर आया। एक ही परिवार के दो सदस्यों की अचानक मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है।
सड़क सुरक्षा पर उठते सवाल
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों के पालन को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। तेज रफ्तार, लापरवाही और अज्ञात वाहन का मौके से फरार हो जाना आम लोगों के लिए खतरे की घंटी है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में तेज गति से वाहन चलते हैं और कई बार पहले भी दुर्घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन ठोस कदम नहीं उठाए गए।
आगे की उम्मीद और मांग
पीड़ित परिवार और ग्रामीणों की मांग है कि अज्ञात वाहन चालक को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और परिवार को सरकारी सहायता व मुआवजा दिया जाए। लोगों का मानना है कि इससे न केवल पीड़ित परिवार को कुछ राहत मिलेगी, बल्कि भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए भी एक संदेश जाएगा। सुपौल का यह हादसा एक सामान्य यात्रा के दौरान हुई एक बड़ी त्रासदी का उदाहरण है। दो जिंदगियों का यूं चले जाना और एक युवक का जिंदगी और मौत से जूझना पूरे समाज को सोचने पर मजबूर करता है। अब सबकी निगाहें पुलिस जांच और प्रशासन की आगे की कार्रवाई पर टिकी हैं, ताकि दोषी को सजा मिले और पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।


