January 1, 2026

नालंदा में भतीजे ने चाचा का किया मर्डर: जमीनी विवाद में मारी गोली, गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी

नालंदा। बिहार के नालंदा जिले से सोमवार की सुबह एक चौंकाने वाली वारदात सामने आई, जिसने पूरे इलाके को दहला दिया। हरनौत थाना क्षेत्र के फलहनवां गांव में जमीनी विवाद को लेकर भतीजे ने अपने चाचा की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान 48 वर्षीय चंद्रदीप प्रसाद के रूप में हुई है। यह विवाद सरकारी जमीन पर कब्जा करने को लेकर चल रहा था, जो अंततः खून-खराबे में बदल गया।
सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर मचा विवाद
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक चंद्रदीप प्रसाद सोमवार की सुबह सरकारी जमीन पर धान का बोझा रखने के लिए गए थे। उसी समय गांव के ही भुन्ना यादव अपने कुछ साथियों के साथ वहां पहुंचा और विवाद शुरू हो गया। विवाद इतना बढ़ गया कि भुन्ना यादव ने गुस्से में आकर गोली चला दी। गोली सीधे चंद्रदीप प्रसाद की आंख के नीचे लगी, जिससे वह मौके पर ही गिर पड़े। स्थानीय लोगों ने तुरंत उन्हें बचाने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। गोली लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
चाचा-भतीजा के बीच पुराना विवाद
बताया जा रहा है कि मृतक और आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं। दोनों गोतिया (एक ही वंश) में आते हैं। पिछले कई वर्षों से सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर दोनों पक्षों में तनाव बना हुआ था। ग्रामीणों के अनुसार, जमीन पंचायत की है, जिस पर दोनों परिवार अपने-अपने अधिकार का दावा करते रहे हैं। इसी बात को लेकर कई बार झगड़ा भी हो चुका था, लेकिन इस बार मामला इतना बढ़ गया कि गोली चल गई और एक की जान चली गई। परिजनों ने पुलिस को दिए बयान में कहा है कि मुख्य आरोपी भुन्ना यादव ने ही गोली चलाई, जबकि लवकुश यादव सहित कुछ अन्य लोग इस वारदात में शामिल थे। घटना के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए।
पुलिस ने शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही हरनौत थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। कुछ ही देर बाद डीएसपी संजय जायसवाल भी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। डीएसपी संजय जायसवाल ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ है कि यह हत्या जमीन विवाद से जुड़ी है। उन्होंने कहा, “हमें सूचना मिली कि फलहनवां गांव में गोलीबारी की घटना हुई है। मौके पर पहुंचने पर पाया कि एक व्यक्ति की गोली लगने से मौत हो गई है। एफएसएल की टीम को भी जांच के लिए बुलाया गया है।”
गांव में फैली सनसनी और दहशत
घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि चंद्रदीप प्रसाद बहुत शांत स्वभाव के व्यक्ति थे और खेती-बाड़ी के काम में लगे रहते थे। उन्होंने कभी किसी से दुश्मनी नहीं की, लेकिन जमीन विवाद को लेकर उनका अपने गोतिया भाइयों से मतभेद जरूर था। घटना के बाद गांव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति को रोका जा सके। पुलिस लगातार आरोपियों के संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।
एफएसएल टीम ने जुटाए सबूत
फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर कई अहम सबूत एकत्र किए हैं। पुलिस को मौके से एक खोखा और कुछ अन्य सामग्रियां बरामद हुई हैं। अधिकारी इन सबूतों की मदद से यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि गोली किस हथियार से चलाई गई थी और मौके पर कितने लोग मौजूद थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी भुन्ना यादव और उसके साथियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया है। डीएसपी ने बताया कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
मृतक के घर में मातम पसरा हुआ है। चंद्रदीप प्रसाद के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार के लोगों ने बताया कि कुछ दिन पहले ही आरोपी पक्ष ने उन्हें धमकी दी थी कि वे उस जमीन से दूर रहें, वरना गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस समय रहते हस्तक्षेप करती, तो यह घटना नहीं होती। मृतक के बेटे ने कहा कि “मेरे पिता सिर्फ अपने खेत के पास काम करने गए थे, लेकिन भुन्ना यादव और उसके लोगों ने उन्हें जान से मार दिया। हमें न्याय चाहिए और हत्यारों को जल्द गिरफ्तार किया जाए।”
ग्रामीणों ने की आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
गांव के लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि सभी दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि अगर पुलिस ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो वे प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। डीएसपी ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा और जल्द से जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पुलिस हर कोण से जांच कर रही है और घटना में शामिल हर व्यक्ति को चिन्हित किया जा रहा है। नालंदा का यह मामला एक बार फिर बिहार में जमीनी विवादों की भयावहता को उजागर करता है। एक मामूली सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर दो रिश्तेदारों के बीच हुई बहस ने हत्या का रूप ले लिया। पुलिस जांच में जुटी है, लेकिन इस घटना ने गांव के लोगों को भीतर तक झकझोर दिया है। यह घटना न सिर्फ प्रशासन के लिए चेतावनी है बल्कि समाज के लिए भी सबक है कि विवादों को हिंसा की राह पर ले जाने के बजाय बातचीत और कानूनी रास्ता ही समाधान हो सकता है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी में जुटी है, वहीं मृतक के परिजन अपने चाचा की हत्या के लिए न्याय की गुहार लगा रहे हैं।

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