हरियाणा पर राहुल गांधी की पहली प्रतिक्रिया, कहा- वहां अनएक्सपेक्टेड रिजल्ट, हम विश्लेषण कर रहे, काम करते रहेंगे

- जम्मू कश्मीर में इंडिया गठबंधन की जीत पर जताई खुशी, कहा- वहां संविधान और लोकतांत्रिक स्वाभिमान की जीत हुई
नई दिल्ली। कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने हाल ही में हुए हरियाणा और जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों पर पहली बार अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर की जीत को “संविधान की जीत” बताते हुए प्रदेश के लोगों का आभार व्यक्त किया। वहीं, हरियाणा में कांग्रेस की अप्रत्याशित हार पर उन्होंने कहा कि पार्टी चुनाव परिणामों का गहराई से विश्लेषण कर रही है और शिकायतों को चुनाव आयोग के समक्ष उठाएगी। राहुल गांधी ने अपने कार्यकर्ताओं को उनके अथक परिश्रम के लिए धन्यवाद दिया और जनता के अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखने का वादा किया।
हरियाणा में भाजपा की अप्रत्याशित जीत
हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 48 सीटें जीतकर सत्ता बरकरार रखी और लगातार तीसरी बार सरकार बनाने की दिशा में आगे बढ़ी। चुनाव परिणाम ने सभी एग्जिट पोल्स और उम्मीदों को गलत साबित कर दिया, जिससे न केवल विपक्षी दल बल्कि राजनीतिक पंडित भी चौंक गए। भाजपा ने जहां 48 सीटें हासिल कीं, वहीं कांग्रेस को 37 सीटों पर संतोष करना पड़ा। इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) को दो सीटें मिलीं, जबकि निर्दलीय उम्मीदवारों ने तीन सीटों पर जीत दर्ज की। जननायक जनता पार्टी (जजपा) और आम आदमी पार्टी (आप) को चुनाव में कोई सफलता नहीं मिली। राहुल गांधी ने हरियाणा के नतीजों को “अप्रत्याशित” करार दिया और कहा कि कांग्रेस इन परिणामों का विश्लेषण कर रही है। उन्होंने कहा कि कुछ विधानसभा क्षेत्रों से शिकायतें मिली हैं, जिन्हें चुनाव आयोग के समक्ष रखा जाएगा। राहुल गांधी ने हरियाणा के लोगों का धन्यवाद करते हुए कहा कि कांग्रेस जनता के हक, सामाजिक और आर्थिक न्याय के संघर्ष को जारी रखेगी। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को ‘बब्बर शेर’ बताते हुए उनके समर्पण और मेहनत की सराहना की।
कांग्रेस की शिकायतें और चुनाव आयोग से उम्मीद
हरियाणा चुनाव के नतीजों के बाद कांग्रेस ने चुनाव आयोग से शिकायतें की हैं, जिसमें चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी का आरोप लगाया गया है। कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि कुछ क्षेत्रों में नतीजों में हेराफेरी हुई है, जिसकी जांच की आवश्यकता है। हालांकि, भाजपा की ओर से इस तरह के आरोपों को सिरे से खारिज किया गया है और इसे विपक्ष की हताशा बताया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी की ओर से यह भी कहा गया है कि वे न केवल चुनावी नतीजों पर गौर करेंगे, बल्कि जनता की शिकायतों और उनके मुद्दों को भी प्राथमिकता देंगे। राहुल गांधी ने कहा कि चुनावों के बाद का विश्लेषण महत्वपूर्ण होता है और पार्टी इन नतीजों से सीख लेकर आगे की रणनीति बनाएगी।
जम्मू-कश्मीर में इंडिया गठबंधन की जीत
जम्मू-कश्मीर के चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) के गठबंधन ने बड़ी जीत दर्ज की है। यह पहला विधानसभा चुनाव था जो 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद हुआ। इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन ने 90 सदस्यीय विधानसभा में 48 सीटें जीतीं, जिससे वे सरकार बनाने की स्थिति में आ गए हैं। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 51 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें से 42 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस ने 32 सीटों पर चुनाव लड़ा और 6 सीटों पर जीत दर्ज की। राहुल गांधी ने इस जीत को “संविधान की जीत” कहा और जम्मू-कश्मीर के लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने इसे लोकतांत्रिक स्वाभिमान की जीत करार दिया और कहा कि यह नतीजे भारत के संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति जनता की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर की चुनावी तस्वीर
हरियाणा और जम्मू-कश्मीर दोनों ही चुनावी परिणामों ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। हरियाणा में भाजपा ने अपनी मजबूत स्थिति बरकरार रखी और विपक्षी दलों को चौंकाया, जबकि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन ने बहुमत हासिल किया। हरियाणा में कांग्रेस के लिए यह चुनाव एक बड़ा झटका साबित हुआ है। हालांकि, पार्टी ने हार को स्वीकार करने के बजाय चुनावी प्रक्रिया में अनियमितताओं का आरोप लगाया है। दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर की जीत से कांग्रेस को राजनीतिक रूप से नई ऊर्जा मिली है।
राहुल गांधी की चुनावों पर अंतिम प्रतिक्रिया
राहुल गांधी ने स्पष्ट रूप से कहा कि कांग्रेस का संघर्ष जारी रहेगा। उन्होंने हरियाणा के चुनावी नतीजों को चौंकाने वाला माना, लेकिन यह भी कहा कि पार्टी इससे सबक लेकर आगे बढ़ेगी। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं की सराहना की और जनता के अधिकारों की लड़ाई को मजबूत करने का संकल्प लिया। कांग्रेस पार्टी इन नतीजों का गहराई से विश्लेषण कर रही है और यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में पार्टी हरियाणा में अपनी राजनीतिक स्थिति को कैसे सुधारती है। वहीं, जम्मू-कश्मीर की जीत से पार्टी को उत्साहजनक संकेत मिले हैं और इसका असर पार्टी के राष्ट्रीय स्तर पर भी देखा जा सकता है।
