December 5, 2025

पटना में 953 बेड वाला रैन बसेरा बनकर तैयार, मुफ्त खाने की व्यवस्था, महिलाओं के लिए होगी विशेष सुविधा

पटना। ठंड के मौसम में बेघर और असहाय लोगों को बड़ी राहत देने के उद्देश्य से पटना नगर निगम ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। शहर में कुल 953 बेड की क्षमता वाले आधुनिक रैन बसेरों को तैयार कर दिया गया है। इनमें स्थायी, अस्थायी और जर्मन हैंगर प्रकार के आश्रय स्थल शामिल हैं। सर्द रातों में बेघर लोगों को सुरक्षित और सम्मानजनक ठहरने की सुविधा देने के लिए नगर निगम ने इन आश्रय स्थलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस किया है।
देखरेख और सुरक्षा के लिए तीन शिफ्ट में केयरटेकर
रैन बसेरों के संचालन के लिए नगर निगम ने तीन शिफ्ट में केयरटेकर तैनात किए हैं, ताकि 24 घंटे निगरानी और देखभाल सुनिश्चित की जा सके। प्रत्येक आश्रय स्थल पर एक प्रबंधक की भी नियुक्ति की गई है, जो व्यवस्था की नियमित समीक्षा और निरीक्षण करेंगे। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी रैन बसेरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिससे प्रत्येक गतिविधि पर नजर रखी जा सके। इसके अलावा आग से सुरक्षा के लिए फायर एक्स्टिनगुइशर भी उपलब्ध कराए गए हैं। रात के समय सुरक्षा बढ़ाने के लिए संबंधित थानों को पत्र लिखकर रात्रि गश्ती बढ़ाने का अनुरोध किया गया है।
निःशुल्क रहने और भोजन की सुविधा
नगर निगम ने यह सुनिश्चित किया है कि रैन बसेरे में ठहरने वाले लोगों को किसी तरह की आर्थिक परेशानी का सामना न करना पड़े। इसलिए सभी रैन बसेरों में रहने की सुविधा पूरी तरह निःशुल्क है। यहां स्वच्छ पेयजल, टॉयलेट, मच्छरदानी और पर्याप्त संख्या में कंबल उपलब्ध करवाए गए हैं। ठंड बढ़ने के साथ प्रत्येक व्यक्ति को दो कंबल उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि उन्हें ठिठुरन से राहत मिल सके। इसके साथ ही रात के भोजन की व्यवस्था भी पूरी तरह निःशुल्क है, जिससे बेघर लोग सुरक्षित वातावरण में भरपेट खाना खाकर रैन बसेरे में रह सकें।
रैन बसेरा उपयोग करने के लिए आवश्यक प्रक्रिया
इन आश्रय स्थलों में ठहरने के लिए लोगों को अपना आधार कार्ड और मोबाइल नंबर उपलब्ध कराना होगा। यह प्रक्रिया सुरक्षा और पहचान सत्यापन के लिए अनिवार्य है। नगर निगम का उद्देश्य है कि प्रत्येक बेघर व्यक्ति को पहचान सहित सुरक्षित ठहराव मिल सके और किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचाव किया जा सके।
महिलाओं के लिए विशेष रैन बसेरा
महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए नगर निगम ने अलग से विशेष रैन बसेरों की व्यवस्था की है। इन स्थानों पर केवल महिलाएं ही ठहर सकती हैं। महिलाओं के इन रैन बसेरों में महिला काउंसलर और महिला केयरटेकर की तैनाती की गई है, ताकि महिलाओं की सुरक्षा और गोपनीयता बनी रहे। शहर में महिलाओं के लिए विशेष रैन बसेरे मौर्या होटल के सामने, पटना सिटी नाला के पास और बुद्धा स्मृति पार्क के निकट बनाए गए हैं। इन स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा और सुविधाओं का प्रबंध किया गया है।
शहर में मानवीय पहल का व्यापक असर
पटना नगर निगम की यह पहल शहर में सामाजिक सुरक्षा को मजबूती प्रदान करने वाला कदम है। सड़कों पर रात गुजारने को मजबूर गरीब, मजदूर और असहाय लोगों के लिए यह रैन बसेरा किसी वरदान से कम नहीं है। बढ़ती सर्दी में इन लोगों के लिए यह व्यवस्था जीवनरक्षक साबित होगी। स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों ने इस पहल की सराहना की है। उनका कहना है कि ऐसे प्रयासों से समाज में संवेदनशीलता बढ़ती है और कमजोर वर्ग को सम्मानजनक जीवन जीने में मदद मिलती है। पटना नगर निगम द्वारा तैयार किया गया यह 953 बेड वाला रैन बसेरा शहर में सामाजिक कल्याण की दिशा में बड़ा कदम है। इसमें सुरक्षा, खानपान और रहने की सभी सुविधाओं की व्यवस्था कर बेघर लोगों की जरूरतों को प्राथमिकता दी गई है। विशेष रूप से महिलाओं के लिए बनाए गए अलग आश्रय स्थल इस पहल को और भी संवेदनशील तथा प्रभावी बनाते हैं। सर्दी के मौसम में यह रैन बसेरा हजारों बेघर लोगों को गरमाहट और सुरक्षा प्रदान करेगा।

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