पटना में संदिग्ध हालत में युवक की मौत, सड़क पर कराहता रहा, अस्पताल ले जाने के क्रम में तोड़ा दम

पटना। पटना जिले के फतुहा क्षेत्र में एक युवक की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत ने स्थानीय लोगों में चिंता और आक्रोश पैदा कर दिया है। मृतक की पहचान कोलहर गांव निवासी सोना रविदास के 27 वर्षीय पुत्र संजीव कुमार के रूप में हुई है। यह दुखद घटना एनएच-30A पर स्थित कोऑपरेटिव कॉलोनी के पास घटित हुई, जहां संजीव कुमार को सड़क पर कराहते हुए देखा गया। स्थानीय लोगों ने उसे मदद पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, संजीव कुमार ने फतुहा के शिशामिल इलाके में स्थित एक मेडिकल हॉल से कुछ दवाइयां ली थीं। दवा लेने के कुछ समय बाद ही वह अस्वस्थ हो गया और सड़क पर गिर पड़ा। आसपास के लोगों ने उसकी हालत देखी और तत्परता दिखाते हुए उसे पटना के एक अस्पताल ले जाने की कोशिश की, लेकिन रास्ते में ही उसकी सांसें थम गईं। यह घटना न केवल दुखद है, बल्कि मेडिकल लापरवाही की आशंका को भी जन्म देती है।घटना की सूचना मिलते ही फतुहा थाना अध्यक्ष रूपक कुमार अंबुज अपने दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की प्रक्रिया शुरू की। इसी दौरान मृतक के परिजन भी घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने आक्रोश में आकर सड़क जाम करने का प्रयास किया। हालात तनावपूर्ण होते देख थाना अध्यक्ष ने परिजनों को समझाया और स्थिति को शांत किया। थाना अध्यक्ष के अनुसार, संजीव कुमार के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सकेगा। फिलहाल पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, जिसमें मेडिकल हॉल से ली गई दवाओं की भूमिका, दवा की गुणवत्ता और संभावित विषाक्तता की जांच भी शामिल हो सकती है। इस पूरे मामले ने एक बार फिर से दवाओं की गुणवत्ता, मेडिकल हॉल्स की निगरानी और स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि यह मामला दवा की वजह से मौत का है, तो यह प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के लिए एक गंभीर चेतावनी है। लोगों को भी सजग रहने की आवश्यकता है कि वे बिना डॉक्टर की सलाह के दवाएं न लें और संदेहास्पद स्थितियों में प्रशासन को तुरंत सूचना दें।
