सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर बोले पीएम, कहा- ये पटेल का भारत, कभी सुरक्षा से समझौता नहीं करेगा, हर दुश्मन को देंगे जवाब
 
                गांधीनगर। पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। मोदी ने गुजरात के नर्मदा जिले में एकता नगर के पास सरदार पटेल की 182 मीटर ऊंची प्रतिमा स्थल पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। पीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा- सरदार पटेल ने असंभव को संभव कर दिखाया। एक भारत-श्रेष्ठ भारत का विचार उनके लिए सर्वोपरि था। इसीलिए आज, सरदार पटेल की जयंती का दिन स्वाभाविक रूप से राष्ट्रीय एकता का महापर्व बन गया है। मोदी ने कहा- ये सरदार पटेल का भारत है, जो अपनी सुरक्षा और सम्मान से कभी समझौता नहीं करता। पूरी दुनिया जानती है कि आज अगर कोई भारत की तरफ आंख उठाकर देखता है, तो भारत पहले से ज्यादा मजबूती से जवाब देता है। पीएम ने संबोधन से पहले राष्ट्रीय एकता दिवस परेड की सलामी ली। परेड में शामिल सभी टुकड़ियों का नेतृत्व महिला अफसरों ने किया। परेड में बीएसएफ, सीआईएसएफ, आईटीबीपी, सीआरपीएफ, और सीमा सुरक्षा बल समेत 16 टुकड़ियों ने हिस्सा लिया। परेड में ऑपरेशन सिंदूर में बीएसएफ के 16 पदक विजेता और सीआईएसएफ के 5 शौर्य चक्र विजेता भी शामिल हुए। परेड का नेतृत्व हेराल्डिंग टीम के 100 सदस्यों ने किया, जबकि 9 बैंड टुकड़ियां और 4 स्कूल बैंड ने परेड में परफॉर्म किया।
15 दिन चलेगा भारत पर्व
एकता नगर में 1 से 15 नवंबर तक स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के परिसर में भारत पर्व 2025 का आयोजन किया जाएगा। भारत पर्व के दौरान, भारत की समृद्ध विरासत और विविधता में एकता की भावना को प्रदर्शित करने वाले आयोजन होंगे। डैम व्यू पॉइंट 1 पर हर शाम दो राज्य अपनी सांस्कृतिक विशेषता से जुडे़ कार्यक्रम करेंगे।
सरदार पटेल इतिहास लिखने नहीं, रचने में भरोसा करते थे
मोदी ने कहा- सरदार पटेल का मानना था कि हमें इतिहास लिखने में समय बर्बाद नहीं करना चाहिए, बल्कि इतिहास रचने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। उनकी जीवनी में यही भावना झलकती है। सरदार पटेल ने जो फैसले लिए, उन्होंने इतिहास रच दिया। प्रधानमंत्री ने कहा- पटेल ने आजादी के बाद 550 से ज्यादा रियासतों को एक करने के असंभव से लगने वाले काम को संभव बनाया। एक भारत, एक श्रेष्ठ भारत का विचार उनके लिए सर्वोपरि था। सरदार पटेल की 150वीं जयंती पर इस एकता नगर में आज करोड़ों लोगों ने एकता की शपथ ली है। मोदी ने आगे कहा- हमने संकल्प लिया है कि हम राष्ट्र की एकता को मजबूत करने वाले कार्यों को बढ़ावा देंगे। प्रत्येक नागरिक को ऐसे हर विचार या कार्य का त्याग करना चाहिए, जो हमारे राष्ट्र की एकता को कमजोर करता हो। यह हमारे देश के लिए समय की मांग है।
मोदी बोले- देश को नक्सलवाद, माओवाद और आतंकवाद मुक्त करेंगे
पीएम ने कहा- यह लौह पुरुष सरदार का भारत है। हमने वैचारिक लड़ाई भी जीती, और नक्सलियों के घर में जाकर उनसे मुकाबला भी किया। उसका परिणाम आज देश के सामने है। 2014 के पहले देश के करीब सवा सौ जिले माओवादी आतंक की चपेट में थे। आज ये संख्या 11 बची है। उसमें भी 3 जिलों में ही नक्सलवाद गंभीर रूप से हावी है। आज इस धरती से पूरे देश को भरोसा दिलाता हूं कि जब तक देश नक्सलवाद, माओवाद और आतंकवाद से पूरी तरह मुक्त नहीं हो जाता, हम रुकने वाले नहीं हैं। चैन से बैठने वाले नहीं हैं।
‘कश्मीर पर कांग्रेस ने की गलती, जिससे देश दशकों तक जलता रहा’
पीएम मोदी ने कहा कि ‘सरदार साहब चाहते थे कि जैसे उन्होंने बाकी रियासतों का विलय किया, वैसे ही ओर कश्मीर का विलय हो, लेकिन, पंडित नेहरू ने उनकी वो इच्छा पूरी नहीं होने दी। कश्मीर को अलग संविधान और अलग निशान से बांट दिया गया। कश्मीर पर कांग्रेस ने जो गलती की थी, उसकी आग में देश दशकों तक जलता रहा।’
‘राष्ट्रीय एकता को कमजोर करने वाली बातों से दूर रहें’
राष्ट्रीय एकता दिवस कार्यक्रम में अपने संबोधन में पीएम मोदी ने कहा, ‘सरदार पटेल अमर रहें, आज हम सब एक महान क्षण के साक्षी बन रहे हैं। देशभर में हो रही एकता दौड़ कोटि-कोटि भारतीयों का उत्साह बढ़ा रही है। हम नए भारत की संकल्प शक्ति को साक्षात महसूस कर रहे हैं। हर ऐसी बात जो देश की एकता को कमजोर करती है। हर देशवासी को उससे दूर रहना है। ये राष्ट्रीय कर्तव्य है, ये सरदार साहब को सच्ची श्रद्धांजलि है। यही आज देश की जरूरत है। यही आज एकता दिवस का हर भारतीय के लिए संदेश भी है, संकल्प भी है।’



 
                                             
                                             
                                             
                                        