क्राइम बुलेटिन जारी करने से पहले तेजस्वी जाने की अपहरण उद्योग लालू राज की देन : अशोक चौधरी
पटना। बिहार की राजनीति में एक बार फिर अपराध और सत्ता के संरक्षण का मुद्दा गरमा गया है। हाल ही में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बयान दिया था कि राज्य में अपराधियों को सत्ता का संरक्षण मिला हुआ है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार सरकार में मंत्री अशोक चौधरी ने तेजस्वी यादव पर तीखा पलटवार किया। उन्होंने तेजस्वी के आरोपों को नकारते हुए चुनौती दी कि तेजस्वी एक भी ऐसा नाम बताएं जिससे ये साबित हो कि राज्य में सत्ता संरक्षित अपराध हो रहा है। अशोक चौधरी ने कहा कि केवल ट्वीट करने या बयान जारी करने से कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने तेजस्वी को याद दिलाया कि जब उनके पिता लालू प्रसाद यादव बिहार के मुख्यमंत्री थे, तब राज्य में अपराध का क्या हाल था। उन्होंने कहा कि लालू यादव के शासनकाल में बिहार में अपराध अपने चरम पर था और अपहरण उद्योग की नींव उसी दौर में रखी गई थी। अशोक चौधरी के अनुसार, उस समय खुलेआम लोगों से रंगदारी मांगी जाती थी और अपराधियों का बोलबाला था। अशोक चौधरी, जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी माने जाते हैं, ने जेडीयू कार्यालय में आयोजित जनता दरबार के दौरान ये बयान दिया। इस मौके पर उन्होंने लोगों की समस्याओं को सुना और उनके समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के शासनकाल में कानून-व्यवस्था में सुधार हुआ है और राज्य में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। अशोक चौधरी के इस बयान से स्पष्ट है कि बिहार की राजनीति में अपराध और सत्ता का मुद्दा एक बार फिर से प्रमुख हो गया है। तेजस्वी यादव के आरोपों और अशोक चौधरी की प्रतिक्रिया से यह साफ हो गया है कि आने वाले समय में यह मुद्दा राजनीतिक बहस का केंद्र बना रहेगा। बिहार में आने वाले चुनावों के मद्देनजर यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मुद्दे पर जनता का रुख क्या होता है और राजनीतिक दल किस तरह से इसे भुनाने का प्रयास करते हैं।


