पूर्णिया में दो पक्षों में पत्थरबाजी, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, एक की दर्दनाक मौत
पूर्णिया। जिले में दहेज प्रताड़ना से जुड़े विवाद ने इतना उग्र रूप ले लिया कि दो पक्षों के बीच जमकर पत्थरबाजी हो गई। यह घटना मुफस्सिल थाना क्षेत्र की है, जहां मंगलवार को दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ते-बढ़ते हिंसा में बदल गया। इस पत्थरबाजी में 34 वर्षीय अलीउल की मौत हो गई, जबकि तीन से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें दोनों ओर से ईंट-पत्थर की बारिश होती साफ दिखाई दे रही है।
पत्थरबाजी का वायरल वीडियो
सोशल मीडिया पर आए वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि एक पक्ष के लोग अपने घर की छत से नीचे खड़े लोगों पर ईंट-पत्थर फेंक रहे हैं। छत पर मौजूद 15 से 20 लोग, जिनमें पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, लगातार हमला करते दिख रहे हैं। वहीं नीचे खड़ा दूसरा पक्ष भी पलटवार में ऊपर की ओर ईंट-पत्थर बरसा रहा है। दोनों ओर से चीख-पुकार और गाली-गलौज की आवाजें माहौल को और भयावह बनाती दिख रही हैं।
दहेज प्रताड़ना से शुरू हुआ विवाद
ग्रामीणों के अनुसार, पूरा विवाद दहेज प्रताड़ना से जुड़ा है। पिपरा फारूक टोला निवासी सरिफुन खातून की शादी करीब 10 वर्ष पहले जहांगीर आलम से हुई थी। आरोप है कि जहांगीर और उसके पिता मोहम्मद हनीफ लंबे समय से सरिफुन के मायके वालों से दो लाख रुपये की नकद दहेज की मांग कर रहे थे। मांग पूरी न होने पर सरिफुन को प्रताड़ित किया जाता था और जान से मारने की धमकियां दी जाती थीं। प्रताड़ना से तंग आकर सरिफुन किसी तरह अपनी जान बचाकर मायके पहुंची। इसके बाद यह मामला खुलकर सामने आया और विवाद गहराता चला गया।
लड़की के घर पर हमला और बवाल
अगले ही दिन सरिफुन के ससुर, पति और परिवार के अन्य लोग कुल 10 नामजद और लगभग 12 अज्ञात लोगों के साथ उसके मायके पर हमला करने पहुंच गए। आरोपियों ने लाठी, डंडे और ईंट-पत्थरों के साथ घर पर धावा बोल दिया। इस दौरान बीच-बचाव करने पहुंचीं फिरोजा खातून के सिर पर ईंट मारकर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया गया। स्थिति तब और बिगड़ गई जब अलीउल और सितादुर बचाव के लिए मौके पर पहुंचे। आरोपियों ने दोनों को घेरकर उन्हें बेरहमी से पीटा। ईंट-पत्थरों और लाठी-डंडों से हुई इस मारपीट में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए।
इलाज के दौरान अलीउल की मौत
घटना के तुरंत बाद घायलों को पूर्णिया जीएमसीएच अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने अलीउल को गंभीर अवस्था में भर्ती किया, लेकिन इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। उसकी मौत से पूरे इलाके में तनाव और शोक का माहौल फैल गया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
मुफस्सिल थानाध्यक्ष ने बताया कि घटना और वायरल वीडियो को संज्ञान में ले लिया गया है। इस मामले में 10 नामजद आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस ने अब्दुल मजीद नामक एक आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बाकी आरोपी फरार हैं और उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। पुलिस का कहना है कि वीडियो के आधार पर अन्य लोगों की पहचान की जा रही है और सभी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
दहेज विवाद पर बढ़ते सवाल
यह घटना एक बार फिर दिखाती है कि दहेज प्रताड़ना जैसे सामाजिक मुद्दे किस तरह भयावह रूप ले सकते हैं। शादी के वर्षों बाद भी जबरन दहेज मांगना और प्रताड़ना देना न केवल कानूनन अपराध है, बल्कि ऐसे मामलों में हिंसा और जान-माल की हानि भी होती है। ग्रामीणों का कहना है कि सरिफुन लंबे समय से मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना झेल रही थीं, जिसकी शिकायत के बाद भी स्थिति नियंत्रण में नहीं लाई जा सकी। पूर्णिया की यह घटना समाज में दहेज प्रथा की कड़वी सच्चाई को सामने लाती है। एक महिला की सुरक्षा का मुद्दा पूरे गांव को हिंसा में झोंक देता है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो ने इस घटना को और भी संवेदनशील बना दिया है। पुलिस जांच तेजी से जारी है और उम्मीद की जा रही है कि सभी आरोपी जल्द गिरफ्तार होंगे। यह मामला चेतावनी है कि दहेज और घरेलू हिंसा के मामलों को हल्के में लेना कई बार बड़ी त्रासदी का रूप ले लेता है।


