मसौढ़ी में घर में छुपाकर रखा गया 6.7 किलो गांजा बरामद, तस्कर फरार
मसौढ़ी। मसौढ़ी थाना क्षेत्र के बेगमचक गांव में नशीले पदार्थों की तस्करी का एक मामला सामने आया है, जहां पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी कर एक घर से 6.7 किलोग्राम गांजा बरामद किया है। यह कार्रवाई मसौढ़ी पुलिस द्वारा एक संगठित तरीके से की गई, जिससे गांजा तस्करी के एक बड़े रैकेट का खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है।
गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई
मिली जानकारी के अनुसार, मसौढ़ी थाने को सूचना मिली थी कि बेगमचक गांव में अवैध तरीके से गांजा की तस्करी की जा रही है। सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अनिल कुमार ने तुरंत एक टीम गठित की और पुलिस बल के साथ उक्त स्थान पर छापेमारी करने पहुंचे। यह छापेमारी परशुराम सिंह नामक व्यक्ति के घर की गई, जो गांजा तस्करी के आरोप में नामजद किया गया है।
घर में छुपाकर रखा गया था गांजा
छापेमारी के दौरान पुलिस को घर में छिपाकर रखा गया कुल 6.7 किलोग्राम गांजा मिला। यह गांजा सावधानीपूर्वक घर के अंदर छुपाया गया था ताकि किसी को भनक न लगे। पुलिस ने तुरंत गांजा को जब्त कर उसे थाना ले जाया और मामले में आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई।
आरोपी तस्कर मौके से फरार
पुलिस की कार्रवाई से पहले ही आरोपी परशुराम सिंह को इसकी भनक लग गई और वह मौके से फरार हो गया। पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह चकमा देकर भागने में सफल रहा। फिलहाल पुलिस ने उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट (नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रॉपिक सब्स्टेंस एक्ट) के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है और उसकी तलाश की जा रही है।
एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज
बरामद गांजा की मात्रा को देखते हुए मामला गंभीर श्रेणी में आता है। पुलिस ने एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह कानून नशीले पदार्थों की तस्करी और उससे संबंधित अपराधों को रोकने के लिए बनाया गया है और इसमें कठोर सजा का प्रावधान है। फिलहाल मसौढ़ी पुलिस इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि परशुराम सिंह इस तस्करी रैकेट का केवल एक हिस्सा हो सकता है और इसके पीछे एक बड़ा नेटवर्क हो सकता है। पुलिस यह पता लगाने में लगी है कि गांजा कहां से आया और इसे कहां भेजा जाना था। यह घटना न केवल कानून व्यवस्था के लिए चुनौती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी नशे का कारोबार कितनी तेजी से फैलता जा रहा है। पुलिस की तत्परता से एक बड़ी मात्रा में नशीला पदार्थ जरूर जब्त हुआ है, लेकिन अब चुनौती यह है कि पूरे नेटवर्क को उजागर कर उसे समाप्त किया जाए।


