पटना में शराब पीने से मना करने पर पति को पत्नी से रॉड से मारा, हालत गंभीर, आरोपी गिरफ्तार

पटना। बिहार की राजधानी पटना के मोकामा क्षेत्र में घरेलू हिंसा की एक गंभीर घटना सामने आई है। बुधवार देर रात ब्राम्हणी स्थान में एक पति ने अपनी पत्नी पर लोहे की रॉड से हमला कर दिया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। आरोपित पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है, जबकि घायल महिला का इलाज अस्पताल में चल रहा है। घटना मोकामा क्षेत्र के ब्राम्हणी स्थान की है, जहां मुकेश राम नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी बबीता देवी से शराब पीने के लिए पैसे मांगे। जब पत्नी ने शराब पीने से मना किया और पैसे देने से इंकार कर दिया, तो दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया। पत्नी के विरोध करने पर पति गुस्से में घर से बाहर चला गया और उसे जान से मारने की धमकी भी दी। कुछ समय बाद, आरोपित शराब के नशे में धुत होकर घर लौटा और बिना कुछ कहे लोहे की रॉड से पत्नी के सिर पर जोरदार हमला कर दिया। इस हमले से बबीता देवी का सिर फट गया, और वह जमीन पर गिरकर तड़पने लगी। आसपास के लोगों ने जब महिला की चीखें सुनीं, तो वे तुरंत मौके पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और घायल महिला को इलाज के लिए मोकामा रेफरल अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है, और बेहतर इलाज के लिए उसे पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया जा सकता है। पुलिस ने आरोपित पति मुकेश राम को गिरफ्तार कर लिया है। महिला के बयान के आधार पर उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या आरोपित पहले भी घरेलू हिंसा में शामिल रहा है। बिहार सरकार ने राज्य में शराबबंदी लागू कर रखी है, लेकिन इसके बावजूद अवैध रूप से शराब की बिक्री और सेवन की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। शराबबंदी का उद्देश्य घरेलू हिंसा, अपराध और सामाजिक बुराइयों को रोकना था, लेकिन कई मामलों में शराब के अवैध सेवन के कारण घरेलू हिंसा बढ़ती जा रही है। इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि नशे की लत किस तरह परिवारों को तबाह कर सकती है। शराब की लत के कारण कई घर बर्बाद हो चुके हैं, और महिलाओं को सबसे ज्यादा शारीरिक और मानसिक यातनाएं झेलनी पड़ती हैं। यह घटना सिर्फ एक महिला की नहीं, बल्कि समाज में बढ़ती घरेलू हिंसा की एक झलक है। महिलाओं को आज भी अपने ही घरों में हिंसा और अत्याचार का सामना करना पड़ता है। शराब, नशा और आर्थिक तंगी जैसी समस्याएं घरेलू हिंसा की प्रमुख वजहों में से एक हैं। ऐसे मामलों में पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए सख्त कानूनी कार्रवाई जरूरी है। पुलिस को न केवल आरोपित को सजा दिलानी चाहिए, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हों। समाज को भी महिलाओं के प्रति संवेदनशील बनना होगा और पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने में सहयोग करना होगा। पटना के मोकामा में हुई यह घटना समाज के लिए एक चेतावनी है कि शराब और घरेलू हिंसा कितनी खतरनाक हो सकती है। सरकार और पुलिस को अवैध शराब बिक्री पर सख्त कार्रवाई करनी होगी, साथ ही घरेलू हिंसा के मामलों में तेज़ न्यायिक प्रक्रिया अपनानी होगी। आम नागरिकों को भी ऐसे मामलों में सतर्क रहना चाहिए और हिंसा की शिकार महिलाओं की मदद के लिए आगे आना चाहिए।
