पटना में शराब तस्करी करने वाले युवक-युवती गिरफ्तार, डेढ़ लाख की शराब जब्त, पुलिस की जांच जारी
पटना। बेउर थाना क्षेत्र में गुरुवार देर शाम को पुलिस ने शराब तस्करी के एक मामले का पर्दाफाश किया। बेउर के 70 फीट रोड पर खड़ी एक ब्रेजा कार से भारी मात्रा में विदेशी शराब बरामद की गई। पुलिस ने मौके से एक युवक और एक युवती को गिरफ्तार किया है। दोनों बेउर क्षेत्र के ही निवासी बताए जा रहे हैं। शराबबंदी लागू होने के बाद से ऐसे मामलों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है, और इस घटना ने फिर से अवैध शराब तस्करी के नेटवर्क की सक्रियता को उजागर किया है।
कार में छिपाकर रखी गई थी शराब की खेप
सिटी एसपी पश्चिम ममता कल्याणी ने बताया कि बेउर थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि 70 फीट रोड किनारे एक कार संदिग्ध रूप से खड़ी है जिसमें शराब की बड़ी खेप छिपाई गई है। सूचना मिलते ही बेउर थाना प्रभारी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई। पुलिस टीम जब घटनास्थल पर पहुंची तो कार की तलाशी ली गई और उसके अंदर से 108 लीटर विदेशी शराब बरामद हुई। यह शराब अलग-अलग ब्रांडों की थी और अंदेशा है कि इसे आसपास के कई इलाकों में सप्लाई किया जाना था।
युवक और युवती को मौके से ही पकड़ा गया
कार के पास मौजूद दो लोगों को पुलिस ने तुरंत हिरासत में ले लिया। गिरफ्तार युवक की पहचान 19 वर्षीय सूर्य कुमार के रूप में हुई है, जबकि युवती की पहचान 26 वर्षीय विनीता यादव के रूप में की गई है। दोनों बेउर थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। शुरुआती पूछताछ में दोनों ने शराब की खेप से जुड़े प्रश्नों के उत्तर अस्पष्ट रूप से दिए, जिसके आधार पर पुलिस को संदेह है कि इनके पीछे एक बड़ा तस्करी नेटवर्क सक्रिय है।
पुलिस की पूछताछ और संभावित तस्करी नेटवर्क की तलाश
पुलिस दोनों आरोपियों से यह जानने की कोशिश कर रही है कि यह शराब कहां से मंगाई गई थी और किसे सप्लाई की जानी थी। इसके साथ ही यह भी जांच की जा रही है कि क्या इस अवैध धंधे में इनके अलावा और लोग शामिल हैं। पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार युवक और युवती सिर्फ डिलीवरी चेन का हिस्सा हो सकते हैं, जबकि असली तस्कर और सप्लायर कोई और हो सकता है। इस दिशा में पुलिस ने कई बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। मोबाइल कॉल डिटेल्स, गाड़ियों की आवाजाही और संदिग्ध व्यक्तियों के संपर्कों की जांच की जा रही है ताकि पूरे नेटवर्क का खुलासा किया जा सके।
शराबबंदी के बीच बढ़ती तस्करी की चुनौती
बिहार में शराबबंदी लागू होने के बाद पुलिस लगातार अवैध शराब के खिलाफ अभियान चला रही है। इसके बावजूद तस्कर नए-नए तरीके अपनाकर शराब की सप्लाई जारी रखने की कोशिश करते रहते हैं। कभी वाहन में गुप्त चैंबर बनाकर शराब लायी जाती है, तो कभी अलग-अलग लोगों का उपयोग करके छोटी मात्रा में ट्रांसपोर्ट किया जाता है। इस मामले में भी कार का इस्तेमाल करने से ऐसा लगता है कि तस्करों ने पुलिस की निगरानी से बचने की रणनीति बनाई थी। लेकिन पुलिस की चौकसी और खुफिया सूचना के आधार पर इस मामले को समय रहते पकड़ लिया गया।
स्थानीय स्तर पर चर्चा का विषय बनी घटना
शराब की इतनी बड़ी खेप जब्त होने के बाद स्थानीय लोगों के बीच यह मामला चर्चा का विषय बन गया है। लोगों का कहना है कि शराबबंदी के बावजूद शराब की अवैध बिक्री कई इलाकों में जारी है, जिसके कारण अपराध बढ़ने की संभावना बनी रहती है। वहीं दूसरी ओर कई लोग पुलिस की इस कार्रवाई की सराहना भी कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि जल्द ही पूरे गैंग का पर्दाफाश होगा।
आगे की कार्रवाई—कड़े कानून के तहत दर्ज होगा मामला
पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ आवश्यक धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर ली है। शराबबंदी कानून के तहत इस तरह की तस्करी के मामलों में कठोर सजा का प्रावधान है। यदि जांच में यह साबित हो जाता है कि ये दोनों आरोपी तस्करी का हिस्सा थे, तो उन्हें गंभीर कानूनी परिणामों का सामना करना पड़ेगा। सिटी एसपी ने कहा कि इस मामले में हर पहलू की गहन जांच की जाएगी और दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। बेउर थाना क्षेत्र में कार से जब्त की गई विदेशी शराब ने एक बार फिर बताया है कि शराबबंदी के बावजूद तस्करी का नेटवर्क सक्रिय है। हालांकि पुलिस की तत्परता और सटीक कार्रवाई से एक बड़ा मामला पकड़ में आ गया है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पूछताछ और जांच में कौन-कौन से नए नाम सामने आते हैं और तस्करी के पूरे नेटवर्क को किस हद तक ध्वस्त किया जा सकता है।


