बाहुबली अनंत सिंह के साथ आ गए सबसे बड़े दुश्मन भोला-मुकेश,बिहार पुलिस तथा सीबीआई के लिए मोस्ट वांटेड है भोला,पंडारक में है दबदबा
पटना।मोकामा विधानसभा चुनाव 2025 के मद्देनजर अपने नए राजनीतिक दुश्मनों को देखते हुए मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह ने अपने पुराने सबसे बड़े दुश्मन बाढ़ के पंडारक के भोला सिंह- मुकेश सिंह को अपने साथ कर लिया है।कल पंडारक में यात्रा के दौरान पूर्व विधायक अनंत सिंह का भोला सिंह के बड़े भाई मुकेश सिंह ने बेहद गर्म जोशी से स्वागत किया था। इस मौके पर अनंत सिंह भी मुकेश-भोला के पक्ष में उत्साहित नजर आए। बाढ़ के पंडारक का कुख्यात मोस्ट वांटेड अपराधी भोला सिंह किसी जमाने में बाहुबली अनंत सिंह का दाहिना हाथ हुआ करता था।2006 में विवेका पहलवान के भाई संजय सिंह की पटना के बोरिंग रोड में हुए हत्याकांड में भोला सिंह का नाम सबसे पहले सामने आया था।उसके बाद 2012 तक भोला सिंह जेल के बाहर तथा जेल के भीतर रहते हुए बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह का सबसे करीबी माना जाने लगा। 2011 में धनबाद में पूर्व विधायक अनंत सिंह के भाई फाजो सिंह की हत्या में शामिल कुख्यात राजेश पहलवान की गोली मार के हत्या कर दी गई थी।कहा जाता है कि इस हत्याकांड में बाढ़ के राजीव सिंह की खास भूमिका थी।इसके बाद राजीव सिंह बाहुबली अनंत सिंह के छत्रछाया में चला आया। राजीव सिंह की पुरानी अनबन भोला सिंह से थी। राजीव सिंह के अनंत सिंह के नजदीक जाने का असर यह हुआ कि भोला सिंह धीरे-धीरे अनंत सिंह से दूर होते चला गया।धीरे-धीरे यह दूरी दुश्मनी में बदल गई। अनंत सिंह के खिलाफ जाकर भोला सिंह ने अपना गिरोह तैयार कर लिया। राजीव सिंह 2013 के दिसंबर में पटना के आनंदपुरी स्थित एक अपार्टमेंट में गोलियों से भुन डाला गया था।बनारस में भोला सिंह एक बार एसटीएफ के हाथों गिरफ्तार हुआ भोला सिंह जेल से वापस बाहर निकालकर बेहद खतरनाक होता चला गया। कहा जाता है की अनंत सिंह के करीबियों के साजिश के तहत ही भोला सिंह को बनारस में गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद भोला सिंह giro ने एक के बाद एक कई घटनाओं का अंजाम दिया है। पटना का कुख्यात डॉन विकास सिंह इस दौरान भोला सिंह के साथ था।मगर 2014 में विकास सिंह वापस अनंत सिंह के करीब में आ गया। भोला सिंह बिहार पुलिस के लिए ही सिर्फ मोस्ट वांटेड नहीं है बल्कि कोलकाता के एक मामले में सीबीआई को भी भोला सिंह की तलाश है। 2015 के विधानसभा चुनाव तथा 2019 के लोकसभा चुनाव में भोला सिंह तथा मुकेश सिंह ने अनंत सिंह की जमकर खिलाफत की थी।2020 के चुनाव में भी इन्होंने अनंत सिंह का विरोध किया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में भोला तथा मुकेश ने एनडीए के प्रत्याशी वर्तमान केंद्रीय मंत्री ललन सिंह का समर्थन किया था।लेकिन 2022 के विधानसभा चुनाव में जदयू तथा राजद के साथ आ जाने के कारण पंडारक में भी अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को जमकर वोट मिले। आज मोकामा के समीकरण में जहां लल्लू मुखिया जैसे पुराने वफादार अनंत सिंह के साथ खड़े नहीं है। सोनू-मोनू गैंग जैसे नए दुश्मन खड़े हो गए हैं।मोकामा में पूर्व सांसद बाहुबली सूरजभान सिंह की पूरी पलटन इस बार बदलाव के लिए दमखम लगा रही है। ऐसे में भोला-मुकेश का अनंत सिंह के समर्थन में आना अनंत सिंह के पक्ष में समीकरण को मज़बूत करता दिख रहा है।


