बेतिया में पति के दोस्त ने महिला का अश्लील वीडियो बनाया, 2 लाख मांगे, 6 लोगों पर एफआईआर

बेतिया। बिहार के बेतिया जिले के सिकटा थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक विवाहित महिला को ब्लैकमेल करने, धमकाने और मारपीट करने की गंभीर घटना हुई है। इस मामले में महिला के पति के पुराने दोस्त मुकेश पटेल को मुख्य आरोपी बनाया गया है। महिला ने पुलिस को बताया कि उसका पति रोजी-रोटी के लिए शहर में काम करता है। इसी दौरान उसका पुराना दोस्त मुकेश पटेल अक्सर गांव स्थित घर पर आता-जाता था। शुरू में यह आना-जाना सामान्य था, लेकिन धीरे-धीरे यह बढ़ता गया और पति की अनुपस्थिति में भी वह महिला के घर आने लगा।
अवैध संबंध और वीडियो बनाने का आरोप
महिला ने आरोप लगाया कि इसी दौरान मुकेश ने उससे जबरन अवैध संबंध बनाए और इस पूरी घटना का गुपचुप तरीके से अश्लील वीडियो भी बना लिया। वीडियो बनाने के बाद उसने महिला को चुप रहने की धमकी दी और वीडियो को गांव के कुछ अन्य लोगों को भेज भी दिया। यह घटनाक्रम महिला के लिए मानसिक और सामाजिक रूप से बेहद पीड़ादायक बन गया।
ब्लैकमेलिंग और पैसों की मांग
महिला के मुताबिक, 31 मई को मुकेश ने उसे फोन कर धमकी दी कि अगर वह दो लाख रुपये नहीं देती है, तो वह यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। महिला द्वारा इनकार किए जाने के बाद मुकेश और उसके साथियों ने महिला के घर जाकर गाली-गलौज की और मारपीट भी की।
पति ने किया विरोध, मिली धमकी
इस पूरे मामले की जानकारी जब महिला ने अपने पति को दी तो पति ने आरोपी मुकेश पटेल से बात करने की कोशिश की। लेकिन जब वह मुकेश के घर पहुंचा, तो वहां पर मुकेश और अन्य परिजनों ने उसे बुरी तरह डांटकर भगा दिया। इससे यह स्पष्ट होता है कि आरोपी न केवल महिला को, बल्कि उसके पति को भी धमकाने में पीछे नहीं हटे।
नामजद आरोपितों की सूची और एफआईआर
पीड़िता ने सिकटा थाना में जो प्राथमिकी दर्ज करवाई है उसमें छह लोगों को नामजद किया गया है। इनमें मुकेश पटेल के अलावा उसकी पत्नी मंजू देवी, बेटी रूपा कुमारी, मां और रिश्तेदार मनोहर पटेल की पत्नी कुसुम देवी शामिल हैं। सभी पर ब्लैकमेलिंग, गाली-गलौज, मारपीट और सामाजिक प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगाया गया है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
इस गंभीर मामले को लेकर सिकटा थानाध्यक्ष राज रौशन ने बताया कि पीड़िता के लिखित आवेदन के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। फिलहाल पुलिस सभी आरोपों की गंभीरता से जांच कर रही है और साक्ष्य जुटाने का काम भी तेजी से चल रहा है। थाना स्तर पर जांच अधिकारी इस बात की भी पुष्टि करने में लगे हैं कि क्या वीडियो को सोशल मीडिया पर फैलाने की कोशिश की गई है। यह घटना समाज में महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान को लेकर कई सवाल खड़े करती है। जहां एक ओर भरोसे के रिश्ते का दुरुपयोग हुआ, वहीं दूसरी ओर एक महिला को मानसिक, सामाजिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। इस तरह के मामलों में न्यायिक प्रक्रिया और पुलिस की त्वरित कार्रवाई आवश्यक है ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और दोषियों को कड़ी सजा हो।
