जस्टिस बी सुदर्शन रेड्डी होंगे इंडिया गठबंधन के उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार, एनडीए के सीपी राधाकृष्णन से होगा मुकाबला
नई दिल्ली। भारत के उपराष्ट्रपति पद के लिए इस बार दिलचस्प मुकाबला देखने को मिलेगा। विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक ने सुप्रीम कोर्ट के सेवानिवृत्त न्यायाधीश जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। वहीं सत्ता पक्ष एनडीए ने तमिलनाडु से ताल्लुक रखने वाले और वर्तमान में महाराष्ट्र के राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन को उम्मीदवार बनाया है। इस प्रकार चुनाव में दोनों ही उम्मीदवार दक्षिण भारत से होंगे। जस्टिस बी. सुदर्शन रेड्डी का जन्म 8 जुलाई 1946 को आंध्र प्रदेश में हुआ था। उन्होंने बीए और एलएलबी की पढ़ाई की और फिर न्यायिक सेवा में प्रवेश किया। 2 मई 1995 को उन्हें आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया। इसके बाद 5 दिसंबर 2005 को वे गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बने। 2007 में उन्हें सुप्रीम कोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया और 2011 में वे सेवानिवृत्त हुए। इसके अलावा वे गोवा के पहले लोकायुक्त भी रहे। उनका लंबा न्यायिक अनुभव और ईमानदार छवि विपक्ष के लिए उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाती है। दूसरी ओर, सी.पी. राधाकृष्णन तमिलनाडु के वरिष्ठ भाजपा नेता हैं। वे दो बार कोयंबटूर से लोकसभा सांसद रह चुके हैं और संगठनात्मक कामों में भी सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं। भाजपा ने हाल ही में उन्हें महाराष्ट्र का राज्यपाल बनाया था। एनडीए ने 17 अगस्त को औपचारिक रूप से उनके नाम की घोषणा की। राधाकृष्णन का राजनीति और प्रशासनिक क्षेत्र में लंबा अनुभव है, जो उन्हें सत्ता पक्ष का भरोसेमंद उम्मीदवार बनाता है। इस चुनाव की पृष्ठभूमि भी विशेष है। मौजूदा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई की रात अचानक इस्तीफा दे दिया था, जबकि उनका कार्यकाल 10 अगस्त 2027 तक था। इसी कारण यह चुनाव निर्धारित समय से पहले कराया जा रहा है। चुनाव आयोग ने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए कार्यक्रम घोषित किया है। 20 अगस्त को नामांकन दाखिल किया जाएगा, 21 अगस्त नामांकन की आखिरी तारीख है। वहीं 25 अगस्त तक उम्मीदवार नाम वापस ले सकते हैं। मतदान और मतगणना दोनों ही 9 सितंबर को होगी। दिलचस्प तथ्य यह है कि इस बार का मुकाबला पूरी तरह “दक्षिण बनाम दक्षिण” होगा। जहां इंडिया ब्लॉक के उम्मीदवार जस्टिस रेड्डी आंध्र प्रदेश से हैं, वहीं एनडीए उम्मीदवार राधाकृष्णन तमिलनाडु से आते हैं। सूत्रों के अनुसार, विपक्ष में पहले इस पद के लिए इसरो वैज्ञानिक या डीएमके सांसद शिवा का नाम भी चर्चा में था, लेकिन अंततः जस्टिस रेड्डी पर सहमति बनी। इधर, भाजपा चाहती है कि यह चुनाव निर्विरोध हो। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे से संपर्क कर सी.पी. राधाकृष्णन के समर्थन की अपील की। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने भी संकेत दिया है कि वे विपक्ष से बातचीत कर सर्वसम्मति बनाने की कोशिश करेंगे। अब देखना होगा कि विपक्ष अपने फैसले पर अडिग रहता है या फिर एनडीए के प्रस्ताव को मानकर निर्विरोध चुनाव की राह खोलता है। किसी भी स्थिति में यह उपराष्ट्रपति चुनाव राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण साबित होने वाला है।


