November 17, 2025

पटना में झमाझम बारिश से बदला मौसम, कई जगहों पर जलजमाव, खराब होगा दुर्गापूजा का उत्सव

पटना। बिहार में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। राजधानी पटना में मंगलवार को झमाझम बारिश हुई, जिससे उमस और गर्मी से जूझ रहे लोगों ने राहत की सांस ली। हालांकि, बारिश ने राहत के साथ परेशानी भी दी। शहर के कई इलाकों में जलजमाव हो गया और यातायात प्रभावित हुआ। मौसम विभाग ने पहले ही चेतावनी जारी कर दी थी कि 25 सितंबर से शुरू होकर 2 अक्टूबर तक राज्य में बारिश का नया दौर देखने को मिलेगा।
बंगाल की खाड़ी में नया सिस्टम
भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पूर्वी हिस्से में 25 सितंबर के आसपास नया निम्न दबाव क्षेत्र बनने की संभावना है। यह सिस्टम म्यांमार-बांग्लादेश तट के पास सक्रिय हो सकता है और यदि यह मजबूत होता है तो इसका सीधा असर बिहार के मौसम पर पड़ेगा। ऐसे में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदलने वाला है और दुर्गापूजा के उत्सव पर भी इसका प्रभाव दिखाई देगा।
बारिश के नए दौर की संभावना
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि 25 से 27 सितंबर के बीच बिहार में भारी वर्षा का दौर शुरू हो सकता है। इस दौरान बिजली गिरने और तेज हवाओं के साथ बारिश होगी। उत्तर और पूर्वी बिहार के जिलों में बारिश की तीव्रता अधिक रहने की संभावना है, जबकि दक्षिण बिहार और मगध क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश देखी जा सकती है।
तापमान में गिरावट
बारिश के साथ-साथ लोगों को तापमान में भी बदलाव महसूस होगा। मौसम विभाग का कहना है कि अगले दो से तीन दिनों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान तीन डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है। सुबह और शाम में हल्की सिहरन महसूस होगी, वहीं दिन का तापमान भी सामान्य से कम रहेगा।
पटना और आसपास की स्थिति
पटना में मंगलवार की बारिश ने लोगों को उमस से राहत दी लेकिन कई जगह जलजमाव ने उनकी मुश्किलें बढ़ा दीं। बारिश के चलते मुख्य सड़कों और गलियों में पानी भर गया, जिससे वाहनों की आवाजाही प्रभावित हुई। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आने वाले दिनों में पटना और इसके आसपास छिटपुट बारिश और बादलों का डेरा बना रहेगा।
दुर्गापूजा पर असर
इस बार दुर्गा पूजा के उत्सव में भी बारिश का मौसम बड़ा कारक बन सकता है। पंडालों की सजावट और सांस्कृतिक कार्यक्रम बारिश से प्रभावित हो सकते हैं। भीड़भाड़ वाले इलाकों में जलजमाव से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ सकती है। हालांकि, पूजा के दौरान बारिश मौसम का रोमांच भी बढ़ाएगी लेकिन आयोजकों के लिए यह चुनौतीपूर्ण होगा।
मानसून की वापसी में देरी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बार मानसून की वापसी में देरी हुई है। आमतौर पर सितंबर के मध्य तक मानसून कमजोर होने लगता है, लेकिन इस बार सितंबर के आखिरी सप्ताह में भी बारिश की संभावना बनी हुई है। यही वजह है कि दुर्गा पूजा के समय बिहार के कई जिलों में वर्षा की सक्रियता देखने को मिलेगी। बारिश के असर वाले क्षेत्र
उत्तर बिहार और पूर्वी जिलों जैसे सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया, कटिहार और सुपौल में भारी बारिश की संभावना है। मुंगेर, भागलपुर और बांका जैसे जिलों पर भी इसका प्रभाव पड़ सकता है। दूसरी ओर, गया और औरंगाबाद समेत दक्षिणी और मगध क्षेत्र में हल्की से मध्यम बारिश के आसार अधिक हैं। दूसरी ओर भोजपुर, बक्सर और पश्चिम चंपारण जैसे जिलों में भी छिटपुट वर्षा हो सकती है।
लोगों के लिए चेतावनी
मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेषकर ग्रामीण इलाकों और खेतों में काम करने वालों को आकाशीय बिजली से बचने की हिदायत दी गई है। लोगों को सावधान रहने और तेज हवा के दौरान पेड़ों या बिजली के खंभों के नीचे न रुकने की सलाह दी गई है।
लोगों को गर्मी और उमस से राहत
पटना की बारिश ने लोगों को गर्मी और उमस से राहत दी लेकिन साथ ही यह भी संकेत दिया कि आने वाले दिनों में मौसम और कठिन हो सकता है। बिहार में 25 सितंबर से शुरू होने वाला बारिश का नया दौर न केवल किसानों और ग्रामीण इलाकों के लिए अहम होगा बल्कि दुर्गा पूजा के आयोजनों को भी प्रभावित करेगा। बदलते मौसम के बीच लोगों को सतर्क रहना होगा और प्रशासन को पहले से ही जलजमाव और बिजली की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम करने होंगे। यह दौर राहत और चुनौती, दोनों लेकर आने वाला है।

You may have missed