November 29, 2025

लैंड फॉर जॉब मामले में अमित कात्याल पर बड़ी कार्रवाई, ईडी ने जब्त की 113 करोड़ की संपत्ति

पटना। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बार फिर राजद सुप्रीमो लालू यादव के परिवार के करीबी सहयोगियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस बार ईडी की कार्रवाई का निशाना बने हैं अमित कात्याल, जिनकी 113 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त कर लिया गया है। यह कार्रवाई ‘लैंड फॉर जॉब’ मामले से जुड़ी है, जिसमें कथित रूप से लालू यादव के परिवार के सदस्य भी शामिल हैं। ईडी द्वारा जब्त की गई संपत्तियों में कई महत्वपूर्ण अचल संपत्तियां शामिल हैं। इनमें गुरुग्राम के सेक्टर 63 और 65 में स्थित 70 एकड़ जमीन, पांच फ्लैट जो क्रिश प्रोविंस एस्टेट नामक एक रियल एस्टेट प्रोजेक्ट में स्थित हैं, और गुरुग्राम के क्रिश फ्लोरेंस एस्टेट में सात फ्लैट शामिल हैं। इसके अलावा, मुंबई में एक बेनामी कंपनी के दो फ्लैट भी जब्त किए गए हैं। दिल्ली में स्थित एक फार्महाउस और कुछ फिक्स्ड डिपॉजिट भी इस सूची में शामिल हैं। ईडी ने यह कार्रवाई एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग कानून के तहत की है। 6 अगस्त को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत इन संपत्तियों को अटैच करने के लिए एक अनंतिम आदेश जारी किया गया था। इस आदेश के तहत, कात्याल और उनकी रियल एस्टेट कंपनियों की कुल 113.03 करोड़ रुपए की संपत्ति को जब्त कर लिया गया है। अमित कात्याल को पिछले साल रेलवे में ‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, और सांसद बेटी मीसा भारती सहित कई अन्य व्यक्तियों के नाम भी शामिल हैं। ईडी द्वारा जब्त की गई संपत्तियों में से कुछ बेनामी निदेशकों के नाम पर हैं। इनमें गुरुग्राम और मुंबई में स्थित संपत्तियां शामिल हैं, जो बेनामी कंपनियों के नाम पर हैं। ईडी की इस कार्रवाई से न केवल अमित कात्याल पर बल्कि लालू यादव के परिवार पर भी प्रभाव पड़ने की संभावना है, क्योंकि इस मामले में लालू परिवार के सदस्यों का नाम भी सामने आ चुका है। ईडी की यह कार्रवाई राजद और लालू यादव के राजनीतिक कैरियर पर भी असर डाल सकती है। ईडी की इस कार्रवाई ने ‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाले को फिर से सुर्खियों में ला दिया है। यह देखना बाकी है कि आगे की जांच में क्या नए तथ्य सामने आते हैं और इस मामले में लालू यादव के परिवार और अन्य आरोपियों के खिलाफ क्या कदम उठाए जाते हैं। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे यह संकेत मिलता है कि कानून का पालन सुनिश्चित करने के लिए सरकारी एजेंसियां कितनी सक्रिय हैं। इस मामले में ईडी की कार्रवाई ने लालू यादव के परिवार पर सीधा असर डाला है, जो पहले से ही विभिन्न कानूनी और राजनीतिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। लालू यादव और उनके परिवार के सदस्यों के खिलाफ की गई कार्रवाई ने इस मामले को एक बार फिर से सुर्खियों में ला दिया है। ईडी द्वारा अमित कात्याल की संपत्तियों को जब्त करना ‘लैंड फॉर जॉब’ मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। इस कार्रवाई से यह स्पष्ट होता है कि प्रवर्तन निदेशालय और अन्य जांच एजेंसियां इस घोटाले की तह तक जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह कार्रवाई न केवल भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करती है, बल्कि इससे यह भी स्पष्ट संकेत मिलता है कि भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में कोई भी बच नहीं सकता, चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो। आगे की जांच में नए खुलासे और भी अधिक महत्वपूर्ण हो सकते हैं, जो इस मामले की दिशा और दशा को और स्पष्ट करेंगे।

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