टीम इंडिया के सेंट्रल कॉन्टैक्ट का ऐलान: अय्यर और ईशान किशन की वापसी, अभिषेक शर्मा भी शामिल

नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने 2024-25 सत्र के लिए टीम इंडिया के खिलाड़ियों की सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट जारी कर दी है। यह कॉन्ट्रैक्ट 1 अक्टूबर 2024 से 30 सितंबर 2025 तक प्रभावी रहेगा। इस बार कुल 34 खिलाड़ियों को इस सूची में जगह दी गई है।
अय्यर और ईशान की वापसी
इस बार की सूची में सबसे अहम बात यह रही कि श्रेयस अय्यर और ईशान किशन की वापसी हो गई है। पिछले साल दोनों को अनुशासन और डोमेस्टिक क्रिकेट से दूरी बनाए रखने के कारण बाहर कर दिया गया था। हालांकि, इस सत्र में दोनों ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया है। अय्यर को ग्रेड बी में और ईशान को ग्रेड सी में रखा गया है। श्रेयस अय्यर ने चैंपियंस ट्रॉफी में अहम पारियां खेली थीं, जिसके लिए उन्हें मार्च माह का आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ भी घोषित किया गया। वहीं, ईशान किशन ने घरेलू मैचों में अच्छा फॉर्म दिखाया, जिससे उनकी वापसी तय मानी जा रही थी।
ग्रेड ए प्लस: दिग्गजों का दबदबा बरकरार
ग्रेड ए प्लस में सिर्फ चार खिलाड़ी शामिल हैं — रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रवींद्र जडेजा। ये चारों लंबे समय से टीम के मुख्य स्तंभ रहे हैं और उनकी निरंतरता तथा फिटनेस को देखते हुए यह फैसला लिया गया है।
ग्रेड ए: मजबूत मध्य स्तंभ
ग्रेड ए में मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पांड्या, मोहम्मद शमी और ऋषभ पंत को शामिल किया गया है। इन सभी खिलाड़ियों ने पिछले साल भर में भारतीय टीम के लिए अहम योगदान दिया है। खासकर ऋषभ पंत की वापसी पर फैंस की नजरें थीं और अब उन्हें ग्रेड ए में देखकर यह तय हो गया है कि वह फिट होकर टीम का हिस्सा बनने जा रहे हैं।
ग्रेड बी: उभरते सितारे
इस वर्ग में सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर को जगह दी गई है। यह सभी खिलाड़ी टी20 और वनडे में भारत की मजबूती का हिस्सा बनते जा रहे हैं।
ग्रेड सी: युवाओं को मौका
ग्रेड सी में 19 खिलाड़ियों को शामिल किया गया है, जिनमें रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, ईशान किशन और अभिषेक शर्मा जैसे युवा चेहरे शामिल हैं। खास बात यह है कि अभिषेक शर्मा को पहली बार इस सूची में जगह मिली है, जो उनके लिए बड़ी उपलब्धि है। बीसीसीआई का यह कदम भविष्य के लिए तैयारी का संकेत देता है, जहां अनुभवी और युवा खिलाड़ियों का संतुलन बनाए रखने की कोशिश की गई है। अब देखना यह होगा कि आने वाले महीनों में ये खिलाड़ी किस तरह टीम इंडिया की सफलता में योगदान देते हैं।
