November 17, 2025

राहुल गांधी का केंद्र पर हमला, कहा- वोट चोरी और बेरोजगारी से मुक्ति ही सच्ची देशभक्ति, हम ऐसा करके रहेंगे

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर बेरोजगारी और वोट चोरी के मुद्दे को जोड़ते हुए केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भारत में युवाओं की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है और इसका सीधा रिश्ता वोट चोरी से है। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें युवाओं और पुलिस प्रशासन की झड़प दिखाई दे रही है। इसी बहाने उन्होंने अपनी बात को और सख्ती से सामने रखा और बेरोजगारी को मोदी सरकार की सबसे बड़ी नाकामी बताते हुए इसे लोकतंत्र पर हमले से जोड़ा।
वोट चोरी और बेरोजगारी का रिश्ता
राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा कि जब कोई सरकार जनता का विश्वास जीतकर सत्ता में आती है, तो उसका पहला कर्तव्य होता है युवाओं को रोजगार देना और अवसरों की गारंटी करना। लेकिन मौजूदा बीजेपी सरकार ईमानदारी से चुनाव जीतने के बजाय वोट चोरी का सहारा लेती है और संस्थाओं को अपने नियंत्रण में रखती है। यही कारण है कि चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता समाप्त हो रही है और युवाओं का भविष्य अधर में अटका हुआ है।
बेरोजगारी पर तीखा प्रहार
राहुल गांधी ने बेरोजगारी को लेकर कड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि आज भारत में बेरोजगारी 45 साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच चुकी है। नौकरियां लगातार घट रही हैं, भर्ती प्रक्रियाएं बाधित हो रही हैं और परीक्षाओं में पारदर्शिता खत्म होती जा रही है। हर परीक्षा पेपर लीक हो रहा है और हर भर्ती भ्रष्टाचार की कहानी में बदल चुकी है। इस वजह से युवाओं की मेहनत और सपने अधूरे रह जाते हैं।
सरकार पर लापरवाही के आरोप
कांग्रेस नेता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला करते हुए कहा कि सरकार युवाओं के भविष्य को सुरक्षित करने के बजाय पीआर की राजनीति और अरबपतियों के मुनाफे को बढ़ाने में लगी है। सेलिब्रिटीज़ से अपना गुणगान करवाने और प्रचार-प्रसार पर ध्यान देने वाली यह सरकार मूल समस्याओं से पूरी तरह मुंह मोड़ चुकी है।
युवाओं की टूटी उम्मीदें
राहुल गांधी ने कहा कि देश का युवा लगातार मेहनत करता है, पढ़ाई में संघर्ष करता है और अच्छे भविष्य के लिए सपने देखता है। लेकिन सरकार की नीतियां और चुनावी हेरफेर युवाओं की मेहनत पर पानी फेर देते हैं। युवाओं की उम्मीदें लगातार टूट रही हैं और उनका भविष्य अंधकार में धकेला जा रहा है। यही वजह है कि अब युवा इस सरकार की असलियत को पहचानने लगे हैं।
असली लड़ाई का संदेश
राहुल गांधी ने अपने संदेश में कहा कि अब असली लड़ाई केवल नौकरियों की नहीं है। असली संघर्ष वोट चोरी के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि जब तक चुनाव चोरी होते रहेंगे, तब तक भ्रष्टाचार और बेरोजगारी भी बनी रहेगी। अब समय आ गया है कि भारत का युवा न तो नौकरी की लूट सहेगा और न ही वोट की चोरी।
देशभक्ति की परिभाषा
उन्होंने यह भी कहा कि भारत को बेरोजगारी और वोट चोरी से मुक्ति दिलाना ही असली देशभक्ति है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि यह सबसे बड़ा काम होगा जो देश के भविष्य को बदल सकता है। उनके अनुसार, लोकतंत्र को मजबूत करना और युवाओं को रोजगार दिलाना, दोनों एक-दूसरे से सीधे जुड़े हुए हैं।
युवाओं से जुड़ी उनकी कोशिशें
राहुल गांधी ने हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए भी कहा था कि देश के युवा, देश के स्टूडेंट्स और जेन-जी लोकतंत्र की रक्षा करेंगे और संविधान को बचाएंगे। उनका यह भी कहना रहा है कि आज की पीढ़ी देश के भविष्य को सही दिशा में ले जाने की जिम्मेदारी समझने लगी है।
नेपाल आंदोलन का हवाला
उन्होंने नेपाल के जेन-जी आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि जिस तरह वहां युवाओं ने लोकतंत्र को बचाने के लिए तख्तापलट कर दिया, उसी तरह भारत के युवा भी वोट चोरी और बेरोजगारी जैसे संकट के खिलाफ खड़े होंगे। यह उदाहरण उन्होंने इस बात को साबित करने के लिए दिया कि नई पीढ़ी अन्याय और भ्रष्टाचार सहने के लिए तैयार नहीं है।
राजनीतिक माहौल में हलचल
राहुल गांधी के इस बयान ने राजनीतिक माहौल में हलचल मचा दी है। उनके निशाने पर मोदी सरकार और बीजेपी सीधे तौर पर थीं। उन्होंने बेरोजगारी को देश की सबसे बड़ी समस्या बताते हुए इसे वोट चोरी से जोड़ा, जिससे स्पष्ट संकेत गया कि कांग्रेस अब इस मुद्दे को बड़े चुनावी अभियान का आधार बनाने वाली है। राहुल गांधी का यह बयान इस तथ्य पर जोर देता है कि बेरोजगारी और लोकतंत्र की पारदर्शिता एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि जब तक चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष नहीं होगी और वोट चोरी बंद नहीं होगी, तब तक देश में युवाओं को उनके हक का रोजगार नहीं मिलेगा। उन्होंने बेरोजगारी से मुक्ति और वोट चोरी रोके जाने को देशभक्ति की असली परिभाषा बताया। अब देखना यह है कि आने वाले समय में यह संदेश युवाओं और देश की राजनीति पर कितना प्रभाव डालता है।

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