पटना में निर्माणाधीन नए कलेक्ट्रेट भवन का सीएम नीतीश ने किया निरीक्षण, अधिकारियों को दिए निर्देश
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को निर्माणाधीन नए कलेक्ट्रेट भवन का निरीक्षण किया। उन्होंने भवन के विभिन्न खंडों की निर्माण गतिविधियों का जायजा लिया। नये समाहरणालय भवन परिसर के निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को निर्माण कार्य की प्रगति के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने नये समाहरणालय भवन के अंतर्गत निर्माण किए जा रहे विभिन्न भागों की जानकारी देते हुये बताया कि यह नया समाहरणालय भवन काफी बेहतर ढंग से बनाया जा रहा है जो भूकंपरोधी होगा और पर्यावरण के भी अनुकूल होगा। मुख्य भवन में सभी विभागों के लिये अलग-अलग प्रवेश द्वार होंगे। समाहरणालय में बेसमेंट एवं भू-तल के अलावा पांच फ्लोर होंगे। इस परिसर में लगभग 205 ओपेन पार्किंग एवं 240 बेसमेंट पार्किंग की सुविधा होगी। सुरक्षात्मक दृष्टिकोण से इस परिसर में उत्कृष्ट मानदण्डों का अनुपालन किया जा रहा है। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि नये समाहरणालय भवन का निर्माण कार्य तेजी से पूर्ण करें। नये समाहरणालय भवन में एक ही छत के नीचे जिला प्रशासन के सभी कार्यालय होंगे जिससे लोगों को काफी सहूलियत होगी और उन्हें अधिक सुगमता से सेवा प्रदान की जा सकेगी। इस समाहरणालय भवन परिसर के उत्तर में गंगा नदी और दक्षिण में गांधी मैदान होने से इसका दृश्य और भी मनोरम लगेगा। यह नया समाहरणालय भवन पर्यावरण के अनुकूल होगा और देखने में भी आकर्षक होगा। उन्होंने कहा कि नये समाहरणालय भवन की छत पर सोलर प्लेट भी लगायें। निरीक्षण के दौरान भवन निर्माण मंत्री जयंत राज, सांसद संजय कुमार झा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के सचिव-सह-भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना प्रक्षेत्र की पुलिस महानिरीक्षक गरिमा मल्लिक, पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह, पटना के वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा सहित अन्य वरीय अधिकारी मौजूद थे। अगले दो महीने में नये समाहरणालय भवन परिसर का निर्माण पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। कलेक्ट्रेट में बेसमेंट और ग्राउंड फ्लोर के अलावा पांच फ्लोर होंगे। इस परिसर में दो अतिरिक्त ब्लॉक भी शामिल होंगे उपविभागीय अधिकारी (एसडीओ)-सह-जिला विकास आयुक्त (डीडीसी) ब्लॉक और जिला बोर्ड कार्यालय-सह-बहु-उपयोगिता ब्लॉक। डच-ब्रिटिश वास्तुकला से प्रेरित प्रस्तावित इमारत 28,388 वर्ग मीटर में फैली होगी और इसमें आधुनिक सुविधाओं के साथ सभी 39 जिला प्रशासनिक कार्यालय एक ही छत के नीचे होंगे। इस परिसर में एक केन्द्रीय हरित सार्वजनिक प्लाजा और भूमिगत तथा खुले दोनों प्रकार के पार्किंग स्थल भी होंगे, जिनमें 400 से अधिक वाहनों को खड़ा किया जा सकेगा।


