December 4, 2025

पटना में मवेशी बांधने के विवाद में हिंसक झड़प, फायरिंग से हड़कंप, गोली लगने से दो युवक घायल

पटना। जिले के बख्तियारपुर प्रखंड के माधोपुर गांव में बुधवार देर शाम उस समय तनाव का माहौल बन गया, जब मवेशी बांधने को लेकर हुआ मामूली विवाद हिंसक झड़प में बदल गया। देखते-देखते स्थिति इतनी बिगड़ गई कि फायरिंग तक हो गई, जिसमें दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना ने पूरे गांव में दहशत फैला दी है और लोग भयभीत हैं।
सुबह के विवाद से शुरू हुआ तनाव
घटना की शुरुआत सुबह हुई, जब सोनेलाल यादव और उनके तीन पुत्रों का अनिल यादव और उनके बेटों के साथ मवेशी बांधने को लेकर विवाद हो गया। दोनों पक्षों के बीच जोरदार बहस हुई और माहौल गर्म हो गया। हालांकि, ग्रामीणों और परिवार के बुजुर्गों ने हस्तक्षेप कर विवाद का समझौता करा दिया। लेकिन यह शांति केवल कुछ घंटों की ही साबित हुई, क्योंकि शाम होते-होते तनाव फिर बढ़ने लगा।
शाम को विवाद का बढ़ना और फायरिंग
शाम के समय दोनों पक्ष फिर एक-दूसरे के आमने-सामने आ गए। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि बात हाथापाई से आगे बढ़कर फायरिंग तक पहुंच गई। आरोप है कि सोनेलाल यादव का बेटा सूरज ने गोली चलाई। फायरिंग की चपेट में आने से अनिल यादव के दोनों बेटे, आकाश और आरवी कुमार, घायल हो गए। गोली लगने के बाद गांव में भगदड़ मच गई और लोग अपनी सुरक्षा के लिए घरों में छिपने लगे। घटना के बाद दोनों घायलों को तुरंत बख्तियारपुर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच रेफर कर दिया गया। दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
फायरिंग करने वाला युवक पहले भी रहा है अपराधी
एसडीपीओ-2 आयुष श्रीवास्तव ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि फायरिंग करने वाले युवक सूरज का आपराधिक इतिहास रहा है। वह करीब छह महीने पहले ही जेल से रिहा हुआ था। पुलिस के अनुसार, सूरज पहले भी कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है, जिससे उसके परिवार और गांव में लगातार तनाव की स्थिति बनी रहती है।
गांव में तनाव का माहौल
फायरिंग की घटना के बाद माधोपुर गांव में तनाव चरम पर है। ग्रामीणों में भय का माहौल है और लोग लगातार हो रही गोलीबारी की घटनाओं से दहशत में हैं। मात्र दो दिन पहले, सोमवार को भी एक पुराने विवाद को लेकर कई राउंड फायरिंग हुई थी, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया था। लगातार होती इन घटनाओं से गांव का वातावरण असुरक्षित होता जा रहा है और लोग प्रशासन से सुरक्षा की मांग कर रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। पुलिस ने फायरिंग में शामिल आरोपी सूरज की तलाश शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है और जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार किया जाएगा। गांव में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती भी की गई है, ताकि किसी भी प्रकार की और हिंसा को रोका जा सके।
ग्रामीणों में भय और प्रशासन से नाराजगी
लगातार गोलीबारी की घटनाओं से ग्रामीण बेहद परेशान और भयभीत हैं। उनका कहना है कि गांव में कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है और प्रशासन पर्याप्त सख्ती नहीं बरत रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि अपराधी प्रवृत्ति के लोग खुलेआम घूमते हैं और मामूली विवाद भी हिंसा में बदल जाता है। इस वजह से आम लोगों में सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
सामाजिक शांति पर संकट
इस प्रकार की घटनाएँ सामाजिक सौहार्द और शांति के लिए बड़ा खतरा पैदा करती हैं। मवेशी बांधने जैसे छोटे मुद्दे पर भी जब विवाद गोलीबारी तक पहुंच जाए, तो यह स्पष्ट संकेत है कि गांव में आपराधिक गतिविधियां बढ़ रही हैं और सामाजिक ताना-बाना कमजोर हो रहा है। जरूरत इस बात की है कि प्रशासन ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए और गांव में कानून व्यवस्था को मजबूत करे। माधोपुर गांव में हुई यह घटना केवल एक विवाद नहीं बल्कि बढ़ते अपराध और कमजोर कानून-व्यवस्था का आईना है। दो युवकों का घायल होना, लगातार हो रही फायरिंग की घटनाएँ और ग्रामीणों का भय स्पष्ट करता है कि स्थिति गंभीर है। ऐसे में प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर गांव में सुरक्षा बहाल की जाए, ताकि ग्रामीण शांति और सुरक्षित माहौल में जीवन जी सकें।

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