October 29, 2025

राजगीर में डैम में नहाने गए दो युवकों की दर्दनाक मौत, पैर फिसलने से हादसा, गांव में पसरा मातम

नालंदा। नालंदा जिले के राजगीर थाना क्षेत्र के गिरियक घोड़ा कटोरा स्थित पंचाने डैम में गुरुवार को नहाने गए दो युवकों की डूबकर मौत हो गई। मृतकों की पहचान सिलाव थाना क्षेत्र के करिअन्ना गांव निवासी फैसल आलम और अनस आलम के रूप में हुई है। दोनों युवक अपने गांव के अन्य साथियों के साथ डैम में नहाने गए थे, जहां अचानक पैर फिसलने और पानी की गहराई में जाने से हादसा हो गया।
नहाने गए थे आठ युवक, दो की मौत
ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार को करिअन्ना गांव से आठ युवक घूमने और नहाने के लिए पंचाने डैम पहुंचे थे। पानी में उतरते ही सभी गहरे हिस्से में चले गए और डूबने लगे। वहां मौजूद लोगों ने शोर सुनते ही तुरंत मदद की और किसी तरह छह युवकों को बाहर निकाल लिया। लेकिन फैसल और अनस गहरे पानी में डूब गए और उनकी जान नहीं बचाई जा सकी।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
घटना की जानकारी मिलते ही मृतकों के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे। अपनों की लाश देखकर गांव में मातम का माहौल छा गया। परिजन रो-रोकर बेहाल हैं और पूरे करिअन्ना गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि दोनों युवक मिलनसार और हंसमुख स्वभाव के थे। उनकी असमय मौत से गांव ने दो होनहार बेटों को खो दिया है।
पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर
सूचना मिलते ही गिरियक थाना अध्यक्ष श्रीकांत कुमार, राजगीर थाना अध्यक्ष रमण कुमार, सिलाव थाना अध्यक्ष मुरली मनोहर आजाद, सिलाव अंचलाधिकारी आकाश दीप सिन्हा और गिरियक अंचलाधिकारी सन्नी कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। राजगीर डीएसपी ने भी घटनास्थल का जायजा लिया और परिजनों से मुलाकात की।
एसडीआरएफ ने चलाया रेस्क्यू अभियान
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। टीम ने डैम में रेस्क्यू अभियान चलाकर काफी मशक्कत के बाद दोनों युवकों के शव को खोज निकाला। शव मिलने के बाद पूरे इलाके में शोक और गहरा हो गया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
हादसे ने उठाए सुरक्षा पर सवाल
स्थानीय लोगों का कहना है कि पंचाने डैम में सुरक्षा की कोई ठोस व्यवस्था नहीं है। गर्मी या छुट्टियों के दौरान बड़ी संख्या में लोग यहां नहाने और पिकनिक मनाने आते हैं। लेकिन सुरक्षा के लिए न तो लाइफगार्ड की तैनाती होती है और न ही गहरे हिस्से में जाने से रोकने के लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था है। ग्रामीणों ने मांग की है कि प्रशासन यहां स्थायी सुरक्षा इंतजाम करे, ताकि भविष्य में इस तरह की दर्दनाक घटनाओं को रोका जा सके।
गांव में पसरा मातम
फैसल और अनस की मौत की खबर से करिअन्ना गांव में मातम का माहौल है। परिवारजन बार-बार बेसुध हो रहे हैं और गांव के लोग उन्हें सांत्वना देने की कोशिश कर रहे हैं। पूरे इलाके में गम का साया है और हर कोई यही कह रहा है कि अगर समय पर सुरक्षा व्यवस्था होती तो दोनों युवकों की जान बचाई जा सकती थी। राजगीर के पंचाने डैम में हुई इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि प्राकृतिक स्थलों पर सुरक्षा इंतजाम कितने जरूरी हैं। प्रशासन ने हादसे की जांच शुरू कर दी है, लेकिन ग्रामीणों की मांग है कि भविष्य में इस तरह की त्रासदी से बचने के लिए पुख्ता कदम उठाए जाएं।

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