वन विभाग में जल्द 2856 पदों पर होगी बहाली, कई पदों पर होगी भर्ती, जल्द जारी होगा नोटिफिकेशन
पटना। बिहार सरकार ने नए कार्यकाल की शुरुआत के साथ ही युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में तेज़ी से कदम बढ़ाया है। इसी क्रम में राज्य के वन विभाग में बड़े पैमाने पर नियुक्तियां होने जा रही हैं। गुरुवार को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रमोद कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक में विभाग के विभिन्न पदों पर बहाली की आधिकारिक जानकारी दी गई।
कुल 2856 पदों पर सीधी बहाली
बैठक में बताया गया कि वन विभाग में करीब 2,856 पदों पर सीधी नियुक्ति की जाएगी। यह भर्ती उन युवाओं के लिए बड़ी राहत है जो लंबे समय से सरकारी नौकरी की प्रतीक्षा कर रहे थे। इन पदों में सहायक वन संरक्षक से लेकर वनरक्षी तक कई महत्वपूर्ण श्रेणियाँ शामिल हैं।
विभाग द्वारा जिन 11 प्रकार के पदों पर बहाली होगी, उनमें प्रमुख हैं—
सहायक वन संरक्षक – 31 पद
वन क्षेत्र पदाधिकारी – 40 पद
वनपाल – 188 पद
वनरक्षी – 1,816 पद
आशुलिपिक – 55 पद
अमीन – 32 पद
निम्नवर्गीय लिपिक – 396 पद
कार्यकाल परिचारी – 17 पद
वाहन चालक – 281 पद
इन सभी पदों पर भर्ती सीधे की जाएगी, जिससे चयन प्रक्रिया तेज़ और पारदर्शी होने की संभावना है। मंत्री के अनुसार जल्द ही विस्तृत नोटिफिकेशन जारी कर दिया जाएगा, जिसमें शैक्षणिक योग्यता, आयु सीमा, चयन प्रक्रिया और आवेदन की समयसीमा की जानकारी होगी।
वन विभाग की कार्यक्षमता बढ़ाने में मदद
यह बहाली न केवल युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराएगी, बल्कि विभाग की कार्यकुशलता में भी बड़े सुधार लाएगी। बिहार एक विशाल वन क्षेत्र वाला राज्य है, जहां वन संरक्षण, वन प्रबंधन और जैव विविधता संरक्षण से जुड़ी गतिविधियों के लिए बड़ी संख्या में प्रशिक्षित कर्मियों की आवश्यकता होती है। नए कर्मचारियों की नियुक्ति से जंगलों में निगरानी व्यवस्था मजबूत होगी और वन्यजीवों के संरक्षण में रफ्तार आएगी। वन अपराधों की रोकथाम, अवैध कटान पर नियंत्रण और पर्यावरण संरक्षण के प्रकल्पों को भी इससे नया आधार मिलेगा।
फलदार और जैव-विविधता वाले पौधों के रोपण पर जोर
बैठक के दौरान मंत्री प्रमोद कुमार ने हरियाली और पर्यावरण संरक्षण से जुड़े महत्वपूर्ण निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि विभाग को वृक्षारोपण अभियान में बड़े पैमाने पर फलदार और जैव विविधता से संबंधित पौधों को प्राथमिकता देनी चाहिए।
उन्होंने जिन पौधों का विशेष उल्लेख किया, उनमें शामिल हैं— जामुन, नीम, कटहल, पीपल, बरगद, ब्रह्म आदि। मंत्री का कहना था कि ये पौधे न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी हैं, बल्कि मानव स्वास्थ्य के लिए भी अत्यधिक उपयोगी हैं। उन्होंने आम जनता को भी वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करने पर बल दिया, ताकि बिहार का हरित आवरण तेजी से बढ़ सके।
पार्कों और उद्यानों के रख-रखाव में सुधार
बैठक में मंत्री ने विभाग द्वारा संचालित पार्कों और उद्यानों की स्थिति पर चिंता जताते हुए उनके रख-रखाव को मजबूत करने के निर्देश दिए। लोगों को स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराने के लिए पार्कों का विकास अत्यंत आवश्यक बताया गया। उन्होंने कहा कि बेहतर पार्क सुविधाएँ नागरिकों की जीवनशैली को सुधारती हैं और बच्चों तथा बुजुर्गों दोनों के लिए उपयोगी होती हैं। इसलिए इन स्थानों की नियमित सफाई, पौधों की देखभाल और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करना विभाग की जिम्मेदारी है।
पर्यावरण संरक्षण में वन विभाग की भूमिका महत्वपूर्ण
मंत्री प्रमोद कुमार ने बैठक में कहा कि वन विभाग की भूमिका राज्य के पर्यावरण संरक्षण में अत्यंत महत्वपूर्ण है। तेजी से बदलते वातावरण और बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए विभाग की योजनाएँ और अभियान और अधिक प्रभावी होने चाहिए। उन्होंने विभाग द्वारा अब तक किए गए कार्यों की सराहना करते हुए अपेक्षा जताई कि बहाली प्रक्रिया शुरू होते ही विभाग की कार्यक्षमता कई गुना बढ़ जाएगी। नए कर्मियों के आने से विभागीय कार्यों में गति आएगी और राज्यभर में हरियाली को बढ़ावा मिलेगा।
युवाओं में बढ़ी उम्मीदें, नोटिफिकेशन का इंतजार
वन विभाग की इस बड़ी बहाली की घोषणा के बाद युवाओं में उत्साह बढ़ गया है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र, जो इन पदों के लिए तैयारी कर रहे हैं, अब आधिकारिक विज्ञापन का इंतजार कर रहे हैं। उम्मीद की जा रही है कि नोटिफिकेशन जारी होते ही आवेदन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और अगले वर्ष के शुरुआती महीनों में परीक्षा या चयन प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।


