मोतिहारी में नाबालिक के साथ दुष्कर्म, पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार, प्राथमिकी दर्ज

मोतिहारी। बिहार के मोतिहारी के हरसिद्धि थाना क्षेत्र में एक नाबालिक लड़की के साथ दुष्कर्म का मामला सामने आया है, जिसने एक बार फिर समाज के नैतिक पतन और कानून-व्यवस्था की चुनौतियों को उजागर किया है। पीड़िता ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए न्याय की गुहार लगाई है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आरोपी पड़ोसी युवक सेराज अंसारी ने शादी का झांसा देकर नाबालिका का यौन शोषण किया। इस घटना ने समाज में गहरी आक्रोश पैदा किया है और सवाल उठाया है कि क्या महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कानून पर्याप्त है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी सेराज अंसारी ने पीड़िता को विश्वास में लेकर उसके साथ छल किया। उसने शादी का झूठा वादा करके नाबालिका का यौन शोषण किया, जो एक जघन्य अपराध है। भारतीय कानून के तहत नाबालिक के साथ किसी भी तरह का यौन संबंध बलात्कार की श्रेणी में आता है, भले ही उसकी सहमति हो। पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के तहत ऐसे मामलों में सख्त सजा का प्रावधान है, लेकिन फिर भी ऐसी घटनाएँ लगातार सामने आ रही हैं। पीड़िता के परिवार द्वारा शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, ऐसे मामलों में अक्सर देरी होती है, जिससे आरोपी को फरार होने का मौका मिल जाता है। स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने त्वरित न्याय की मांग की है और पुलिस से आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की अपील की है। यह घटना न केवल एक व्यक्तिगत त्रासदी है, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है। ऐसे मामले बताते हैं कि अभी भी समाज में महिलाओं और बच्चों के प्रति संवेदनशीलता की कमी है। कानून होने के बावजूद, ऐसे अपराधों को रोकने के लिए सामाजिक जागरूकता और सख्त कार्रवाई दोनों जरूरी हैं। परिवारों को भी अपने बच्चों को सुरक्षा के प्रति जागरूक करना चाहिए और किसी भी संदिग्ध हरकत पर तुरंत प्रतिक्रिया देनी चाहिए। मोतिहारी की इस घटना ने एक बार फिर यह साबित किया है कि नाबालिकों के साथ यौन अपराधों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है। पुलिस और न्यायालय को ऐसे मामलों में त्वरित कार्रवाई करके पीड़िता को न्याय दिलाना चाहिए। साथ ही, समाज को भी ऐसे अपराधियों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
