January 1, 2026

प्रदेश में ठंड के साथ ही जू-सफारी में लोगों की भीड़, पटना की चिड़ियाघर में पहुंचे 13 हजार पर्यटक

पटना। बिहार में सर्दी ने दस्तक दे दी है और इसके साथ ही राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थलों पर सैलानियों की आवाजाही तेज हो गई है। खास तौर पर राजधानी पटना का जू (संजय गांधी जैविक उद्यान) और राजगीर का जू सफारी इन दिनों पर्यटकों से खचाखच भरे हुए हैं। रविवार को पटना जू में रिकॉर्ड तोड़ भीड़ देखने को मिली, जब एक ही दिन में 13 हजार से अधिक लोगों ने यहां भ्रमण किया। वहीं, राजगीर जू सफारी और नेचर सफारी में भी सैलानियों की भीड़ लगातार बढ़ रही है।
पटना जू में 13 हजार से अधिक पहुंचे सैलानी
रविवार का दिन पटना जू प्रशासन के लिए ऐतिहासिक रहा। आंकड़ों के अनुसार, कुल 13,327 लोगों ने एक ही दिन में जू का भ्रमण किया। इस दौरान जू प्रशासन को लगभग 7 लाख 02 हजार 910 रुपये की आय हुई। इस आय में गेट टिकट, मछलीघर, बोटिंग, चिल्ड्रन पार्क और सॉवेनियर शॉप की कमाई शामिल रही। प्रशासन ने बताया कि सर्दी के मौसम में हर सप्ताहांत जू में पर्यटकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। बच्चों के स्कूलों में रविवार की छुट्टी और मौसम की सुहावनी ठंड ने परिवारों को घूमने का शानदार मौका दिया है। जू प्रशासन ने बताया कि रविवार को थ्रीडी थिएटर को मुफ्त रखा गया था, जिसके चलते यहां 702 लोगों ने शो देखा। इसके अलावा कई परिवारों ने मछलीघर और बच्चों के मनोरंजन पार्क में समय बिताया।
इको पार्क में भी लगी लंबी कतारें
पटना का इको पार्क भी इस मौसम में सैलानियों के लिए प्रमुख आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। रविवार को यहां 8,000 से अधिक लोग पहुंचे। इनमें 5,585 वयस्क, 1,556 बच्चे और 1,068 मॉर्निंग वॉकर शामिल थे। पर्यटक यहां प्राकृतिक हरियाली, झील और बोटिंग का लुत्फ उठा रहे हैं। पार्क में रविवार को सुरक्षा और स्वच्छता के विशेष इंतज़ाम किए गए थे। कई परिवार पिकनिक मनाने पहुंचे, तो कई युवाओं ने झील के किनारे फोटोग्राफी कर दिन बिताया।
राजगीर जू सफारी और नेचर सफारी में बढ़ी पर्यटकों की भीड़
राजगीर जू सफारी और नेचर सफारी में इन दिनों पर्यटकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। खासकर सप्ताहांत और छुट्टियों के दिनों में यहां “प्रायोरिटी पैकेज” की मांग काफी बढ़ी है। इस पैकेज के तहत पर्यटक एक ही टिकट से जू सफारी और नेचर सफारी की सभी प्रमुख गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं। यह पैकेज पर्यटकों को दोनों स्थलों का पूरा अनुभव देता है—जैसे कि जिप सफारी, बटरफ्लाई गार्डन, बर्ड वॉचिंग जोन, वॉटर एडवेंचर जोन, ट्रेकिंग ट्रेल्स और झील में बोटिंग। पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि सर्दियों में सफारी घूमने का मज़ा दोगुना हो जाता है, क्योंकि मौसम सुहाना रहता है और जानवर भी खुले में आसानी से देखे जा सकते हैं।
परिवारों और बच्चों के लिए प्रमुख पिकनिक स्थल
पटना जू और राजगीर सफारी दोनों ही अब परिवारों के पसंदीदा पिकनिक स्थलों में शामिल हो चुके हैं। स्कूलों की छुट्टियों या रविवार के दिन यहां सुबह से ही भीड़ जुटने लगती है। बच्चे विभिन्न वन्यजीवों को देखकर उत्साहित होते हैं, जबकि बड़े लोग प्रकृति के बीच समय बिताना पसंद करते हैं। जू प्रशासन ने बताया कि सर्दी के इस मौसम में पार्क में अधिक भीड़ को देखते हुए सुरक्षा कर्मियों की तैनाती बढ़ाई गई है। साथ ही टिकट काउंटरों पर भी अतिरिक्त स्टाफ लगाया गया है ताकि लोगों को लंबी लाइनों में इंतज़ार न करना पड़े।
पर्यटन विभाग को बढ़ी आय से राहत
बिहार पर्यटन विभाग के लिए यह समय राहत भरा साबित हो रहा है। कोविड महामारी और बारिश के मौसम के कारण लंबे समय तक सैलानियों की संख्या घट गई थी, लेकिन अब एक बार फिर लोगों की भीड़ बढ़ने से विभाग की आमदनी में वृद्धि हो रही है। राजगीर, बोधगया, वैषाली, पावापुरी और पटना के प्रमुख स्थलों पर लगातार भीड़ उमड़ने लगी है। ठंड का मौसम बिहार के लिए पर्यटन सीजन माना जाता है, क्योंकि इस दौरान न तो गर्मी की परेशानी होती है और न ही बारिश की रुकावट।
पर्यटकों के लिए प्रशासन की तैयारी
बढ़ती भीड़ को देखते हुए जू प्रशासन और पर्यटन विभाग ने सुरक्षा और सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं। जू के अंदर साफ-सफाई और कूड़ा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। पार्क के भीतर पीने के पानी, फूड स्टॉल और फर्स्ट एड की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। राजगीर में भी प्रशासन ने यातायात नियंत्रण के लिए विशेष व्यवस्था की है ताकि बड़ी संख्या में आने वाले वाहनों के कारण जाम की स्थिति न बने। पटना जू, इको पार्क और राजगीर जू सफारी में इस सर्दी पर्यटकों की भारी भीड़ यह दर्शाती है कि बिहार में पर्यटन का दायरा लगातार बढ़ रहा है। सर्दी का मौसम लोगों के लिए घूमने-फिरने और परिवार के साथ समय बिताने का सबसे उपयुक्त समय बन गया है। जू प्रशासन और पर्यटन विभाग की सक्रियता से न केवल आमदनी में वृद्धि हो रही है, बल्कि पर्यटकों का अनुभव भी और बेहतर हो रहा है। यह कहा जा सकता है कि बिहार अब पर्यटन मानचित्र पर अपनी नई पहचान बना रहा है, और इस सर्दी के मौसम ने इस रफ्तार को और गति दे दी है।

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