जन्मदिन के बाद तेजस्वी ने बिहार को दिया संदेश, कहा- अत्याचार के खिलाफ लड़ेंगे, 14 के बाद सीएम की जिम्मेदारी निभाऊंगा
पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के बीच महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने अपने जन्मदिन के अवसर पर बिहार की जनता को एक भावनात्मक संदेश दिया। चुनावी व्यस्तता के बीच भी उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट जारी कर अपने समर्थकों का आभार जताया और वादा किया कि वे “बिहार पर हो रहे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ मजबूती से खड़े रहेंगे।” साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 14 नवंबर को मिलने वाले जनादेश के बाद वे पूरे समर्पण के साथ मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी निभाएंगे।
जन्मदिन पर मिला जनता का अपार स्नेह
तेजस्वी यादव का जन्मदिन इस बार चुनावी माहौल के बीच आया। जहां अधिकांश नेता अपने-अपने क्षेत्रों में प्रचार में व्यस्त थे, वहीं तेजस्वी यादव भी अपने अंतिम चरण के चुनाव प्रचार में जुटे हुए थे। चुनावी जनसभाओं के बीच उन्हें हजारों की संख्या में बधाइयाँ मिलीं – सोशल मीडिया पर शुभकामनाओं की बाढ़ आ गई। इसके बाद उन्होंने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर लिखा, “जन्मदिवस पर प्राप्त आपके बधाई संदेशों से अभिभूत हूं। आप सबके स्नेह, समर्थन और आशीर्वाद ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है कि विषम परिस्थितियों में भी अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकूं। आपका यही सहयोग मुझे आगे बढ़ने की ऊर्जा देता है ताकि मैं बिहार के हर नागरिक की आवाज़ बन सकूं।”उन्होंने आगे कहा कि यह प्रेम और आशीर्वाद उन्हें जनसेवा की कसौटी पर खरा उतरने की प्रेरणा देता है। तेजस्वी ने अपने पोस्ट में लिखा कि वे बिना थके, बिना रुके बिहार के विकास और न्याय के लिए काम करते रहेंगे।
अत्याचार और अन्याय के खिलाफ संघर्ष का वादा
तेजस्वी यादव ने अपने संदेश में स्पष्ट किया कि वे बिहार में हो रहे अन्याय, भ्रष्टाचार और असमानता के खिलाफ मजबूती से लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा, “मैं बिहार पर हो रहे हर अन्याय और अत्याचार के खिलाफ मजबूती से खड़ा रहूंगा और ईमानदारी से जनता की सेवा करूँगा।”उन्होंने यह भी कहा कि उनके लिए राजनीति सत्ता पाने का साधन नहीं, बल्कि जनता के दुख-दर्द को दूर करने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि अगर जनता उन्हें आशीर्वाद देती है, तो वे बिहार को एक ऐसा राज्य बनाएंगे, जहां हर घर में रोजगार और सम्मानजनक जीवन की गारंटी होगी।
तेजस्वी का वादा – 14 नवंबर के बाद नई शुरुआत
तेजस्वी यादव ने अपने संदेश में कहा कि 14 नवंबर का दिन बिहार के लिए ऐतिहासिक साबित होगा। उन्होंने कहा, “आप सबके आशीर्वाद से 14 नवंबर को हर बिहारवासी सीएम यानी चिंता मुक्त होगा। मैं जो वचन दिया हूं, उसे निभाने के लिए अपना सब कुछ झोंक दूंगा।” तेजस्वी ने कहा कि वह बिहार को गरीबी, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार और पलायन से मुक्त कर एक समृद्ध राज्य बनाना चाहते हैं। उन्होंने जनता से वादा किया कि वे अपने हर घोषणा और संकल्प को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा, “जनता मालिक ने मुझ पर जिस तरह का विश्वास दिखाया है, उसका कर्जदार हूं। मैं वादा करता हूं कि जो प्रण लिया है, उसे पूरा करके दिखाऊंगा। मेरा लक्ष्य है – हर घर में नौकरी, हर परिवार में खुशहाली और हर गांव में विकास।”
बिहार की जनता के प्रति भावनात्मक अपील
तेजस्वी यादव ने अपने संदेश में बिहार के युवाओं, महिलाओं और बुजुर्गों को भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि चुनावी सभाओं के दौरान जब वह माताओं और बहनों को उम्मीद भरी नजरों से मंच की ओर देखता है, तो उन्हें यह एहसास होता है कि उनकी जिम्मेदारी कितनी बड़ी है। उन्होंने कहा, “जब मैं देखता हूं कि कोई मां अपने बेटे के रोजगार के लिए उम्मीद से मेरी ओर देखती है, तो मुझे प्रेरणा मिलती है कि उनके घर में खुशहाली लानी है, उन्हें सुरक्षा देनी है और उनके बच्चों के भविष्य को संवारना है।” तेजस्वी ने कहा कि वे चाहते हैं कि हर परिवार में एक सरकारी नौकरी हो ताकि आर्थिक रूप से हर घर मजबूत बने। उन्होंने वादा किया कि सरकार बनते ही हर घर में एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी और महिलाओं के खातों में सालाना 30 हजार रुपये की राशि भेजी जाएगी।
जनता से मांगा आशीर्वाद
अपने जन्मदिन के अवसर पर तेजस्वी ने बिहार की जनता से विशेष आशीर्वाद मांगा। उन्होंने कहा, “आज जन्मदिन पर बिहार को नंबर वन बनाने का आशीर्वाद चाहता हूं। हमें ऐसा बिहार बनाना है जहां किसी को शिक्षा, रोजगार या इलाज के लिए बाहर न जाना पड़े।” उन्होंने कहा कि पिछले दो दशकों से बिहार की जनता गरीबी, महंगाई और भ्रष्टाचार की मार झेल रही है। उन्होंने वादा किया कि यदि उन्हें मौका मिला, तो वे बिहार को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। तेजस्वी यादव का यह संदेश केवल जन्मदिन की शुभकामनाओं का प्रत्युत्तर नहीं, बल्कि एक राजनीतिक घोषणा-पत्र जैसा प्रतीत हुआ। उन्होंने न केवल जनता के प्रति आभार व्यक्त किया, बल्कि अपने आगामी विजन की झलक भी दी। उनका यह बयान चुनावी माहौल में एक भावनात्मक और रणनीतिक संदेश माना जा रहा है, जो जनता को यह भरोसा दिलाने की कोशिश करता है कि तेजस्वी यादव न केवल नेता के रूप में, बल्कि एक जिम्मेदार जनसेवक के रूप में बिहार के भविष्य के लिए समर्पित हैं। उन्होंने अपने संदेश का समापन इन शब्दों में किया, “आपका बेटा, आपका भाई तेजस्वी हमेशा आपकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा। चलिए मिलकर एक नया बिहार बनाते हैं — जहां हर व्यक्ति चिंता मुक्त और सम्मान के साथ जी सके।”


