पालीगंज में अवैध अतिक्रमण पर चला प्रशासन का बुलडोजर, अवैध ढांचे किए गए ध्वस्त, जारी रहेगी करवाई
पटना। जिले के पालीगंज अनुमंडल क्षेत्र में प्रशासन ने अवैध निर्माण और अतिक्रमण के खिलाफ सख्त अभियान शुरू किया है। गुरुवार को अनुमंडल अधिकारी गरिमा लोहिया के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर बुलडोजर कार्रवाई की गई। इस दौरान दो किलोमीटर की लंबी पट्टी में फैले कई अवैध ढांचों को ध्वस्त कर दिया गया। वर्षों से सड़क पर हो रहे अतिक्रमण के कारण जाम की गंभीर समस्या का सामना कर रहे स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई का स्वागत किया है।
डीएम के आदेश पर शुरू हुई कार्रवाई
पटना डीएम के निर्देश के बाद पालीगंज में यह अभियान शुरू किया गया। कार्रवाई में अनुमंडल अधिकारी के साथ अंचल अधिकारी मोहन कुमार, डीएसपी राजीव चंद्र सिंह, थानाध्यक्ष सुमन कुमार और भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद था। प्रशासन ने दुर्गा स्थान से चंदौस मोड़ तक फैले अतिक्रमण को हटाने पर जोर दिया, जहां लंबे समय से दुकानदारों और कुछ भवन मालिकों ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर रखा था।
अवैध निर्माणों से बढ़ रही थी जाम की समस्या
स्थानीय निवासियों का कहना है कि अवैध दुकानों, शेड और भवनों के कारण सड़क काफी संकरी हो गई थी। इसके चलते सुबह-शाम घंटों जाम लगता था। लोगों को ऑफिस, स्कूल और अस्पताल तक पहुंचने में काफी परेशानी होती थी। कई बार जाम इतना बढ़ जाता था कि एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाएं तक बाधित हो जाती थीं। दुर्गा स्थान से चंदौस मोड़ तक लगभग दो किलोमीटर की सड़क पर अतिक्रमण के कारण वाहन बमुश्किल निकल पाते थे। यह स्थिति प्रशासन के लिए भी गंभीर चिंता का विषय बनती जा रही थी। ऐसे में जिला प्रशासन ने कड़े कदम उठाते हुए सड़क के दोनों ओर बने अवैध ढांचों को हटाने का निर्णय लिया।
लोगों ने किया स्वागत, प्रशासन से उम्मीदें बढ़ीं
स्थानीय लोगों ने कार्रवाई की सराहना की है। उनका कहना है कि वर्षों बाद पहली बार उन्हें राहत मिली है। एक दुकानदार ने बताया कि कई बार प्रशासन के पास शिकायत की गई थी, लेकिन काम नहीं हो पा रहा था। अब बुलडोजर कार्रवाई के बाद सड़क खाली हुई है और यातायात सुचारू होने की उम्मीद है। कई लोगों ने यह भी कहा कि यदि प्रशासन ऐसे अभियान समय-समय पर चलाए तो अतिक्रमण करने वालों में डर बना रहेगा। इससे सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे की प्रवृत्ति कम होगी और शहर अधिक व्यवस्थित दिखेगा।
पहले भी हटाए गए थे अवैध कब्जे
अंचलाधिकारी मोहन कुमार ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत कुछ दिन पहले ही की गई थी। पहले चरण में पालीगंज से अरवल मोड़ और बिहटा मोड़ तक फैले अतिक्रमण को हटाया गया था। अब दूसरे चरण में दुर्गा स्थान से चंदौस मोड़ तक कार्रवाई की गई है। उन्होंने बताया कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा और जहां-जहां अतिक्रमण की शिकायत मिलेगी, वहां तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
कानूनी कार्रवाई का संकेत
अंचलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट कहा कि यदि कोई व्यक्ति दुबारा अवैध अतिक्रमण या निर्माण करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। प्रशासन की टीम नियमित रूप से निरीक्षण करती रहेगी और किसी भी नए निर्माण पर तुरंत ध्यान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक स्थलों और सरकारी जमीनों पर कब्जा करना कानूनन अपराध है और प्रशासन इसे किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं करेगा। इस अभियान का उद्देश्य न केवल अवैध निर्माण हटाना है, बल्कि लोगों को कानून का पालन करने के लिए जागरूक करना भी है।
सड़क चौड़ी होने से बढ़ेगी सुविधा
अतिक्रमण हटाए जाने के बाद सड़क पहले से कहीं अधिक चौड़ी और साफ दिखाई दे रही है। प्रशासन की योजना है कि आने वाले समय में इस मार्ग पर सड़क के किनारे फुटपाथ, नालियों की सफाई और स्ट्रीट लाइट लगाने जैसे कार्य भी किए जाएं। इससे पालीगंज क्षेत्र में यातायात व्यवस्था और अधिक सुचारू हो जाएगी। पालीगंज में अवैध अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई से यह संदेश स्पष्ट है कि प्रशासन अब काफी सख्त रुख में है। वर्षों से मौजूद जाम और अव्यवस्था को दूर करने के लिए यह कदम अत्यंत आवश्यक था। स्थानीय लोग इस अभियान से खुश हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी, जिससे पालीगंज क्षेत्र को व्यवस्थित और जाम-मुक्त बनाया जा सकेगा।


