15 दिसंबर से बिहार यात्रा पर निकलेंगे मुख्यमंत्री, तैयारी में जुटा विभाग, विस्तृत शेड्यूल जल्द

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 दिसंबर से राज्यव्यापी दौरे पर निकलने की तैयारी में हैं। यह उनकी 15वीं यात्रा होगी, जिसे प्रशासनिक और राजनीतिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इस दौरे का उद्देश्य सरकार की प्रमुख योजनाओं की प्रगति की समीक्षा और लाभार्थियों से संवाद करना है। यात्रा के लिए सभी विभागों को विशेष दिशा-निर्देश दिए गए हैं, और इसकी विस्तृत रूपरेखा जल्द ही सामने आएगी। मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने इस यात्रा को लेकर हाल ही में विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री की यात्रा के उद्देश्यों, प्राथमिकताओं और कार्यक्रमों पर चर्चा हुई। सात निश्चय योजना (फेज-1 और फेज-2): इन योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की जाएगी।  पर्यावरणीय सुधार और जल संरक्षण कार्यक्रमों का निरीक्षण।  योजनाओं की जमीनी हकीकत और उनकी प्रभावशीलता का मूल्यांकन।  योजनाओं का लाभ पाने वाले लोगों से सीधा संपर्क और उनकी समस्याओं का समाधान करेगें।  राज्य सरकार ने इस यात्रा के लिए 225 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है, जिसे हाल ही में कैबिनेट बैठक में मंजूरी दी गई। मुख्यमंत्री की यह 15वीं यात्रा होगी। इससे पहले उन्होंने 14 बार बिहार के दौरे किए हैं, जो विभिन्न उद्देश्यों और विषयों पर केंद्रित थे। नीतीश कुमार ने 2014 के लोकसभा चुनावों में मिली हार के बाद नवंबर 2014 में संपर्क यात्रा शुरू की थी, जिसके तहत वे हर जिले में पहुंचे। इसके बाद महागठबंधन सरकार (जदयू, राजद, कांग्रेस और वाम दल) बनने के बाद उन्होंने सात निश्चय योजना लागू की और उसका असर देखने के लिए विभिन्न यात्राएं कीं।  नीतीश कुमार की यह यात्रा प्रशासनिक समीक्षा के साथ-साथ राजनीतिक महत्व भी रखती है। लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर यह दौरा जमीनी स्तर पर जनता से जुड़ने और उनकी समस्याओं को समझने का अवसर प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री इस यात्रा के दौरान विभिन्न जिलों में जाकर सरकार की योजनाओं की प्रगति का जायजा लेंगे। सीएम लाभार्थियों से सीधे संवाद करेंगे और उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास करेंगे। यह दौरा नीतीश कुमार के लिए राज्य में महागठबंधन की स्थिति को मजबूत करने और आगामी चुनावों की तैयारी करने का अवसर होगा। इतनी बड़ी यात्रा के दौरान सही समय पर व्यवस्थाओं को संभालना एक चुनौती होगी। योजनाओं की वास्तविक स्थिति को जानने के लिए जमीनी हकीकत समझना जरूरी होगा। इस यात्रा को जनता के लिए प्रभावी बनाने के साथ-साथ राजनीतिक रूप से भी सफल बनाना नीतीश कुमार के लिए अहम होगा। यह योजना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सबसे महत्वाकांक्षी कार्यक्रमों में से एक है। इसमें हर घर नल का जल, बिजली, शौचालय और शिक्षा जैसी सुविधाओं को प्राथमिकता दी गई है। इस योजना का उद्देश्य जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभावों को कम करना और हरित क्षेत्र को बढ़ावा देना है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की यह 15वीं यात्रा बिहार के विकास और प्रशासनिक व्यवस्था के मूल्यांकन का एक बड़ा कदम है। 225 करोड़ रुपये के बजट के साथ यह यात्रा राज्य के सभी जिलों को कवर करेगी और जनता से जुड़ने का एक मजबूत माध्यम बनेगी। यह दौरा न केवल सरकारी योजनाओं की सफलता और कमियों का आकलन करेगा, बल्कि आगामी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी के लिए राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण साबित होगा। जनता और सरकार के बीच बेहतर संवाद और विश्वास कायम करने के लिए यह यात्रा एक नई दिशा प्रदान कर सकती है।

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